समृद्ध जीवन कैसे जियें : Yogesh Mishra

जब हम अपने जीवन की छोटी छोटी खुशियों में बड़े उत्साह के साथ भाग लेते हैं, तो प्रकृति अपने बड़े बड़े खजाने हमारे लिये स्वत: खोल देती है ! तब हमें जीवन में अपार धन, सम्पदा, यश आदि स्वत: प्राप्त होने लगते हैं ! जिसे तलाशने की हमें कोई अतिरिक्त जरूरत नहीं पड़ती है !

दूसरे शब्दों में कहा जाये तो प्रेम और उत्साह ही व्यक्ति का असली खजाना है ! प्रेम अनादि और अनंत है ! प्रेम आत्म चिंतन और ध्यान से पैदा होता है !

जब हम ध्यान की गहराई में जाते हैं, तो हमें ईश्वर के अस्तित्व से प्रेम हो जाता है ! वहीँ से ईश्वर का आशीर्वाद मिलना शुरू होता है ! जिससे हम संसार के हर पहलू में सफल होते हैं !

पश्चिम जगत से निकला विचार “सोचो और अमीर बनो” यह एक मूर्खतापूर्ण विचार है ! यह हानिकारक ही नहीं खतरनाक भी है ! यह आपके मन में नकारात्मक विचार पैदा करता है ! जिससे चिंता और अवसाद का जन्म होता है ! इसी विचार से बड़े बड़े तानाशाह पैदा हुये हैं ! क्योंकि यह प्रकृति की व्यवस्था के विपरीत सिद्धान्त है !

यदि आप अमीर बनना चाहते हैं, तो उदार बनें ! लोगों को उपहार दीजिये ! खुशियों को बाँटिये ! उत्साह के साथ सभी से मिलिये ! क्योंकि उत्साह से जीवनी शक्ति का विस्तार होता है ! जिससे ओरे में वृद्धि होती है ! मनुष्य का यश बढ़ता है ! यश के बढ़ने से अपार धन आता है ! धन से समृद्धि आती है !

यही समृद्ध जीवन की सफलता का आधार है !!

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योगेश कुमार मिश्र 

ज्योतिषरत्न,इतिहासकार,संवैधानिक शोधकर्ता

एंव अधिवक्ता ( हाईकोर्ट)

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