मैकाले ने नहीं विलियम विलसन हन्टर ने नष्ट की थी भारत की गुरुकुल व्यवस्था : Yogesh Mishra

1857 की क्रांति के बाद भारत में पुन क्रांति न हो इसलिये भारत की गुरुकुल व्यवस्था नष्ट करने के लिये ब्रिटिश सरकार ने विलियम विलसन हन्टर को लगाया था !!

15 जुलाई 1840 को जन्मे हंटर ने ग्लासगो, पेरिस तथा बान में शिक्षा प्राप्त की ! 1862 ई. में उन्होंने भारतीय लोक सेवा (इंडियन सिविल सर्विस) में प्रवेश किया ! उनकी नियुक्ति बंगाल में हुई !

1868 ई. में हन्टर ने ग्रामीण बंगाल का क्रमानुसार इतिहास लिखा ! चार साल बाद भारत की अनार्य भाषाओं का तुलनात्मक कोश प्रकाशित किया ! उन्होंने भारत के सांख्यिकीय सर्वेक्षण का प्रबन्ध किया और 1875-1877 ई. में बंगाल का सांख्यिकीय विवरण 20 खंडों में प्रकाशित किया !

इसके साथ ही उन्होंने 23 खंडों वाली इम्पीरियल गजेटियर ऑफ़ इंडिया भी प्रकाशित कराया ! अवकाश ग्रहण करने के बाद 1887 ई. में उन्होंने रूलर्स आफ़ इंडिया (हिन्दी: भारत के शासक) पुस्तक माला का सम्पादन किया और स्वयं डलहौज़ी और मेयो पर पुस्तकें लिखीं !

सन 1880 में लार्ड रिपन को भारत का गवर्नर-जनरल मनोनीत किया गया था ! उस समय उन्होने भारतीय शिक्षा के विषय में (1882 में) एक कमीशन गठित किया जिसे “भारतीय शिक्षा आयोग” कहा गया ! सर विलियम हण्टर इसी कमीशन के सदस्य थे और इन्ही के नाम से इसे हण्टर कमीशन कहा गया !

1882-1883 ई. में हन्टर ने शिक्षा आयोग की अध्यक्षता की ! यह आयोग हन्टर शिक्षा आयोग के नाम से जाना गया ! आयोग की रिपोर्ट ने तत्कालीन भारत की शिक्षा नीति तय करने में निर्णायक भूमिका अदा की ! सहायता और अनुदान प्रणाली प्रचलित की गई !

आयोग की जाँच का विषय :

1. इस बात की जाँच करना की सन 1854 के आदेशपत्र के सिध्दाँतोँ को किस प्रकार क्रियान्वित किया गया !

2. ऐसे उपायों की सुझाव देना जिनको आयोग आदेश पत्र में निर्धारित की गई नीति को क्रियान्वित करने को उचित समझता है !

आयोग के ब्रिटिश सरकार को सुझाव

‘हंटर का मत था – देशी गुरुकुलों को ख़त्म करके ही ब्रिटिश शिक्षा प्रणाली में महत्वपूर्ण स्थान ग्रहण कर सकती हैं ! भारतीय शिक्षा को निम्न खण्डों में प्रमाणपत्र के आधार पर बंटा जाना चाहिये ! जिससे शिक्षा किसी भी व्यक्ति के जीवन में उपयोगी न हो सके !

(1)प्राथमिक शिक्षा
(2)माध्यमिक शिक्षा
(3)उच्च शिक्षा
(4)सहायता अनुदान व्यवस्था
(4)स्त्री शिक्षा
(5)मुस्लिम शिक्षा
(6)आदिवासी व पर्वतीय जातियो की शिक्षा (लोक भाषा मे शिक्षा)
(7)धार्मिक शिक्षा राजकीय विद्यालयो मे नहीं
(8)देशी पाठशालाये ( गुरुकुलों) को ख़त्म किया जाये !
(9)उच्च तथा निम्न सभी प्रकार के सरकारी विद्यालयों को ब्रिटिश सरकार प्रोत्साहन दे !
(10)ब्रिटिश शिक्षा देने के लिये विद्यालय के निर्धन छात्रों को छात्रवृत्ति दी जाए !
(11) उच्च शिक्षा हेतु भारतीयों को सरकारी खर्चे पर ब्रिटेन लाकर पढाया जाये !
यही अनुपयोगी शिक्षा पध्यति आज भी लागू है !!

अपने बारे में कुण्डली परामर्श हेतु संपर्क करें !

योगेश कुमार मिश्र 

ज्योतिषरत्न,इतिहासकार,संवैधानिक शोधकर्ता

एंव अधिवक्ता ( हाईकोर्ट)

 -: सम्पर्क :-
-090 444 14408
-094 530 92553

Check Also

प्रकृति सभी समस्याओं का समाधान है : Yogesh Mishra

यदि प्रकृति को परिभाषित करना हो तो एक लाइन में कहा जा सकता है कि …