शास्त्रों के अनुसार उल्लू व कबूतर की भांति ही कुत्ते भी यम के दूत माने गए हैं और अमांगलिक हैं, जिनसे सावधान होकर पितृलोक में मृतात्माओं के जाने के लिए कहा गया है ! ये दूसरों का प्राण भक्षण कर तृप्त होते हैं ! श्वान को यमराज से जोड़ा गया है अत: अशुभ है !
ऋग्वेद में एक स्थान पर जघन्य शब्द करने वाले श्वानों का उल्लेख मिलता है, जो विनाश के लिए आते हैं ! अत: श्वानों की आवाज को जघन्य माना गया है तथा इनका देखना भी अमांगलिक समझा गया है, क्योंकि मृतात्माओं को इनकी दृष्टि से बचाने के लिए सावधान किया गया है ! सूत्र-ग्रंथों में भी श्वान को अपवित्र माना गया है !
इसके स्पर्श व दृष्टि से भोजन अपवित्र हो जाता है ! इस धारणा का कारण भी श्वान का यम से संबंधित होना है !
श्वान का गृह के चारों ओर घूमते हुए क्रंदन करना अपशकुन या अद्भुत घटना कहा गया है और इसे इन्द्र से संबंधित भय माना गया है ! अत: श्वान के संबंध में वैदिक साहित्य में अपशकुनसूचक होने की ही प्रबल धारणाएं पाई जाती हैं, किंतु ईरान में श्वान के प्रति शुभ शकुनसूचक भावनाएं पाती जाती हैं !
कहीं जाते समय यदि कुत्ता सामने आकर भौंकने लगे या कान फडफडाने लगे तो अशुभ माना जाता है ! इस स्थिति में थोडी देर के लिए रूक जाना चाहिए !
यदि कुत्ता घर में बैठाकर दाहिने पैर से दाहिनी आंख को खुजाता है तो मित्रजनों के आगमन की संभावना होती है !
यदि कुत्ता किसी व्यक्ति के घर में आकाश को या वहां पडे गोबर को बहुत देर तक लगातार ताकता रहता है तो उस घर के मालिक को धन प्राप्ती की संभावना रहती है !
प्रात: सर्वप्रथम समागमरत कुत्ते को देखना अशुभ माना जाता है ! इस दिन कोई नया काम नहीं करना चाहिए ! यदि किसी जगह बिना प्रयोजन बहुत सारे इकट्ठे हो जाएं और चिंतित दिखाई दे तो वहां आस-पास के लोगों में भयंकर लडाई-झगडा होने की संभावना रहती है !
साथ ही कुछ लोगों को कारावास होने की भी संभावना रहती है !
यदि कुत्ता अचानक धरती पर लगातार अपने सिर को रगडता है तो उस जगह भूमि में गडे हुए धन की सूचना देता है !
किसी यात्रा पर जाते समय यदि रास्ते में सामने किसी कुत्ते को मुंह में पत्थर दबाए आता दिखाई दे या हड्डी का टुकडा मुंह में दबाए गुर्राता दिखाई दे तो यात्रा के दौरान कष्टों की संभावना रहती है !
हल्दी या मांस से सने मुख वाला कुत्ता यदि घर में आकर भौंकता है तो स्वर्ण प्राप्ति का योग बनता है !
यदि कोई कुत्ता जाते हुए व्यक्ति के साथ बाईं ओर चलता है तो उसे सुंदर स्त्री व धन मिलता है ! यदि दाहिनी ओर चले तो चोरी से धन हानि की सूचना देता है !
जिस कुत्ते की पुंछ या कान कटे हो ! अगर ऐसा कुत्ता किसी यात्री के समाने आ जाए तो कार्य में असफलता मिलती है !
वहीँ, यात्रा पर निकलते समय किसी व्यक्ति को कुत्ता अपने मुख में रोटी, पुड़ी या अन्य कोई खाद्य वस्तु खाता दिखे तो उसे धन का लाभ होता है !
अगर आप कहीं यात्रा पर जा रहे हैं और उसी दरमियान कोई कुत्ता आपके जूते लेकर भाग जाए तो निश्चित रूप से धन हानि होती है !
वहीँ, यदि कुत्ता किसी के घर में बार-बार दीवार कुरेदता है तो उस घर में निश्चित रूप से चोरी होती है !
भैरों देवता को प्रसन्न करने के लिए भी इन्हें रोटी खिलाने का प्रावधान है ! शनि और राहू की प्रसन्नता के लिए भी काले कुत्ते को नियमित रोटी देना शुभ माना जाता है !