देशव्यापी कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम लांच किया गया ! जिसके आधार पर नंदी पैदा न हो और केवल बछिया हो उसके लिये योजनाबद्ध तरीके से अब कार्य चालू ! जब नंदी के आधर पर गर्भधान न होकर और साथ ही नंदियो के संवर्धन करने से अलग केवल गायों को पैदा करवाना वो भी अप्राकृतिक तरीके से ना केवल प्रकृति के साथ छेड़छाड़ है बल्कि गोवंश के साथ अत्याचार और नश्लो को खत्म करने का षड्यंत्र है !
नंदी की नश्ल को खत्म करने से लेकर कृत्रिम गर्भधान के द्वारा गायों के वास्तविक मूल गुण, धर्म को खत्म कर उन्हें वर्णशंकर और कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता के गायों को बढ़ावा मिलेगा ! जिससे कालांतर में भारतीय नश्ल का नंदी पूरी तरह ख़त्म हो जायेगा !
अगर गौ वंश के हित में मूल कार्य करना है तो गौमाता को राष्ट्रमाता का सम्मान देकर गौरक्षा का केंद्रीय कानून बनाया जाये, गौ वंश मंत्रालय, गोबर-गोमूत्र का मूल्य निर्धारित करे ! किसानो/गौपालकों को गौ आधारित खेतीके लिये प्रोत्साहित करे ! गोबर गैस तथा पेट्रोल के विकल्प के तौर पर गोबर गैस संयंत्र होने चाहिये, गोचर भूमि गोवंश के लिए और प्रजननं के लिये नंदियो की व्यवस्था प्रत्येक ग्राम में की जानी चाहिये !
मथुरा के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने गाय को लेकर चिंता प्रकट कर कहा कि कुछ लोगो को गाय का नाम सुनने से करंट लग जाता है ! लेकिन देशभर में कई ऐतिहासिक गौमाता राष्ट्रमाता आंदोलन हो गये लेकिन यह आंदोलन समय- समय पर दबा दिये गये !
गौमाता के लिये बोलने से अलग सीधे गौमाता को राष्ट्रमाता का सम्मान दिलाकर गोवंश हत्या मुक्त भारत बनाने का कार्य करना चाहिये तथा गोचर की जमीन के साथ प्रत्येक गांव में नंदी की व्यवस्था करनी चाहिये !