दुनिया को खत्म करने की विश्व सत्ता की योजना : Yogesh Mishra

आपने प्राय: चौराहे पर घोड़े के ऊपर सवार महापुरुषों की मूर्तियों को देखा होगा ! पर क्या आपने कभी इस बात पर ध्यान दिया है कि उनमें से कुछ घोड़े सामान्य खड़े होते हैं तो कुछ एक पैर उठाकर खड़े होते हैं और कुछ दोनों पैर उठाकर खड़े होते हैं ! यह किस बात का संकेत है !

जब घोड़े सामान्य खड़े होते हैं तो यह बतलाया जाता है की यह मूर्ति किसी युग पुरुष की है ! जिसने लंबे समय तक शासन किया और अपने शासनकाल का प्रभाव इस समाज पर पड़ा ! जिसके कारण उसे महापुरुष की श्रेणी में रखा गया है !

इसी तरह जो घोड़े एक पैर उठाकर खड़े होते हैं तो इसका तात्पर्य है कि उस घोड़े के ऊपर सवार महापुरुष ने राष्ट्र की रक्षा के लिये जो संघर्ष किया, उसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया था !

और जब किसी घोड़े के अगले दोनों पैर हवा में उठे हुए हो तो इसका तात्पर्य यह है कि उस घोड़े पर सवार महापुरुष ने राष्ट्र की रक्षा के लिए युद्ध करते करते अपनी जान दे दी अर्थात शहीद हो गया !

यह घोड़े की मूर्ति द्वारा दिए जाने वाले संदेश की प्रक्रिया में एक अजीब सा संदेश पूरे विश्व को अमेरिका के एक गुप्त हवाई अड्डे से दिया जा रहा है ! जहां पर बत्तीस फिट ऊँचा एक नीले रंग की रोशनी से लवरेज घोड़ा अपने दोनों पैरों को हवा में बहुत ऊंचाई तक उठाये हुए है और उसकी दोनों आंखों से लाला रोशनी रूपी आग निकल रही है ! उसके पेट में आग जल रही है !

इस घोड़े की मूर्ति यह बतलाती है कि यह किसी बहुत बड़े युद्ध और विनाश का संकेत है ! जो इस घोड़े के माध्यम से बड़े युद्ध द्वारा सर्वनाश का संकेत देना चाहते हैं ! घोड़े से निकलने वाली नीली रोशनी यह बतलाती है कि यह युद्ध किसी अन्य ग्रह के निवासियों के संकेत पर होगा ! क्योंकि नीले रंग का घोड़ा तो विश्व के किसी भी नस्ल में नहीं होता है ! यह निश्चित तौर से किसी अन्य ग्रह के निर्देश पर होने वाले युद्ध का प्रतीक है !
हवा में उठे हुए आवश्यकता से अधिक अगले दोनों पैर इस बात का संकेत है कि यह युद्ध इतना भयानक होगा जैसा मनुष्य ने आज तक के इतिहास में कभी भी देखा या सुना नहीं होगा !

इस घोड़े के जिस्म पर बने हुए लाल रंग के खून की नसों का निशान यह स्पष्ट करता है कि यह युद्ध एक जैविक युद्ध होगा जो सीधा सीधा मनुष्य के रक्त पर प्रहार करेगा ! जिसके कारण मानवता त्राहिमाम कर उठेगी ! जिसका समाधान मनुष्य की सामान्य बुद्धि से परे होगा !

वह विश्व सत्ता जिसको चाहेगी वही अब भविष्य में इस दुनिया में जी पाएगा क्योंकि उनका स्पष्ट मत है कि इस पृथ्वी पर अब साधारण स्थान इंसानों का कोई स्थान नहीं है या तो मनुष्य को अपने अंदर रोबोट की तरह असाधारण योग्यता पैदा करनी होगी या फिर इस दुनिया से विदा लेना होगा !

किस बात की पुष्टि वहां पर बने भूमिगत बंकर में लगी हुई एक पेंटिंग से भी होती है ! जिसमें एक सैनिक हाथ में बंदूक लिए हुए मुंह पर कीटाणु हमले से बचने के लिए मास्क पहनकर युद्ध करने की मुद्रा में है और इसी पेंटिंग में छोटे-छोटे बच्चों की लाशें बिखरी पड़ी हैं ! जो किसी बड़े जैविक हमले की ओर इशारा करते हैं ! जैसा कि आजकल करो ना के नाम पर हो भी रहा है !

