यदि महाभारत का युद्ध धर्म युद्ध था तो युद्ध समाप्त होने के बाद सतयुग अर्थात सत्य का युग आना चाहिये कलयुग अर्थात कलुषित युग क्यों आ गया ! इससे सिद्ध होता है कि महाभारत युद्ध धर्म की स्थापना के लिये लड़ा गया युद्ध नहीं था ! बल्कि इस युद्ध के …
Read More »भगवान राम की सेना में नहीं था कोई जानवर ! उनके साथ 300 से अधिक राजा लड़ें थे रावण से ! Yogesh Mishra
वैज्ञानिक शोधकर्ताओं के अनुसार भगवान राम के जन्म की तारीख महर्षि वाल्मीकि द्वारा बताए गए ग्रह-नक्षत्रों के आधार पर प्लैनेटेरियम सॉफ्टवेयर से गणना के अनुसार प्रोफेसर तोबयस ने ग्रहों के विन्यास के आधार पर 7130 वर्ष पूर्व अर्थात 10 जनवरी 5114 ईसा पूर्व बतलाया है ! उनके अनुसार ऐसी आकाशीय …
Read More »राष्ट्र रक्षा के लिये ब्राह्मणों को ही उठना होगा ! Yogesh Mishra
जिन लोगों ने भारत को लूटा, तोडा, नष्ट किया, वह आज इस देश में ‘अतीत भुला दो’ के नाम पर सम्मानित हैं और एक अच्छा जीवन जी रहे हैं ! जिन्होंने भारत की मर्यादा को खंडित किया, उसके विश्विद्यालयों को विध्वंस किया, उसके विश्वज्ञान के भंडार पुस्तकालयों को जला कर …
Read More »सम्पूर्ण विश्व में रहा है भगवान श्री राम का प्रभाव !! Yogesh Mishra
सम्पूर्ण विश्व में रहा है भगवान श्री राम का प्रभाव !! विभिन्न देशों की राम कथा यह सिद्ध करती है कि लगभग 3,000 वर्ष पूर्व सम्पूर्ण विश्व में सनातन धर्म ही था ! तभी तो गोस्वामी तुलसीदास जी ने रामचरितमानस में लिखा है कि “हरि अनंत हरि कथा अनंता ! …
Read More »हनुमान जी बंदर नहीं थे | पढ़े पूरा सत्य | Yogesh Mishra
महर्षि गौतम की पत्नी अहल्या के साथ जब इंद्र ने छल किया, तब तक अहल्या को दो संताने प्राप्त हो चुकी थी ! उनमें से एक तो “शतानन्द” माता सीता के पिता राजा जनक के यहां राजपुरोहित घोषित हुये और दूसरी कन्या हनुमान की माता “अंजनी” जिनका विवाह सुमेरु पर …
Read More »रावण में स्वयं अपनी हत्या करवाने के लिए करवाई थी रामेश्वरम की स्थापना | Yogesh Mishra
रावण जैसा श्रेष्ठ ब्राहमण ही अपनी मृत्यु का संकल्प अनुष्ठान अपने शत्रु श्री राम को पूर्ण करवा सकता है ! बाल्मीकि रामायण और तुलसीकतृ रामायण में इस कथा का वर्णन नहीं है, पर तमिल भाषा में लिखी महर्षि कम्बन की ‘इरामावतारम्’ मे यह कथा है। श्री रावण केवल शिव भक्त, …
Read More »विभीषण भ्रातद्रोही या राष्ट्रद्रोही नहीं था ! पढ़े पूरा सत्य | Yogesh Mishra
गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित रामचरितमानस नाट्य ग्रंथ के प्रचलन के साथ एक यह अवधारणा भी फैली कि विभीषण भ्रातद्रोही व राष्ट्रद्रोही था ! रावण के मृत्यु का मूल कारण विभीषण का भगवान श्री राम से मिल जाना था ! इस विषय पर गहन अध्ययन और शोध किया गया ! शोध …
Read More »नहीं खाये थे राम ने शबरी के जूठे बेर ! जानिये पूरा सत्य | Yogesh Mishra
शबरी की कथा का वर्णन रामायण, भागवत, रामचरितमानस, सूरसागर, साकेत आदि ग्रंथों में मिलती है । सीता की खोज करते हुए जब सीता की खोज में जब राम और लक्ष्मण वर्तमान छत्तीसगढ़ के डांग जिले में सुबीर गांव के निकट पहुँचे तो उनकी भेंट वहां शबरी नामक भीलनी महिला से …
Read More »क्या रावण के 10 सर थे ? जानिये रावण के 10 सर का सत्य | Yogesh Mishra
‘रावण’… दुनिया में इस नाम का दूसरा कोई व्यक्ति नहीं है। कुछ विद्वानों अनुसार रावण छह दर्शन और चारों वेद का ज्ञाता था इसीलिए उसे दसकंठी भी कहा जाता था। रावण का राज्य विस्तार : रावण ने सुंबा और बालीद्वीप को जीतकर अपने शासन का विस्तार करते हुए अंगद्वीप, मलयद्वीप, …
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