मारण तंत्र की पहचान कैसे करें : Yogesh Mishra

मारण तंत्र तंत्र की निकृष्टतम विधा है अर्थात दूसरे शब्दों में कहा जाये तो जब तंत्र की अन्य सभी विधायें आप के उद्देश्य की पूर्ति नहीं करा पा रही है तब व्यक्ति को अपने व अपने परिवार या अपने राष्ट्र की रक्षा के लिये मारण तंत्र का प्रयोग करना चाहिए !
किन्तु अनावश्यक रूप से किया गया मारण तंत्र व्यक्ति के प्रारब्ध की सकारात्मक ऊर्जा को नष्ट करके व्यक्ति को भी नष्ट कर देता है ! इसलिए मारण तंत्र को दो धारी तलवार मानकर ही प्रयोग किया जाना चाहिये !
यदि इसका अनुचित उपयोग किया जाता है तो प्रकृति की व्यवस्था के तहत मारण तंत्र करने वाला व्यक्ति स्वयं भी नष्ट होता है साथ ही अपने शुभ चिंतकों को भी नष्ट कर देता है !
किंतु जिस व्यक्ति के ऊपर मारण तंत्र का प्रयोग किया गया है ! उसे कैसे पता लगे कि उसके ऊपर मारण तंत्र का प्रयोग हुआ है इसके लिए मैं नीचे कुछ शारीरिक परिवर्तनों के लक्षण बतला रहा हूं ! यदि आपके शरीर में इस तरह के लक्षण प्रकट हो रहे हैं तो तत्काल किसी श्रेष्ठ तांत्रिक से संपर्क करें और अपने को सुरक्षित करने का प्रयास करें !

(1) नाड़ी की गति सामान्य से अधिक हो जाती है : जब भी शरीर पर किसी भी नकारात्मक ऊर्जा का हमला होता है तो हमारा शरीर जब उसका प्रतिरोध करता है तो उसके फलस्वरूप व्यक्ति की धड़कन सामान्य से तेज हो जाती है ! जितना घातक अटैक होगा, नाड़ी की गति उतनी ही ज्यादा तेज हो जाएगी !

(2) श्वास की गति बढ़ जाती है : तांत्रिक हमला होते ही सांस की गति भी बहुत तेज हो जाती है ! घातक हमले की हालत में श्वास की गति इतनी अधिक हो सकती है ! जितनी की भागदौड़ के बाद भी नहीं होती !

(3) अचानक ही शारीरिक तथा मानसिक रूप से कमजोरी महसूस करना : तांत्रिक हमले या साईकिक अटैक में नकारात्मक शक्तियां व्यक्ति के मन-मस्तिष्क को काबू में करने का प्रयास करती है जिसके चलते व्यक्ति अपनी शक्ति काम नहीं ले पाता और वह अंदर ही अंदर शारीरिक और मानसिक रूप से कमजोरी महसूस करने लगता है !

(4) रात को डरावने सपने आते हैं : तांत्रिक हमले के दौरान रात को सोते समय भयावह और डरावने सपने आने लगते हैं ! कई बार ऎसा लगता है जैसे कि आप पर किसी जानवर ने हमला कर दिया या आप कहीं बहुत ऊंचाई से गिर गए हैं !

(5) पलंग के पास पानी रखने से भी पता चलता है : रात को सोते समय पलंग के पास पानी का एक गिलास रख दें और सोते समय मन में सोचे कि आपके अंदर की नकारात्मक ऊर्जा उस पानी में जा रही है ! सुबह उस पानी को किसी छोटे पौधे में डाल दें ! ऎसा लगातार आठ दिन तक करें ! आठ दिन में वह पौधा मुरझा जाएगा ! यदि हमला बहुत तेज हुआ तो पौधा 2-3 दिन में ही कुम्हला जाएगा !

(6) तकिए के नीचे नींबू रखें : फल तथा सब्जियां भी नकारात्मक ऊर्जा से अत्यधिक प्रभावित होते हैं ! आप रात को सोते समय एक नींबू अपने तकिए के नीचे रख दें और अपने मन में सोचे कि आपके आस-पास कोई भी नकारात्मक ऊर्जा है तो वह इस नींबू में आ जाएं ! तांत्रिक हमला होने की दशा में सुबह आप उस नींबू को मुरझा हुआ पाएंगे ! उसका रंग भी काला पड़ जाएगा !

आदि ऐसे ही अनेकों लक्षण हैं ! जिनके द्वारा आप यह जान सकते हैं कि आपके ऊपर मारण तंत्र का प्रयोग किया गया है या नहीं ! इस विज्ञान को बड़ी बारीकी से जानना और समझना चाहिये तभी आप अपनी रक्षा तंत्र से कर सकें !!

अपने बारे में कुण्डली परामर्श हेतु संपर्क करें !

योगेश कुमार मिश्र 

ज्योतिषरत्न,इतिहासकार,संवैधानिक शोधकर्ता

एंव अधिवक्ता ( हाईकोर्ट)

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