Tag Archives: shaivism and vaishnavism conflict

सोने की लंका के निर्माण का वैष्णव इतिहास : Yogesh Mishra

श्रीलंका सरकार ने ‘रामायण’ में आये लंका प्रकरण से जुड़े तमाम स्थलों पर शोध करा कर उसकी ऐतिहासिकता सिद्ध कर उक्त स्थानों को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित कर लिया है ! अब आप श्रीलंका जाकर रावण की लंका को देख सकते हैं ! कहते हैं कि श्रीलंका के …

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विश्व कल्याण बनाम लोक कल्याण : Yogesh Mishra

सनातन धर्म साहित्य में विश्व और लोक में अंतर है ! यहां विश्व का तात्पर्य समस्त भूमंडल के भूभाग से है ! जिसकी एक निश्चित काल पहले उत्पत्ति हुई थी और जो समय-समय पर काल के प्रवाह में अपने स्वरूप को बदलता रहता है और अंततः एक दिन इसका विनाश …

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ब्राह्मण ही राष्ट्र की रक्षा कर सकता है अन्य कोई नहीं : Yogesh Mishra

भारतीय समाज ज्ञान के विषय में मूलतः दो परंपराओं में लंबे समय तक विभक्त है ! एक ब्राह्मण द्वारा दिये जाने वाला ज्ञान और दूसरा श्रमण परंपरा का ज्ञान ! परंपराओं का समुच्चय ही सनातन संस्कृति का मौलिक स्वरूप ले लेता है ! मोटे तौर पर इस ज्ञान पध्यति के …

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तैरने वाले पत्थरों से बना रहस्यमयी रामप्पा शिव मंदिर : Yogesh Mishra

सन 1213 में वारंगल, आंध्र प्रदेश के काकतिया वंश के महाराजा गणपति देव को एक शिव मंदिर बनाने का विचार आया ! उन्होनें अपने शिल्पकार रामप्पा को ऐसा मंदिर बनाने को कहा जो वर्षों तक टिका रहे ! रामप्पा ने की अथक मेहनत और शिल्प कौशल ने आखिरकार मंदिर तैयार …

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महाभारत युद्ध के समय अभिमन्यु की आयु 16 वर्ष नहीं बल्कि 34 वर्ष की थी : Yogesh Mishra

40 वर्ष की आयु में अर्जुन का विवाह अपनी चौथी पत्नी सुभद्रा के साथ हुआ और विवाह के बाद अर्जुन एक वर्ष तक कृष्ण के यहाँ सुभद्रा के साथ द्वारिका में रहे ! इसी बीच अभिमन्यु का जन्म हुआ ! तब इंद्रप्रस्थ के बंटवारे में पाण्डव को हस्तिनापुर का खण्डव …

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कुण्डली में हंस योग शरीर और आत्मा की शुद्ध अवस्था है : Yogesh Mishra

हंस योग को एक बेहद शुभ योग माना जाता है ! जिसका संबंध देवगुरु बृहस्पति से होता है ! यदि गुरु अपनी स्वराशि मीन या धनु अथवा उच्च राशि कर्क में स्थित होकर जन्म कुंडली के केन्द्र स्थान में हो तो ऐसे में ‘हंस’ नामक योग बनता है ! इस …

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कृत्रिम गर्भाधान भारतीय गौवंश के सर्वनाश का षडयंत्र है : Yogesh Mishra

वर्तमान भारत में तो अब नयी पीढ़ी को भारतीय मूल के गायों के दर्शन तक दुर्लभ हैं ! शहरों के लोग तो भूल ही चुके हैं कि प्राचीनकाल में भारत की समृद्धि का मूल आधार यहां की गायें ही थीं ! मैकाले की अंग्रेजी शिक्षा पद्धति ने हमारे शिक्षित वर्ग …

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विक्रमादित्य मात्र कोई ऐतिहासिक व्यक्ति नहीं हैं : Yogesh Mishra

विक्रमादित्य को इतिहास से काट देने के पीछे एक बहुत बड़ा षड़यंत्र था ! पहला षड़यंत्र यह कि अकबर से महान कोई नहीं हो सकता इस बात को स्थापित करने के लिए कुछ इतिहास पुरुषों को इतिहास से काटना जरूरी था ! जबकि अकबर ने अशोक महान और विक्रमादित्य की …

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क्या रावण की वास्तविक “रक्ष राष्ट्र” वर्तमान हिन्द महासागर में समा गया था : Yogesh Mishra

तमिल लेखकों के अनुसार आधुनिक मानव सभ्यता का विकास, अफ्रीका महाद्वीप से न होकर हिन्द महासागर में स्थित ‘कुमारी कंदम’ नामक द्वीप में हुआ था ! जो कभी रावण का “रक्ष राष्ट्र” था ! वर्तमान लंका तो मात्र रावण के रक्ष राष्ट्र की राजधानी थी ! हालाँकि इसे अब आधुनिक …

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भगवान के मात्र चमत्कार की नहीं पुरुषार्थ की भी चर्चा होनी चाहिये : Yogesh Mishra

यह हिंदू धर्म का बहुत बड़ा दुर्भाग्य है कि कथा वाचकों ने अपनी दुकान चलाने के लिये भगवान के पुरुषार्थ की चर्चा के स्थान पर भगवान को एक चमत्कारी मदारी बना कर रख दिया है ! उसी का परिणाम है कि आज कोई कथा वाचक भगवान के पसीने से बच्चा …

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