इसी तरह वहां पर एक न्यू वर्ल्ड ऑर्डर एयरपोर्ट कमीशन अर्थात दूसरे शब्दों में कहा जाए कि यह पूरा का पूरा भूमिगत बंकर नुमा एयरपोर्ट भविष्य के विश्व सत्ता के लिए निर्मित किया गया है ! वहां की तकनीक यह बतलाती है कि भविष्य में दूसरे ग्रहों से आने वाले अंतरिक्ष यानों को उतारने के लिए यह विशेष हवाई अड्डा बनाया गया है !

इसके अंदर हवाई अड्डे से जुड़े हुए भूमिगत बंकर अलग-अलग गुरुत्वाकर्षण बल व अलग अलग हवा के दबाव के अनुसार डिजाइन किए गए हैं ! अर्थात दूसरे ग्रहों से आने वाले विश्व सत्ता के नुमाइंदे जब पृथ्वी पर आएंगे तो उन्हें उनकी ग्रह के अनुरूप गुरुत्वाकर्षण बल और हवा का दबाव सहजता से उपलब्ध करवाया जाये ! जिससे वह दूसरे ग्रहों से आए हुए लोग पृथ्वी पर भी अपने ग्रह जैसा सुख महसूस कर सकें !

क्योंकि दुनिया को विश्व सत्ता के इशारे पर चलने वाले नुमाइंदों ने 1980 में ही अमेरिका के जॉर्जिया में स्थित एक शिलालेख के माध्यम से सार्वजनिक मैदान में यह घोषणा कर दी थी कि विश्व के नुमाइंदों को विश्व की अनावश्यक बढ़ती हुई आबादी पसंद नहीं है और उन्हीं के निर्देश पर इसको नियंत्रित करने का अभियान बहुत तेजी से शुरू किया जा रहा है और विश्व सत्ता के नुमाइंदों के अनुसार प्रकृति से उपस्थित संसाधन का सुख पूर्वक उपभोग करते हुए मात्र इस दुनिया में 50 करोड़ लोग ही रहने का अधिकार रखते हैं !

जैसा कि आप सभी जानते हैं इस समय दुनिया की आबादी 700 करोड़ से अधिक हो गई है ! जिसे रोकने के लिये द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद निरंतर दुनिया में अलग अलग तरीके से प्रयास किये जाते रहे हैं लेकिन लोगों ने इन विश्व सत्ता के नुमाइंदों के उद्देश्य के अनुरूप अपने दबाव की राजनीति के लाभ के लिए अपने वर्ग समूह के प्रजनन पर कोई नियंत्रण नहीं लगाया और विश्व की आबादी 700 करोड़ के ऊपर हो गयी !

यह बात विश्व सत्ता के नुमाइंदों को पसंद नहीं आई और उनका यह मानना है कि विश्व में अब जो भी युद्ध होंगे ! उनमें धर्म, जाति, राष्ट्र के नाम पर बढ़ते हुए आबादियों के समूहों की संख्या को तेजी से ख़त्म करना होगा !

इसीलिए विश्व सत्ता के इशारे पर पूरी दुनिया में आबादी को नियंत्रित करने का अभियान प्रारंभ कर दिया गया है ! इससे कोई भी देश अछूता नहीं बचेगा ! पूरी दुनिया में योजनाबद्ध तरीके से जैविक हमले किये जायेंगे और बचे हुए लोगों को जलवायु परिवर्तन कर पूरी दुनिया में एक साथ भुखमरी से मार दिया जाएगा ! आपका धन “डिजिटल करेंसी” के नाम पर आपसे दूर कर किया जाएगा ! उसकी कोई लीगल व टेक्नीकल वेल्यु नहीं होगा और आपका ही धन उस विपत्ति काल में आपके कार्य नहीं आएगा ! यह सब कुछ बहुत ही योजनाबद्ध तरीके से हो रहा है ! जिसके परिणाम भी अब दिखाई देने लगे हैं !

इस षड्यंत्र से मात्र वही व्यक्ति बचेगा जो इन षड्यंत्रकारियों की योजनाओं को व्यवस्थित तरीके से समझ पाएगा ! जो समूह या राष्ट्र इन षड्यंत्रकारियों के षड्यंत्र को नहीं समझ पाएगा वह नष्ट हो जाएगा !

इसलिए सावधान होकर अपने क्षणिक स्वार्थ और लाभ की कामना त्याग कर इन विश्व सत्ता के षड्यंत्रकारियों के षड्यंत्र को समझें और अपना बचाव करें !!

अपने बारे में कुण्डली परामर्श हेतु संपर्क करें !

योगेश कुमार मिश्र 

ज्योतिषरत्न,इतिहासकार,संवैधानिक शोधकर्ता

एंव अधिवक्ता ( हाईकोर्ट)

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