विश्व सत्ता के षड्यंत्र के क्रम में एक बहुत ही क्रांतिकारी परिवर्तन होने जा रहा है, जिसमें आप जैसे सामान्य पृथ्वी निवासी को एलियन अर्थात अंतरिक्ष के किसी दूसरे ग्रह का निवासी बना दिया जाएगा !
इसके लिए बस थोड़ा सा आपके डी.एन.ए. को चेंज किया जाएगा ! जिसके लिए आर. एन. ए. बेस्ट वैक्सीनेशन रूपी रसायन तैयार किये जा रहे हैं और आपके मस्तिष्क के मिड ब्रेन में एक चिप इन प्लांट की जाएगी ! जिससे आप दूसरे ग्रह के गुरुत्वाकर्षण बल और वहां के हवा के दबाव और घनत्व के अनुरूप अपने शरीर को एडजस्ट कर सकेंगे ! जिसमें लगभग आपको मात्र 3 वर्ष का समय लगेगा और आपकी आयु को बढ़ाकर 300 से 500 वर्ष का कर दिया जाएगा !
यह सभी का मात्र 25 से 30 वर्षों में सफलतापूर्वक कर लिया जाएगा क्योंकि जिस तरह आज हम पूरी दुनिया में सबसे सस्ते बौद्धिक मजदूर हैं और घूम-घूम कर पूरी दुनिया में दूसरे देशों के विकास के लिए बौद्धिक मजदूरी करते फिरते हैं !
ठीक उसी तरह अब आप मात्र पृथ्वी पर ही बौद्धिक मजदूर नहीं रह जाएंगे बल्कि आपको दूसरे ग्रहों पर भी बौद्धिक मजदूरी करने का अवसर उपलब्ध करवाया जाएगा ! जिसके लिए आपको उस ग्रह की तकनीकी की समझ विकसित करनी होगी ! बाकी काम पृथ्वी पर विश्व सत्ता के वैज्ञानिक कर देंगे !
इससे स्पष्ट है कि समस्त पृथ्वी ही नहीं बल्कि ब्रह्मांड के दूसरे ग्रहों पर भी पृथ्वी के बौद्धिक मजदूर अपने डी.एन.ए. के बेसिक स्वरूप में परिवर्तन करके तथा मस्तिष्क के मिड ब्रेन में चिप लगाकर के वहां मजदूरी करने जा सकेंगे !
आज हम बौद्धिक मजदूर और दूसरे ग्रहों के लिए इस समय प्रयोग का बहुत गंभीर विषय बने हुए हैं, क्योंकि कभी हमारे पूर्वज भी इसी तरह दूसरे ग्रहों से भागकर पृथ्वी पर आए थे ! यह सत्य वह जानते हैं !
और हमारे पूर्वजों ने पृथ्वी के वातावरण के अनुरूप अपने मूल शरीर और डी.एन.ए. में परिवर्तन का अपने को पृथ्वी का राजा घोषित कर दिया ! इसीलिए आज हम उनके शोध का बड़ा विषय बने हुये हैं ! क्योंकि दूसरे ग्रहों के ज्ञान विज्ञान में इतनी तेजी से अपने डीएनए में परिवर्तन कर लेने की क्षमता वाला और कोई भी दूसरा जी नहीं है ! इसीलिए आज अति विकसित दूसरे ग्रहों के जीवों की हम में सबसे अधिक रुचि है !
उन्हें यह लगता है के पूरे विश्व की अति जनसंख्या में कीड़े मकोड़ों की तरह पैदा होने और जीने वाले इंसान जोकि पृथ्वी के माइनस 40 डिग्री टेंपरेचर से लेकर प्लस 60 डिग्री टेंपरेचर तक हर वातावरण और परिवेश में अपने को एडजस्ट कर लेते हैं ! उनके डी.एन.ए. में यदि थोड़ा सा परिवर्तन कर दिया जाए और उसके मस्तिष्क को वहां की तकनीकी के अनुसार नियंत्रित कर दिया जाए तो पृथ्वी का यह बौद्धिक मजदूर उनके ग्रहों पर उनकी शर्तों के अनुसार बहुत कुशलता पूर्वक कार्य कर सकेगा !
इसी क्रम में विश्व सत्ता के नुमाइंदे पृथ्वी पर लोगों से उनका शरीर अपने प्रयोग के लिये अच्छी कीमत देकर खरीद रहे हैं और उन्हें दूसरे ग्रहों के अनुरूप बनाने के लिए तरह-तरह के क्रांतिकारी प्रयोग भी कर रहे हैं ! भले ही इस शरीर के खरीदे जाने के धंधे को मानवता के लिये जीवित देहदान का नाम दिया गया हो !
किंतु जब उनका प्रयोग सफल हो जाएगा तो वह अपनी आवश्यकता के अनुरूप योग्य, स्वस्थ और मेधावी मनुष्यों को अपने प्रयोग के लिए मांगेंगे और विश्व की सरकारें कानून बनाकर लोगों को उनकी गुलामी करने के लिये हमें बाध्य करेंगी !
जो लोग इस कार्य में सहयोग नहीं करेंगे वह सभी व्यक्ति विश्व सत्ता के कानून के तहत “विश्वद्रोही” घोषित कर दिए जाएंगे और उन्हें या तो बलपूर्वक गिरफ्तार करके इस पृथ्वी से उस ग्रह पर भेज दिया जाएगा या फिर उन्हें मार दिया जाएगा ! जिससे अन्य कोई विरोध करने का साहस इकट्ठा न कर सके !
अभी हो सकता है कि मेरी बात आप को आश्चर्यचकित कर रही हो ! लेकिन बहुत जल्द ही मेरे पुराने सूचनाओं की तरह मेरी यह सूचना भी सही सिद्ध होगी ! बस 25 से 30 साल का धैर्य रखने की आवश्यकता है !!