सम्पन्नता के लिये समुद्री मोती का चमत्कार | योगेश मिश्र

सम्पन्नता के लिये समुद्री मोती का चमत्कार

मोती तीन तरह की होती है | पहला “कल्चर्ड मोती” यह सामान्यतया बाजार में बहुत ही सस्ती कीमत पर उपलब्ध होती है क्योंकि इसको मशीन के द्वारा हाई टेंपरेचर पर गलाकर बनाया जाता है | इस मोती की पहचान यह है कि यह पूरी तरह गोल नहीं होती | एक तरफ से चपटी होती है जैसे खाने का बताशा होता है |

दूसरी मोती होती है “स्वीट वाटर मोती” अर्थात मीठे पानी की मोती | जो तालाबों में सीप पाल कर बनायी जाती हैं या नदियों में पाई जाती हैं | यह देखने में गोल चमकदार सुंदर होती है किंतु इसके अंदर मोती के गुणों की कमी होती है | यह भी बाजार में आसानी से उपलब्ध हो जाती है |

किन्तु ज्योतिष और तंत्र में जिस मोती के प्रयोग का वर्णन किया गया है वह मोती स्पष्ट रूप से समुद्र के अंदर खारे पानी में सीप द्वारा निर्मित होती हैं | इसे सी-वोटर मोती भी कहते हैं | इसके अपने कुछ विशेष गुण हैं जिसकी वजह से ज्योतिष और तंत्र में इस मोती का प्रयोग किया जाता है |

निश्चित तौर से यदि कोई व्यक्ति विशुद्ध रूप से समुद्र के अंदर से प्राप्त होने वाली मोती का प्रयोग करता है तो वह निश्चित रूप से सारी ग्रह बाधाओं को काटते हुए अत्यंत संपन्न और सुखी जीवन यापन करता है | इसमें कोई भी संदेह नहीं करना चाहिये |

माँ लक्ष्मी समुद्र की बेटी हैं और माँ लक्ष्मी समस्त संपन्नता देने वाली देवी हैं | अतः माँ लक्ष्मी की आराधना यदि बिना समुद्री मोती के की जाए तो वह आराधना सफल नहीं होती है इसीलिए लोगों को माँ लक्ष्मी की आराधना “समुद्री मोती” के विशेष प्रयोग द्वारा ही करनी चाहिये |

इसलिए यदि आप भी संपन्न बनना चाहते हैं तो समुद्री पानी के “सी वाटर मोती” को पूजा व तंत्र आदि में विधि अनुसार प्रयोग करके संपन्न बनिये |

समुद्री मोती के औषधीय गुण

समुद्री मोती प्राकृतिक कैल्शियम पूरक के रूप में भी व्यावहारिक है। इसका कैल्शियम अत्यधिक सूक्ष्म और उत्कृष्ट और पेट में अवशोषित होता है। यह हड्डियों, जोड़ों और मांसपेशियों को ताकत प्रदान करता है। कैल्शियम कोशिकाओं, मांसपेशी कोशिकाओं, नसों और हड्डियों के इष्टतम कार्य के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसलिए समुद्री मोती मानव शरीर में महत्वपूर्ण कार्यों में सहायता प्रदान करता है। आइए हम समुद्री मोती के महत्वपूर्ण स्वास्थ्य लाभ और औषधीय उपयोगों के बारे में चर्चा करें।

• अत्यधिक क्रोध
• छोटी छोटी बातों पर चिढ़ना
• कुंठा
• निद्रा संबंधी बाधा
• अनिद्रा (नींद ना आना)
• व्याकुलता
• बेचैनी
• घबराहट
• आक्रामक व्यवहार
• क्रोध
• शोर सहन नहीं होना
• अधिक पसीना आना
• डर के साथ पसीना आना
• आत्मघाती विचार
• बालों का समय पूर्व सफ़ेद होना
• बाल झड़ना
• सिर में गर्मी महसूस करना
• सिर में जलन महसूस करना

यदि किसी में उपरोक्त लक्षण हैं तो तनाव विकारों या अवसाद के उपचार के लिए समुद्री मोती एक विशेष प्रक्रिया द्वारा पसंदीदा औषधि के रूप में भी प्रयोग होती है।

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योगेश कुमार मिश्र 

ज्योतिषरत्न,इतिहासकार,संवैधानिक शोधकर्ता

एंव अधिवक्ता ( हाईकोर्ट)

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