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विश्व सत्ता के इशारे पर नई वैश्विक शिक्षा व्यवस्था : Yogesh Mishra

न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र महासचिव “बान की मून” ने सितंबर 2012 में वैश्विक शिक्षा व्यवस्था के पहल की शुरुआत कर दी है ! क्योंकि अब विश्व सत्ता के इशारे पर “वैश्विक नागरिकता” को बढ़ावा देना है ! उनकी प्राथमिकताओं में एक “हर बच्चे को स्कूल में भर्ती करना” और दूसरा …

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बौद्ध धर्म, धर्म नहीं नास्तिकवादी दर्शन है ! : Yogesh Mishra

धर्म समाज को व्यवस्थित तरीके से चलने के लिये समाज द्वारा धारण किये गये वह नियम हैं !जिनका प्रभाव अनादि काल से अन्नत काल तक रहता है ! क्योंकि धर्म एक जीवनशैली है ! जीवन-व्यवहार का कोड है ! जो समझदारों, चिंतकों, मार्गदर्शकों, ऋषियों द्वारा सुझाया गया सात्विक जीवन-निर्वाह का …

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गौतम बुद्ध का धूर्त अवतारीकरण : Yogesh Mishra

बुद्ध का अवतारीकरण धूर्त भारतीय बाबाओं, वक्ताओं और लेखकों का सबसे बड़ा और सबसे प्राचीन षड्यंत्र रहा है ! इस संदर्भ में आधुनिक भारत में ओशो के द्वारा चलायह गयह सबसे बड़े षड्यंत्र को गहराई से देखना समझना भी जरुरी है ! एक सनातनी बुद्धि से संचालित ओशो का पूरा …

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खजुराहो के मंदिर का आध्यात्मिक रहस्य : Yogesh Mishra

आज से 2000 साल पहले जब पूरे के पूरे आर्यावर्त में बौद्ध धर्म का प्रभाव इतना अधिक बढ़ गया था कि सनातन जीवन शैली की आश्रम व्यवस्था का अधिकांश लोग परित्याग करके बौद्ध भिक्षु बन बौद्ध विहारों में रमण करने लगे थे ! पूरी की पूरी सामाजिक और पारिवारिक व्यवस्था …

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जानिए राष्ट्रों की संप्रभुता के हत्यारे : Yogesh Mishra

प्रथम विश्वयुद्ध तो ब्रिटेन ने अपने साम्राज्य विस्तार के लिये लड़ा था ! लेकिन प्रथम विश्व युद्ध के दौरान हारने वाले देशों पर ब्रिटिश सरकार ने यह दबाव डाला कि जब हम आपके देश पर नियंत्रण करने के लिये आये तो आपने मेरा विरोध क्यों किया ! इस हेतु जो …

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धर्म ग्रंथों में सम्भोग का अर्थ सैक्स नहीं है ! : Yogesh Mishra

गीता प्रेस के संक्षिप्त देवी भाष्य के आधार पर आधारित एक पुस्तक जिसका कि नाम गीता आगे स्पष्ट है उसमें यह लिखा गया की ब्रह्मा जी ने अपनी बेटी सरस्वती के साथ संभोग अर्थात सेक्स करने की इच्छा रखी थी जिस पर वहां के कुछ सनातन धर्म को आपत्ति हुई …

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जानिए भारत का विनाश क्यों हुआ : Yogesh Mishra

क्या आपने सोचा कभी है कि जब भारत के लूट की दौलत और तकनीकि की चोरी से योरोप में औद्योगिक क्रांति संभव है ! तो भारत में यूरोप की तरह कोई औद्योगिक क्रांति क्यों नहीं हो सकी और क्यों भारत ऐतिहासिक रूप से महान होने के बाद भी यूरोप से …

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तक्षशिला विश्व का पहला विश्वविद्यालय : Yogesh Mishra

प्राचीन भारत में गांधार देश की राजधानी और शिक्षा का प्रमुख केन्द्र आर्यावर्त की शान कहा जाने वाला विश्व का सर्वप्रथम तक्षशिला विश्वविद्यालय वर्तमान पाकिस्तान की राजधानी रावलपिण्डी से 18 मील उत्तर की ओर स्थित था ! जिस नगर में यह विश्वविद्यालय था ! उसके बारे में कहा जाता है …

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क्या बौद्ध धर्म का आधार स्त्रियोचित था ! : Yogesh Mishra

प्रकृति के द्वारा ही पुरुष चित्त और स्त्री चित्त के चेतना के केन्द्र भी भिन्न-भिन्न होते है ! पुरुष मूलत: मष्तिष्क केन्द्रित है ! उसका सारा जोर बौद्घिक है ! वह हर चीज को तर्क वितर्क के आधार पर ही तोलता है ! उसके तर्क करने में भाव की गुंजाइश …

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विवेक चूड़ामणि ग्रन्थ का आध्यात्मिक रहस्य : Yogesh Mishra

विवेकचूडामणि आदि शंकराचार्य द्वारा संस्कृत भाषा में रचित प्रसिद्ध ग्रन्थ है ! जिसमें अद्वैत वेदान्त का निर्वचन किया गया है ! इसमें ब्रह्मनिष्ठा का महत्त्व, ज्ञानोपलब्धि का उपाय, प्रश्न-निरूपण, आत्मज्ञान का महत्त्व, पंचप्राण, आत्म-निरूपण, मुक्ति कैसे होगी ! आत्मज्ञान का फल आदि तत्त्वज्ञान के विभिन्न विषयों का अत्यन्त सुन्दर निरूपण …

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