यह एक प्राचीन अवधारणा है कि लोग मेहनत करने से बड़े आदमी बन सकते हैं ! जो कि आज के इस भौतिक युग में पूरी तरह से गलत सिद्ध हो रहा है ! आज मेहनत करने वाला इंसान जीवन भर बस सिर्फ मेहनत करता रह जाते हैं और जोड़ जुगाड़ …
Read More »तंत्र की पंचमकार विकृत साधना ही बौद्धों के पतन का कारण है : Yogesh Mishra
प्राय: मूर्ख तांत्रिकों द्वारा पंचमकार को बिना समझे बुझे हुये उसकी बड़ी जोर शोर से पैरवी की जाती है ! जबकि पंचमकार का अर्थ है, पञ्च तत्वों को नियंत्रित करने का विज्ञान ! जिसमे पांच “म” शब्द से शुरू होने वाले अवयव आते हैं ! मांस-मदिरा-मत्स्य-मुद्रा और मैथुन ! कौलावली …
Read More »भगवन शिव और चिलम जानिए किया है सच : Yogesh Mishra
शिव पुराण, लिंग पुराण, सहित किसी भी शैव ग्रंथ में ऐसा नहीं लिखा है कि भगवान शिव भांग, गंजा, चरस आदि का सेवन किया करते थे ! किन्तु फिर भी बहुत से लोगों ने भगवान शिव के ऐसे चित्र बना लिए, जिसमें भगवान शिव चिलम पीते हुए नजर आते हैं …
Read More »श्रीमद्भागवत गीता की छीछालेदर : Yogesh Mishra
भक्त भी भगवान द्वारा बनाया गया एक नायाव जीव है ! जो भगवान को भी धोखा देकर मोक्ष की कामना करता है ! उसे अगर भगवान स्वयं भी आकर साक्षात् ज्ञान देना चाहें तो भक्त उस ज्ञान की भी छीछालेदर कर देता है ! इसका प्रत्यक्ष उदाहरण भगवान श्री कृष्ण …
Read More »आयुर्वेद में स्वर्ण बनाने की कला भगवान शिव ने बतलाई थी : Yogesh Mishra
भारत पर लगभग 1200 वर्षों तक आक्रमण करने वाले यूनानी, फ़ारसी, मंगोल, मुग़ल, फ़्रांसिसी, डच, पुर्तगाली, अंग्रेज आदि अनेक लुटेरे ने भारत से लगभग तीन लाख टन सोना लूट कर ले गये ! अब भी भारत के खजाने में लगभग 558 टन सोना मौजूद है ! वही दूसरी तरफ भारत …
Read More »आखिर 2500 साल से सनातन धर्म का रक्षक कौन है : Yogesh Mishra
हम आये दिन देखते हैं कि सनातन धर्म को नष्ट करने के लिए पूरी दुनिया में तरह-तरह के षडयंत्र पिछले ढाई हजार वर्षों से किये जा रहे हैं ! विश्व की कई संस्कृतियों को इन षड्यंत्रकार्यों ने ख़त्म कर दिया ! आज उन संस्कृतियों का कोई नाम लेवा भी नहीं …
Read More »केवल मानसिक ऊर्जा से ही विश्व जीता जा सकता है : Yogesh Mishra
इस पूरे ब्रह्मांड की उत्पत्ति ब्रह्म तत्व और ब्रह्म ऊर्जा में व्याप्त तरंगों से हुई है ! यह संसार भी उसी ब्रह्म तत्व और ब्रह्म ऊर्जा का प्रतिबिंब है ! इससे परे इस सृष्टि में कुछ भी नहीं है ! आज जो भी समस्त ब्रह्मांड में हो रहा है वह …
Read More »जानिए क्या है धर्म का अर्थ चक्र महत्वपूर्ण जानकारी: Yogesh Mishra
क्या आप जानते हैं कि प्राचीन काल में धर्म का अर्थ चक्र किस तरह भ्रमण करता था ! आखिर वह क्या वजह थी कि पूरी दुनिया का सोना भारत में इकट्ठा होता था और भारत पूरी दुनिया का पेट भरता था ! भारत का ज्ञान विज्ञान और समाज सभी कुछ …
Read More »महाभारत की अज्ञानत महत्वपूर्ण नदी हिरण्यवती : Yogesh Mishra
हिरण्यवती नदी का प्राचीन संस्कृत नाम उज्जयिनी है ! इसे गण्डकी, इरावती, ‘बुद्धचरित’ के वर्णन के अनुसार यह नदी राप्ती की सहयोगी नदी जान पड़ती है ! किन्तु हिरण्यवती वामनपुराण के वर्णन के अनुसार सरस्वती नदी के समान ही पुण्य प्रदान करने वाली तथा वैतरणी नदी है ! हिरण्यवती नदी …
Read More »जानिए अर्धनारीश्वर स्वरूप क्या है : Yogesh Mishra
सनातन ऋषि कहते हैं कि प्रकृति की व्यवस्था के तहत पुरुष आधा ही है और स्त्री भी समग्र नहीं है बल्कि वह भी प्रकृति के आधे अंग की ही स्वामिनी है ! यही मैथुनिक सृष्टि का आधार है ! न तो अकेला पुरुष इस सृष्टि को चला सकता है और …
Read More »