हर महापुरुष वक्त से पहले पैदा हुआ इंसान होता है ! यह किसी भी विश्वविद्यालय में नहीं बनाया जा सकता है ! जिन व्यक्तियों में ईश्वर द्वारा भविष्य देखने का सामर्थ होता है और उस भविष्य को सरल शब्दों में समाज के सामने रखने का गुण होता है, वही व्यक्ति महापुरुष हो जाता है !
ऐसे ही भविष्य के एक व्यक्ति का नाम था ओशो ! जो अपने समय से 100 वर्ष पहले इस पृथ्वी पर आए थे ! उन्होंने अपने जीवन में मानवता के कल्याण के लिये 10,000 से अधिक वक्तव्य दिये ! धर्म, अध्यात्म, तंत्र, दर्शन, इतिहास अर्थात गर्भाधान से लेकर मृत्यु तक कोई भी विषय उनसे छूटा नहीं !
जीवन में पूरी दुनिया को देखने का जो एक नया आयाम उन्होंने दिया ! उसने लोगों के सोचने समझने का तरीका बदल दिया ! लेकिन दुर्भाग्य यह कि उस काल के अल्प विकसित व्यक्तियों ने उनका सम्मान नहीं किया और जैसा हर महापुरुष के साथ होता है कि उन्हें भी जहर देकर मार दिया गया !
लेकिन भला हो उस विज्ञान का जिसने उनके विचारों को ऑडियो और वीडियो में संजो कर रख लिया है ! आज यही 70 साल पुराने ऑडियो वीडियो विचारशील व्यक्तियों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं !
ओशो ने समस्त मानवता के कल्याण के लिए भविष्य के जिस जीवन शैली अर्थात धर्म की कल्पना की थी ! वह निश्चित रूप से मनुष्य की बुद्धि विकसित होने के साथ-साथ अगले 50 साल बाद इस पृथ्वी पर अपना साकार रूप लेगी !
लेकिन दुख तब होता है जब इतने विकसित व्यक्तित्व के अनुयाई उस व्यक्ति के विचारों को फैलाने की जगह उस पर अपना एकाधिकार जमाने का प्रयास करते हैं ! जैसे ओशो उनकी कोई निजी धरोहर था !
लेकिन सूर्य के प्रकाश को बांधा नहीं जा सकता है ! हां सूर्य के प्रकाश को एक सीमित कमरे में न आने देने वाला व्यक्ति जरूर अंधकार में ही रह जाता है ! ओशो का विचार भविष्य की मानवता के लिए एक अति विकसित धर्म होगा ! जिसे आज का मनुष्य अपने बौद्धिक विकास के साथ आज से 50 साल बाद समझ पाएगा ! इसीलिए ओशो को भविष्य का धर्म गुरु कहा जा सकता है !!