Tag Archives: मुक्ति के लिये भीतर के नाद सुनना चाहिए

हर मनुष्य के भीतर एक नाद बजता है ,मुक्ति के लिये भीतर के नाद सुनना चाहिए । Yogesh Mishra

मुक्ति के लिये भीतर के नाद को सुनो 108 प्रधान उपनिषदों में से नाद-बिंदु एक उपनिषद है, जिसमें बहुत से श्लोक इस नाद पर आधारित हैं। नाद क्या है, नाद कैसे चलता है, नाद के सुनने का क्या लाभ है, इन सब की चर्चा इसमें की गयी है। नाद को …

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