जब गेहूं के बीज को अच्छी उपजाऊ जमीन में बोया जाता है तो कुछ ही दिनों में वह अंकुरित होकर बढ़ने लगता है और उसमें पत्तियां निकलने लगती है ! जब यह अंकुर पांच-छह पत्तों का हो जाता है तो अंकुरित बीज का यह भाग ज्वारा कहलाता है ! औषधीय विज्ञान में गेहूं का यह ज्वारा काफी उपयोगी सिद्ध हुआ है ! गेहूं के ज्वारे का रस कैंसर जैसे कई रोगों से लड़ने की क्षमता रखता है !
वर्षों से गेहूं के जवारे के रस को एक शक्तिशाली पेय के रूप में जाना गया है ! गेहूं के जवारे कई खनिजों, विटामिन, और जिगर एंजाइमों का एक बड़ा स्रोत है ! गेहूं के जवारे में विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन ई, विटामिन के, और बी शामिल हैं ! यह पोटेशियम, आहार फाइबर, थायामिन, राइबोफ़्लिविन, नियासिन, विटामिन बी 6, पैंटोथेनिक एसिड, लोहा, जस्ता, तांबे, मैंगनीज और सेलेनियम का भी स्रोत है !
इसका उपयोग हेमोग्लोबिन का उत्पादन बढ़ाने, रक्त शर्करा विकारों में सुधार लाने, दांत क्षय को रोकने, तेजी से घाव भरने और बैक्टीरिया संक्रमण को रोकने के लिए किया जाता है ! कुछ लोग भूरे बालों को रोकने, उच्च रक्तचाप को कम करने, पाचन में सुधार लाने और कोलेस्ट्रॉल के अवशोषण को अवरुद्ध करने के लिए इसका उपयोग करते हैं !
जवारे तैयार करने की विधि: लगभग 100 ग्राम अच्छी गुणवत्ता वाले गेहूं को साफ पानी से धोकर, फिर भिगोकर 8 से 10 घंटे रख दें ! तत्पश्चात इन्हें 1 फुट ग् 1 फुट की क्यारियों या गमलों में बो दें ! यह काम रोजाना सात दिनों तक करें ! सातवें दिन पहले गमले/क्यारी मे गेहूं या जौ के जवारे करीब 8-9 इंच तक लंबे हो जाएंगे !
अब उन्हें मिट्टी से ऊपर-ऊपर काट लें, मिक्सी में डालकर साथ में कोई फल जैसे केला, अनानास या टमाटर डालकर मिक्सी को चला लें ! फिर इस हरे रस को चाय की छन्नी से छान कर कांच के गिलास में डालकर आधे घंटे के अंदर सेवन करें ! आधे घंटे के पश्चात जवारों के रस से मिलने वाले पोषक तत्वों में कमी आ सकती है ! जवारों को काटने के बाद जड़ को मिट्टी से उखाड़ कर फेंक दें और नई मिट्टी डालकर नये गेहूं बो दें ! काटने के बाद जो जवारे दोबारा उग आते हैं उनसे शरीर को कोई लाभ नहीं मिलता है !
गेहूं के जवारे के लाभ
1. त्वचा रोग और घावों का इलाज करता है: यह एक्जिमा, सोरायसिस और आतपदाह सहित त्वचा से जुड़े कई प्रकार के रोगों का इलाज करने के लिए जाना जाता है ! यह त्वचा की कोशिकाओं को जल्दी से पुनर्जीवित करके मुँहासे और त्वचा के घावों का भी इलाज कर सकता है !
2. पाचन में सहायता: गेहूं के जवारे का रस अपने एंजाइम, अमीनो एसिड और विटामिन बी की सामग्री के कारण पाचन विकारों से पीड़ित लोगों को लाभ देता है ! यह अल्सर, चिड़चिड़ा आंत्र सिंड्रोम, ईर्ष्या, और अपच का इलाज करने में मदद करता है !
3. कैंसर को रोकने में मदद: यह खून को साफ करके कैंसर को रोकने में मदद कर सकता है ! यह रक्त ऑक्सीजनेटिंग की क्षमता के कारण कैंसर से बचने में मदद करता है !
4. प्रतिरक्षा और ऊर्जा में सुधार: यह लाल रक्त कोशिका की गिनती बढ़ता है ! गेहूं के जवारे में मौजूद क्लोरोफिल रक्त में अधिक ऑक्सीजन देने में मदद करता है, जिससे प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार होता है !
5. साइनस जमाव साफ़ करे: यह रोगक्षमता का समर्थन करता है और सूजन को कम करता है, इसलिए यह साइनस के जमाव को कम करने के लिए भी मदद करता है !
6. उर्वरता और कामेच्छा बढ़ जाती है: इसमें पी 4 डी 1 नामक एक कम्पौंड होता है जो शुक्राणुओं की संख्या बढ़ा सकता है और प्रजनन क्षमता में वृद्धि कर सकता है !
7. जिगर को शुद्ध करें: इसके विषम गुणों, पोषक तत्वों और एंजाइमों के साथ, यह इस महत्वपूर्ण अंग को पुनर्स्थापित और पुनर्जीवित करने में सक्षम है !
8. बालों का स्वास्थ्य: यह सूखे बाल और रूसी के लिए अच्छा है ! इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट सफेद बालों को रोकने में मदद करते हैं !
9. तनाव कम कर देता है: इसमें मौजूद विटामिन चिंता को दूर करने और मानसिक स्वास्थ्य की बेहतर स्थिति प्राप्त करने के लिए आपकी मदद करने में प्रभावी हैं !
10. वजन घटाने के लिए: गेहूं के जवारे का रस थायरॉयड ग्रंथि के प्रबंधन से वजन कम कर सकता है !