शाबर तंत्र पर आधारित राम चरित मानस में सुन्दरकाण्ड एक ऐसा छंद पाठ है, जो की हर प्रकार की बाधा और परेशानियों को समाप्त कर देने में पूर्णतः समर्थ है ! आजकल के व्यस्तता भरे दिनचर्या में बहुत अधिक समय तक पूजा कर पाना हमेशा संभव नहीं होता, ऐसे में इस छंद रूपी सुंदरकांड का पाठ को आप पूरा पढ़ सकें तो बहुत अच्छा है, पर नहीं पढ़ सकते या समय का आभाव है, तो ऐसा करे के इसमें कुल 60 दोहे हैं, हर दिन 10 दोहों का आप पाठ कर लें, ये आप मंगलवार से शुरू कर सकते हैं, जो की रविवार तक सम्पूर्ण हो जायेगा, ऐसे आप बार बार कर सकते हैं, पर इस बात का विशेष ध्यान रखना बहुत जरुरी है, की आप जब तक पाठ करें, तब न तो मांस मदिरा का सेवन न ही करें, और न ही अपने घर में मांस मदिरा लायें, जब तक पाठ हो, आपको ब्रह्मचर्य और सदाचार का पालन करना होगा, अन्यथा दोष के भागी बनेंगे !
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भी सुंदरकांड का पाठ किसके लिए विशेष फलदाई माना जाता है :-
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सुंदरकांड का पाठ एक अचूक उपाय है, ज्योतिषों के द्वारा उपाय के तौर पर अक्सर बताया जाता है, उन लोगो के लिए ये विशेष फलदाई होता है जिनकी जन्म कुंडली में मंगल नीच का है, पाप ग्रहों से पीड़ित है, पाप ग्रहों से युक्त है, या उनकी दृष्टि से दूषित हो रहा है, मंगल में अगर बल बहुत कम हो, अगर जातक के शरीर में रक्त विकार हो, अगर आत्मविश्वास की बहुत कमी हो, अगर मंगल बहुत ही क्रूर हो, तो भी ये पाठ आपको निश्चित रहत देगा. अगर लग्न में राहू स्थित हो, लग्न पर राहू या केतु की दृष्टि हो, लग्न शनि या मंगल के दुष्प्रभावो से पीड़ित हो, मंगल अगर वक्री हो या गोचर में मंगल के भ्रमण से अगर कोई कष्ट आ रहे हो, शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या से आप परेशान हों, इत्यादी ! इन सभी योगो में सुंदरकांड का पाठ अचूक फल दायक माना जाता है ! सुंदरकांड का पाठ से अनेक समस्याओं का निराकरण होता है, और अनेक मामलों में लाभ होते है !
1. इसका पाठ करने से विद्यार्थियों को विशेष लाभ मिलता है, ये आत्मविश्वास में बढोतरी करता है, और परीक्षा में अच्छे अंक लाने में मददगार होता है, बुद्धि कुशाग्र होती है, अगर बहुत छोटे बच्चे हैं तो, उनके माता या पिता उनके लिए इसका पाठ करें !
2. इसका पाठ मन को शांति और सुकून देता है, मानसिक परेशानियों और व्याधियो से ये छुटकारा दिलवाने में सहायक है !
3. जिन लोगो को गृह कलेश की समस्या है, इस पाठ से उनको विशेष लाभ मिलता है !
4. अगर घर का मुखिया इसका पाठ घर में रोज करता है तो, घर का वातावरण अच्छा रहता है !
5. घर में या अपने आप में कोई भी नकारात्मक शक्ति को दूर करने का ये अचूक उपाय है !
6. अगर आप सुनसान जगह पर रहते हैं, और किसी अनहोनी का डर लगा रहता हो, तो उस स्थान या घर पर इसका रोज पाठ करने से हर प्रकार की बाधा से मुक्ति मिलती है, और आत्मबल बढ़ता है !
7. जिनको बुरे सपने आते हो रात को अनावश्यक डर लगता हो इसके पाठ निश्चित से आराम मिलेगा !
8. जो लोग क़र्ज़ से परेशान हैं, उनको ये पाठ शांति भी देता है, और क़र्ज़ से मुक्ति में सहायक भी होता है !
9. जिस घर में बच्चे माँ पिता जी के संस्कार को भूल चुके हों, गलत संगत में लग गए हों, और माँ पिता जी का अनादर करते हों, वहां भी ये पाठ निश्चित लाभकारी होता है !
10. किसी भी प्रकार का मानसिक या शारीरिक रोग भले क्यों न हो, इसका पाठ लाभकारी होता है !
11. भूत-प्रेत की व्याधि भी इस पाठ को करने से स्वतः ही दूर हो जाती हैं !
12. नौकरी में प्रमोशन में भी ये पाठ विशेष फलदाई होता है !
13. घर का कोई भी सदस्य घर से बाहर हो आपको उसकी कोई जानकारी मिल पा रही हो, या न भी मिल पा रही हो, तो भी आप अगर सुंदरकांड का पाठ करते हैं, तो सम्बंधित व्यक्ति की निश्चित ही रक्षा होगी, और आपको चिंता से भी राहत मिलेगी, और इसके अलावा ऐसे बहुत से लाभ हैं, जो सुंदरकांड का पाठ से मिलते हैं, आप सभी इस पाठ का लाभ उठायें, और अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव महसूस करें, जीवन सार्थक बनायें, इस पाठ के मदद से हर दिन नए उत्साह से जियें, और परेशानियों से निजात पायें !