आज सनातन शिक्षा पद्धति से चलने वाले विद्यालयों की स्थिति बहुत ही दयनीय है ! इन विद्यालयों में संपन्न माता पिता अपने बच्चों को नहीं पढ़ाना चाहते हैं कि उनका यह मानना है कि सनातन शिक्षा पद्धति की शिक्षा लेने के बाद उनके बच्चे वर्तमान जीवन शैली में किसी भी जीवकोपार्जन के योग्य नहीं होते हैं !
अतः इस स्थिति में यदि सनातन शिक्षा पद्धति (गुरुकुल शिक्षा पद्धति) को जीवित बनाये रखना है, तो इसके लिये जनसहयोग बहुत आवश्यक है ! अतः सनातन ज्ञान पीठ ने यह निर्णय लिया है कि सुदूर ग्रामीण अंचलों में जो विद्यालय सनातन शिक्षा पद्धति के अनुरूप छात्रों को शिक्षा दे रहे हैं ! उन्हें सनातन ज्ञान पीठ अपने सहयोगियों के माध्यम से मदद प्रदान करेगा !
जिससे सनातन गुरुकुल शिक्षा पद्धति को जीवित बनाये रखा जा सके और इन विद्यालयों में शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों को भविष्य में स्वरोजगार भी प्राप्त हो ! इस हेतु भी इन छात्रों को सामान्य शिक्षा के साथ साथ सनातन शिक्षा पद्धति में प्रशिक्षित करने हेतु भी कार्यक्रम चलाये जायेंगे ! अतिरिक्त सनातन शिक्षा में ज्योतिष, आयुर्वेद, वास्तु, योग, कर्मकांड, वैदिक कृषि, अग्निहोत्र, गौ संवर्धन, पंचगव्य निर्माण, नाड़ी परीक्षण, प्राकृतिक चिकित्सा आदि की भी शिक्षा दी जायेगी !
तथा शिक्षा पूर्ण होने के उपरांत इन छात्रों को अपना व्यवसाय समाज में कैसे करें ? इस हेतु भी प्रशिक्षित किया जायेगा ! जिसके लिये लोक व्यवहार, जनसंपर्क, व्यवसाय प्रबंधन, व्यवहारिक विज्ञापन पध्यति, सामाजिक संवाद, आधुनिक तकनीकी तथा विभिन्न भारतीय व विदेशी भाषाओं का भी ज्ञान दिया जायेगा !
इस समाज से ऐसे छात्रों के लिये वस्त्र और पठन-पाठन सामग्री की आवश्यकता सनातन ज्ञान पीठ संस्थान महसूस कर रहा है ! जिसमें आप सभी सनातन ज्ञान प्रेमियों से सहयोग की अपेक्षा है ! आप एक दो बच्चों को सनातन शिक्षा हेतु गोद लीजिये और इस पवित्र कार्य में सहयोग कीजिये !