जब इस्लामिक धार्मिक मान्यता के अनुसार किसी भी मुसलमान को भारत के अंदर “भारत माता की जय” कहने या “वंदे मातरम” गीत गाने के लिए बाध्य किया जा सकता है ! तो हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार जो हिंदूओं को गौ तस्करों से “गाय की रक्षा” करने से कैसे रोका जा सकता है क्योंकि हिंदू शास्त्रों का स्पष्ट निर्देश है कि “जो कोई भी गौ माता की हत्या करेगा या हत्या हेतु उसकी तस्करी करेगा, उससे “गौ माता” को तत्काल बचाया जाय !”
अगर “भारत माता की जय” और “वंदे मातरम” गीत गाने के लिए “इस्लामिक” मान्यता के अनुसार मुसलमानों को छूट दी जा सकती है तो गौ तस्करों से गायों को बचने के लिये हिंदूओं के धर्म शास्त्रों के अनुसार गौरक्षकों को छूट क्यों नहीं दी जा सकती ! क्या भारत में सभी तरह के कानून को मानने और सौहार्द का वातावरण बनाए रखने की सारी जिम्मेदारी बस सिर्फ हिंदुओं की ही है !
जब धर्म के नाम पर प्रातः 5 बजे लाऊड स्पीकर से सामूहिक रूप से हल्ला मचा कर दूसरे धर्म वालों को “ध्यान पूजा” न करने देना ! त्यौहार के नाम पर लाखों बकरों को काट का उनका खून नालियों के माध्यम से नदियों में मिला कर दूसरों को प्रदूषित जल पीने के लिये बाध्य कर देना ! सरेआम सड़क घेर कर नवाज़ के नाम पर यातायात बाधित कर देना ! दूसरे धर्म के लोगों को डराने के लिये निर्दोष तीर्थयात्रीयों पर अंधाधुंध गोली चला देना आदि आदि ! उनके धार्मिक मान्यता के अनुसार जायज है तो हिन्दू शास्त्रों के निर्देश पर हिन्दू गौ हत्यारों और तस्करों से गायों को बचने के लिये कोई प्रयास क्यों नहीं कर सकता !
विदेशी प्रचार एजेंसियों को लाइसेंस देकर भारत के अंदर जो विदेशी षड्यंत्रकारी टीवी चैनल चलाये जा रहे हैं ! उन्हें मात्र अल्पसंख्यकों का ही धर्म दिखाई देता है ! टीवी चैनलों पर काम करने वाले तथाकथित जागरुक हिन्दू पत्रकार “क्या दो वक्त की रोटी के लिए अपने जमीर से इतना गिर चुके हैं कि उन्हें बस सिर्फ गौ तस्करों और गौ हत्यारों के ही के ही अधिकार दिखाई देते हैं !” इन टीवी चैनलों पर कोई भी पत्रकार कभी गौ तस्करों और पुलिस की मिली भगत क्यों नहीं उजागर करता है ! गौ तस्करी के अड्डों को कभी इन टीवी चैनलों पर क्यों नहीं दिखाया जाता है ! जिन ट्रकों में गौवंश भरकर हत्या के लिए ले जाये जाते हैं ! उन ट्रकों का टीवी चैनलों पर प्रदर्शन क्यों नहीं किया जाता है ! यह टीवी चैनल मात्र “गौरक्षकों” के खिलाफ ही एक तरफा “विषवमन” क्यों करते हैं ?
कहीं इसके पीछे हिंदुओं का मनोबल तोड़ने का “विश्वव्यापी षड्यंत्र” तो नहीं ! जिसके तहत इन टीवी चैनलों द्वारा “गौ हत्यारों और गौ तस्करों” को संरक्षण प्रदान किया जा रहा है और हिंदुस्तान में ही हिंदुओं को “अपराधी और आतंकवादी” घोषित करने की तैयारी चल रही है ! यदि ऐसा है तो आने वाले समय में हिंदुस्तान में “हिंदू” ही अपने को “हिंदू” कहने से डरने लगेगा !
राष्ट्रीय सौहाद्र की अगर ईमानदारी से इच्छा है तो मौलवीयों को यह फतवा निकालना चाहिये कि “हिन्दुस्तान में मुसलमानों को गौ तस्करी या गौ हत्या नहीं करनी चाहिए क्योंकि भारत एक “हिंदू बाहुल्य राष्ट्र” है और हिंदुस्तान के अंदर मुसलमानों द्वारा गौ तस्करी या गौ हत्या करने से हिंदुओं की धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं ! अतः हिंदुओं की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए मुसलमानों को इस तरह का विधि विरुद्ध कार्य नहीं करना चाहिये !”
शासन सत्ता में बैठे हुए लोगों से मेरा अनुरोध है कि टीवी चैनलों पर होने वाले एकपक्षीय “विषवमन” पर तत्काल रोक लगाई जाए क्योंकि इस तरह के प्रदर्शन सामाज में वैमनस्य पैदा करते हैं ! जिससे हिंदुओं का आत्मबल कमजोर होता है ! गाय हमारी धार्मिक मान्यता है ! शास्त्रों के अनुसार गाय ईश्वर के समकक्ष पूजनीय है ! जो भी व्यक्ति इसकी तस्करी या हत्या करेगा हमारे शास्त्र ही नहीं देश का कानून भी उसे अपराधी घोषित करता है और हिंदू होने के नाते इस तरह के अपराधियों से अपनी “गौ माता” को बचाना हर हिंदू का कर्तव्य है ! इसके लिए चाहे कोई भी कीमत अदा करनी पड़े क्योंकि “गौ रक्षा” हर हिन्दू का धार्मिक अधिकार है !