कोरोना वायरस नहीं जैविक हथियार है ! जानिए सत्य : Yogesh Mishra

किसी गलत फहमी में मत रहिये ! नोवल कोरोना वायरस के नाम से जाना जाने वाला यह वायरस दरअसल एक जैविक हथियार है ! यानी कि बायो वेपन है ! अत: इसे सामान्य वायरस समझने की गलती न करें !

चीनी ख़ुफ़िया अधिकारी बूम ने एक लेख के माध्यम से चीन के इस कोरोना वायरस के संकट के सच का खुलासा किया है ! जो वर्तमान कोरोना वायरस की वास्तविक उत्पत्ति को प्रकट करता है !

वर्ड प्रेस के लेख के अनुसार, नोवेल कोरोना वायरस एक वायरस नहीं है, बल्कि एक जैविक हथियार है जो तब लीक हुआ था जब चीन के कुछ गद्दार वैज्ञानिकों ने इसे संयुक्त राज्य अमेरिका में बेचने की कोशिश की थी !

लेख में बताया गया है कि कैसे एक चीनी शोधकर्ता द्वारा संयुक्त राज्य अमेरिका को एक खतरनाक बायोवेपन बेचने की एक विस्तृत योजना ग़लत हो गई ! बायोवेपन को शुरू में हांगकांग के विरोध प्रदर्शनों को हटाने के इरादे से बनाया गया था ! जो बायोवेपन चीनी वैज्ञानिकों की ग़लती से वुहान जंगली पशु बाजार के पास लीक हो गया, क्योंकि चीनी पुलिस अधिकारियों ने कथित रूप से इस सौदे को रोकने की कोशिश की थी !

चीनी कोरोना वायरस से षड़यंत्र की बात सामने आने की वजह यह भी है कि चीन में इस वायरस से पहली मौत नवंबर में ही हो चुकी थी ! लेकिन चीन ने पूरी दुनिया से इसे छुपाये रखा ! इसके बाद चीन के एक 34 वर्षीय डॉक्टर ने इस महामारी या जैविक हथियार के बारे में दुनिया को बताया ! जिसके बाद रहस्यमय तरीके से उस डॉक्टर की भी मृत्यु हो गई !

चीन के वुहान क्षेत्र से निकला यह वायरस आज पूरी दुनिया में लोगों को मार रहा है लेकिन चीन से अब इससे जुड़ी कोई खबर नहीं आ रही है ! चीन न इस बीमारी का स्त्रोत बता रहा है न ही इस बीमारी से हुये नुकसान की जिम्मेदारी ले रहा है ! इस जैविक हथियार की उत्पत्ति और प्रयोग पर अभी और शोध की आवश्यकता है !

यदि यह सचमुच एक जैविक हथियार है तो यह किसी हवन यज्ञ या गौमूत्र से ठीक नहीं होगा ! यदि आप सोचे रहे हैं कि इसमें चीनी नागरिक भी मारे गये हैं तो यह पूरे विश्व को पता है कि चीन के कम्युनिस्ट शासन में अपने नागरिकों की कोई चिंता नहीं की जाती है ! इसका सबसे बड़ा उदाहरण है तियानमेन चौक की घटना जब हजारों नशेड़ी चीनी नागरिकों को चीन ने आर्मी की तोप और बंदूकों से खुद खत्म कर दिया था !

चीन का कम्युनिस्ट शासन आज दुनिया के लिये खतरा बन चुका है ! चीन आज वैश्विक शांति के लिये खतरा बन चुका है ! यदि यह चीनी कोरोना वायरस जैविक हथियार है तो क्या यह अब विश्व युद्ध की शुरुआत है ?

इसी लेख के अनुसार चीन ने अपने देश में इस चीनी वायरस को एक प्रान्त तक समेट दिया है ! लेकिन चीन से संक्रमित आत्मघाती लोगों ने यूरोप देशों की यात्रा की जिसे चीन ने नहीं रोका और आज यूरोप के उन्हीं देशों की स्थिति दिन ब दिन बिगड़ती जा रही है !

यूरोप के बाद यह चीनी कोरोना वायरस भारत की चौखट को पार कर चुका है ! इटली और ईरान में तेजी से इसका संक्रमण फैल रहा है ! प्राप्त जानकारी के अनुसार दुनिया के 124 देश कोरोना की चपेट में हैं और कुल 1,26,367 लोग कोरोना से संक्रमित हैं ! दुनिया भर में अब तक 4,633 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कुल 68,304 लोगों को इलाज के बाद छुट्टी दी जा चुकी है !

भारत में भी इसके 1500 से अधिक मरीज सामने आ चुके हैं जिनमें से 7 की मौत हो गई है ! इसीलिये मैं कहता हूँ कि यह एक रासायनिक हमला है ! जो मात्र हवन, गौमूत्र, योगा या थाली बजाने से नियंत्रित नहीं होगा ! इसके लिये सावधानी और आत्म सयम की जरुरत है !

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योगेश कुमार मिश्र 

ज्योतिषरत्न,इतिहासकार,संवैधानिक शोधकर्ता

एंव अधिवक्ता ( हाईकोर्ट)

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