कुण्डली के उपचय – त्रिषडाय तथा त्रिक भावों से बनने वाले राजयोग भी जातक ग्रंथों में पाये जाते है। ये राजयोग भी वास्तविक हैं तथा समाज में उच्च स्थान प्राप्त विशिष्ट व्यक्तियों की कुण्डलियों में देखे जा सकते हैं। लग्र से उपचय स्थानों में समस्त शुभ ग्रह हों तो अति …
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