Astrology

अनादि ग्रन्थ वेदों में ज्योतिष का ज्ञान : Yogesh Mishra

वैदिक दर्शन के परिचय के लिये यह वेदान्गी भूत ज्योतिष दर्शन सूर्य के समान प्रकाश देने का काम करता है,अतएव इसे वेद पुरुष या ब्रह्मपुरुष का चक्षु: (सूर्य) भी कहा गया है ! ज्योतिषामयनं चक्षु: सूर्यो अजायत,इत्यादि आगम वचनों के आधार से त्रिस्कंध ज्योतिष शास्त्र के के प्रधान प्रमुख सर्वोपादेय …

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नहीं होता है मकर संक्रांति से सूर्य उत्तरायण : क्या है सत्य : Yogesh Mishra

सूर्य के उत्तरायण के आरंभ के सम्बन्ध में अनुशासन पर्व के 32वें अध्याय के पांचवें श्लोक को देखें:- उषित्वा शर्वरी श्रीमान पंचाशन्न गरोत्त में ! समयं कौरवा ग्रयस्य संस्कार पुरूषर्षभ: ! ! अर्थात पचास रात्रि बीतने तक उस उत्तम नगर में निवास करके श्रीमान पुरूष श्रेष्ठ कुरूकुल शिरोमणि युधिष्ठर को …

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ज्योतिष विद्या के प्रचार से ही उसका विकास होगा : Yogesh Mishra

प्राचीन काल से हमारे ऋषि-महर्षि ज्योतिष शास्त्र पर नवीन शोध करते रहे हैं ! आज भी यह शोधकार्य निरंतर चल रहा है, और युगों-युगों तक होता रहेगा ! फलित ज्योतिष में कुण्डली का फलादेश करने की अनेक पद्धितियां हैं ! पाश्चात ज्योतिष में सायन कुण्डली को मुख्य मानते हैं, और …

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जानिए हम अपना भाग्य स्वयं कैसे नष्ट करते हैं?

हम आज भाग्य की विशिष्ट शक्ति के दुरूपयोग पर चिंतन करते हैं जिसके कारण लगभग सभी साधक और साधारण मनुष्य न केवल अपनी हानि करते हैं बल्कि अपना स्वयं का भाग्य भी नष्ट करते हैं ! विषय गंभीर है पर जटिल नहीं है ! कृपया इन शब्दों में छिपे गहन …

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वैदिक ज्योतिष में राशियों का प्रयोग मात्र कृषि गणना के लिय होता था !

भारत का प्राचीनतम उपलब्ध साहित्य वैदिक साहित्य है ! वैदिक कालीन भारतीय यज्ञ किया करते थे ! यज्ञों के विशिष्ट फल प्राप्त करने के लियह उन्हें निर्धारित समय पर करना आवश्यक था इसलिए वैदिककाल से ही भारतीयों ने वहधों द्वारा सूर्य और चंद्रमा की स्थितियों से काल का ज्ञान प्राप्त …

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जानिए कुण्डली में नकारात्मक ग्रहों के सकारात्मक परिणाम !

नकारात्मक दोष, विकृतियां, दोष किसी भी कुंडली में उपस्थित हो सकते हैं ! हालांकि, किसी को भी इसके बारे में चिंता नहीं करना चाहिए ! ज्योतिषीय अंतर्दृष्टि आपको इन नकारात्मक दोषों को सकारात्मक योगों में बदलने में मदद कर सकती है !जन्मकुंडली में नकारात्मक दोष जो आपको डराता है या …

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जानिए गुरु चांडाल योग के हानि और लाभ !!

किसी कुंडली में गुरु अर्थात बृहस्पति के साथ राहु या केतु में से कोई एक स्थित हो अथवा किसी कुंडली में गुरु का राहु अथवा केतु के साथ दृष्टि आदि से कोई संबंध बन रहा हो तो ऐसी कुंडली में गुरु चांडाल योग बनता है जिसके दुष्प्रभाव के कारण जातक …

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बिग बैंग के अनुसार ब्रह्मांड की समय रेखा !!

वर्तमान मे ब्रह्माण्ड के जन्म संबधित सबसे मान्य सिद्धांत बिग बैंग सिद्धांत है ! इसके अनुसार ब्रह्मांड का जन्म एक बिंदु से हुआ था ! विज्ञान द्वारा प्राप्त सभी प्रमाण इसी सिद्धांत के समर्थन मे है ! इसके अतिरिक्त अन्य सभी अवधारणाये ऐसी परिस्थितियों या प्रक्रियायों को प्रस्तुत करती है …

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जानिये ज्योतिष में बाधक ग्रह कब अरिष्टकारी होंगे !

वैदिक ज्योतिष में बाधक ग्रह का जिक्र किया गया है तो कुछ ना कुछ अरिष्ट होता ही होगा, लेकिन इन अनिष्टकारी बातों का अध्ययन बिना सोचे समझे नहीं करना चाहिये ! कुंडली की सभी बातों का बारीकी से अध्ययन करने के बात ही किसी नतीजे पर पहुंचना चाहिये ! व्यक्ति …

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जानिए बाधक ग्रह की आपके जीवन में बाधा !!

वैदिक ज्योतिष के अन्तर्गत अनगिनत योगों का उल्लेख मिलता है ! बहुत से योग अच्छे हैं तो बहुत से योग खराब भी हैं ! जन्म कुंडली में अरिष्ट की व्याख्या भावों के आधार पर भी की जाती है ! कुछ भाव ऎसे हैं जो जीवन में बाधा उत्पन्न करने का …

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