धर्मान्तरण अभियान कहीं विश्व सत्ता पाने के लिये तो नहीं है ! : Yogesh Mishra

आपको यह सुनने में बड़ा अजीब सा लगेगा ! लेकिन विश्व सत्ता के रणनीतिकारों ने यही निर्धारित किया है कि विश्व में जिसके पास जितना अधिक जनाधार और आधुनिक तकनीक होगी ! उसकी विश्व सत्ता में उतनी अधिक भागीदारी होगी और जन आधार का मानक धर्म से जोड़ा गया है !

शायद इसीलिये आजकल आप देख रहे होंगे कि विश्व की महाशक्तियां सभी छोटे बड़े देशों में धर्मांतरण कराने के लिये बहुत बड़ी मात्रा में फंड दे रही हैं और उन महाशक्तियों के नुमाइंदे रात दिन मेहनत करके पूरे विश्व में धर्मांतरण को एक अभियान के तौर पर चला रहे हैं !

अर्थात दूसरे शब्दों में कहा जाये तो आज बहुत सरल सा दिखने वाला धर्मांतरण वास्तव में भविष्य की विश्व सत्ता को प्राप्त करने की चाबी है ! वरना मात्र अपने अहंकार कि पुष्टि के लिये विश्व का कोई भी उन्नतशील देश अपने युद्ध के संसाधनों से अधिक धन आज के दौर में धर्मांतरण जैसे व्यर्थ के कार्यों पर क्यों नष्ट करेगा !

यह एक भयावह सत्य है कि इस धर्मांतरण के आधार पर ही जनाधार का निर्धारण होगा और उस जनाधार के आधार पर ही विश्व सत्ता में उस धर्म के मुखियाओं की हिस्सेदारी तय होगी !

दूसरी तरफ विश्व सत्ता के निर्देशों के आधीन तकनीकि में तीन तरह की उन्नत की जा रही है ! एक सकारात्मक और दो नकारात्मक ! पहले हम सकारात्मक तकनीक की चर्चा करते हैं ! भविष्य के विश्व सत्ता चलाने वालों की सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि उन्हें विश्व सत्ता चलाने के लिये मात्र कुछ हजार विश्वसनीय व्यक्तियों की आवश्यकता है ! जिन्हें वह विधिवत प्रशिक्षित करेंगे और उनसे जीवन पर्यंन्त काम लेंगे !

लेकिन क्योंकि मनुष्य की आयु ही औसत 80 वर्ष की है ! जिसमें भी मनुष्य को प्रशिक्षित करने में 25 से 30 वर्ष का समय लग जाता है ! अतः एक मनुष्य अपने जीवन काल में संपूर्ण समर्पण के साथ अधिकतम 40 वर्ष तक का ही समय नौकरी में दे पाता है ! ऐसी स्थिति में विश्व सत्ता चलाने के लिये नित नये विश्वसनीय लोगों को खोजना और प्रशिक्षित करना फिर उनसे कार्य लेना एक बहुत बड़ी चुनौती है !

जिसके निस्तारण के लिये उन्होंने विश्व के सभी चिकित्सा शोध वैज्ञानिकों को लगा दिया है ! कि मनुष्य की आयु बढ़ाई जाये अर्थात आज जो मनुष्य कि औसत आयु 80 वर्ष है ! उसे विश्व सत्ता चलाने वाले एक हजार से 1200 साल कर देना चाहते हैं ! जिससे कि 25 साल में जिस व्यक्ति को प्रशिक्षित किया जायेगा ! वह व्यक्ति अगले 1000 वर्ष तक अपनी सेवायें दे सके ! यह सफलता चिकित्सा और मानवता के क्षेत्र में होने वाली बहुत बड़ी सकारात्मक क्रांति होगी !

अब पहले नकारात्मक विषय की चर्चा करते हैं ! विश्व सत्ता चलाने वालों ने यह तय किया है कि पृथ्वी पर जितने भी संसाधन हैं ! उनके अनुपात में पृथ्वी पर जन्म लेने वाले 800 करोड़ मनुष्यों की संख्या लगभग 16 गुना अधिक है ! ऐसी स्थिति में मात्र 50 करोड़ व्यक्तियों को छोड़कर शेष अन्य 750 करोड़ लोगों जो किसी भी रूप में विश्व सत्ता के लिये उपयोगी नहीं हैं ! उन्हें इस विश्व से विदा करना होगा ! जिसके लिये विश्व सत्ता के इशारे पर विश्व की विभिन्न प्रयोगशालाओं में तरह-तरह के आणविक और जैविक हथियारों का निर्माण बड़ी तेजी से चल रहा है !

दूसरी नकारात्मक सूचना यह है कि आने वाले युग में अब पूरी कि पूरी सत्ता कृतिम बौद्धिकता अर्थात कंप्यूटर के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के द्वारा संचालित होगी ! उस स्थिति में पूरी दुनिया को चलाने के लिये मात्र कुछ हजार व्यक्तियों की ही जरूरत होगी ! अतः आप देख रहे हैं कि पूरी दुनिया में बहुत तेजी से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को और अच्छा बनाने पर कार्य किया जा रहा है !

इस कठोर सत्य के सभी लक्षण अब साफ-साफ दिखाई दे रहे हैं ! इसलिये यदि आपको अपने अस्तित्व को बचाना है तो आपके पास दो ही विकल्प हैं ! पहला धर्मान्तरण करके विश्व की किसी भी महाशक्ति के साथ अपने अस्तित्व रक्षा के लिये धर्म के आधार पर जुड़ जाइये या फिर सभी कार्यों को छोड़कर आप जिस धर्म का अनुपालन करते हैं ! उस धर्म को मानने वालों की संख्या इतनी बढ़ा दीजिये कि कल के दिन विश्व सत्ता आप का भी प्रतिनिधित्व सहर्ष स्वीकार कर ले !

यदि इसमें विलंब किया गया तो यह निश्चित मान लीजिये कि भविष्य में विश्व सत्ता के अधीन कोई धर्म नहीं होगा ! व्यक्ति अपने घरों में ही मात्र मनोरंजन के लिये धूपबत्ती जलायेगा, नमाज पढ़ेगा या फिर क्रॉस गले में लटका कर घूमेगा ! लेकिन विश्व सत्ता की निगाह में एक बार विश्व सत्ता स्थापित हो जाने के बाद किसी भी धर्म का कोई भी औचित्य नहीं है ! जैसा आज विश्व के कई देशों में देखा भी जा सकता है !

इसलिये अपने लिये या अपने धर्म के लिये न सही लेकिन अपने अस्तित्व रक्षा के लिये अपने धर्म को जरूर सशक्त कीजिये ! कहीं ऐसा न हो कि मात्र जनाधार न होने के कारण विश्व सत्ता के लोग आपको विश्व से विदा किये जाने वालों की सूची में शामिल कर दें !!

अपने बारे में कुण्डली परामर्श हेतु संपर्क करें !

योगेश कुमार मिश्र 

ज्योतिषरत्न,इतिहासकार,संवैधानिक शोधकर्ता

एंव अधिवक्ता ( हाईकोर्ट)

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