Astrology

जीवन में बृहस्पति ग्रह की ऊर्जा का प्रभाव और भूमिका | Yogesh Mishra

ज्योतिष और ज्योतिषीय गणनाओं का आधार नवग्रह ही हैं हमारे जीवन के सभी घटकों को नवग्रह ही नियंत्रित करते हैं परन्तु ज्योतिष में “बृहस्पति” को एक विशेष स्थान प्राप्त है हमारे जीवन के महत्वपूर्ण घटकों पर तो बृहस्पति का अधिकार है ही साथ ही जीवन में होने वाली घटनाओं के …

Read More »

ज्योतिष में नये शोध की आवश्यकता क्यों है !! Yogesh Mishra

बतलाया जाता है कि ज्योतिष शास्त्रों में परम सत्य ईश्वर की वाणी संगृहीत की गई है ! हमारे ऋषि-मुनियों ने युगों तक गहन चिंतन कर इस ब्रह्मांड में उपस्थित ज्ञान के इन गूढ़ रहस्यों को संगृहीत किया और उपयोग किया था ! ज्योतिष के इन गूढ़ रहस्यों का अध्ययन कर …

Read More »

मंगल दोष से भयभीत मत होईये !! Yogesh Mishra

अनेक प्रकार के शुभ-अशुभ ज्योतिषीय योग गणना में बताये जाते हैं ! जिनमें मंगल दोष को लेकर समाज में भय व्याप्त है ! इस भय के कारण प्राय: बहुत अच्छे-अच्छे संबंधों को छोड़ देना पड़ता है ! इस विषय मे सनातन ज्ञानपीठ ने 15,000 से भी अधिक मांगलिक कुंडलियों पर …

Read More »

कुंडली का प्रथम भाव-लग्न से क्या-क्या पता चलता है ! Yogesh Mishra

ज्योतिष शास्त्र में बारह राशियों के आधार पर जन्मकुंडली के बारह भावों की रचना की गई है जिन्हें द्वाद्वश भाव कहते हैं ! आकाश मण्डल में बारह राशियों की तरह कुंडली में बारह भाव (द्वादश भाव) होते हैं ! जन्म कुंडली या जन्मांग जन्म समय की स्थिति बताती है ! …

Read More »

रत्न धारण करने के अधिकांश प्रचलित सिद्धांत “विनाशकारी” हैं ! Yogesh Mishra

रत्नों पर कोई चर्चा करने के पहले “मैं” यह बतला देना चाहता हूं कि रत्नों को धारण करने का कोई भी विधान हमारे ऋषियों-मुनियों ने किसी भी “सनातन ज्योतिष ग्रंथ” में नहीं दिया है ! यह पद्धति “यूनान” से भारत आयी है और भारत में “रत्न के व्यवसायीयों और ज्योतिषियों” …

Read More »

कृपया “समाज को विकृत करने वाले कुंडली परामर्श न लें !” Yogesh Mishra

आज सायंकाल मेरे यहां एक “जयसवाल साहब” अपनी “पजेरो गाड़ी” से कुंडली परामर्श हेतु आए थे ! उन्होंने अपने बेटे की कुंडली मेरे सामने परामर्श हेतु रखी जो कि “तुला लग्न” की कुंडली थी ! उसके पंचम भाव में मंगल और राहु एक साथ बैठे हुए थे ! वर्तमान समय …

Read More »

गजकेसरी योग का सच का पूरा सत्य पढ़े | Yogesh Mishra

आज हम चर्चा करेंगे एक अत्यंत ही महत्वपूर्ण गजकेसरी योग की ! जिसके कुंडली में होने पर व्यक्ति खुशी से ऐसे उछल पड़ते है जैसे कुबेर का खजाना मिल गया हो, वह योग है ‘गजकेसरी योग’ ! जिस प्रकार से कुबेर का खजाना भी एक मुहावरा है वैसे ही गजकेसरी …

Read More »

जानिये ज्योतिष विज्ञान का संक्षिप्त इतिहास | Yogesh Mishra

इस तथ्य के अनेकानेक प्रमाण मिलते हैं कि प्राचीन काल में ज्योतिर्विज्ञान विज्ञान सम्मत था ! भारतीय संस्कृति का अध्ययन करने वाले विदेशी विद्वानों ने इस विद्या से प्रभावित होकर अन्य भाषाओं में अनुवाद कराया ! मुस्लिम ज्योतिषाचार्यों में इब्नबतूता और अलबरूनी का नाम उल्लेखनीय है ! भारत की यात्रा …

Read More »

ज्योतिष विज्ञान के क्षेत्र में आधुनिक विज्ञान का सहयोग | Yogesh Mishra

ज्योतिष विज्ञान के क्षेत्र में आधुनिक विज्ञान का सहयोग प्राचीन काल से अद्यावधि मनुष्य का ज्ञान निरन्तर विकसित हुआ है ! वैज्ञानिक प्रयोगों के आधार पर उपलब्ध साधन सुविधाओं की बात छोड़ भी दें तो मनुष्य का ज्ञान ही अकेले इतना विकसित हुआ है कि वह उस अर्जित सम्पदा के …

Read More »

सनातन धर्म के रक्षार्थ विलुप्त होती ज्योतिष विद्या को पुनर्जीवित करना होगा ! Yogesh Mishra

सृष्टि का गतिचक्र एक सुनियोजित विधि-व्यवस्था के आधार पर चल रहा है। ब्रह्माण्ड अवस्थित विभिन्न नीहारिकाएं-गृह, नक्षत्रादि परस्पर सहकार सन्तुलन के सहारे निरन्तर परिभ्रमण-विचरण करते रहते हैं। जिस ब्रह्माण्ड में मनुष्य रहता है उसकी अपनी परिधि एक लाख प्रकाश वर्ष है और ऐसे-ऐसे हजारों अविज्ञात ब्रह्माण्ड विद्यमान हैं। आधुनिकतम अन्तरिक्ष …

Read More »