ग्रह दोष के कारण किसी व्यक्ति का अप्रत्याशित समस्याओं में फंस जाना एक अलग विषय है ! और अप्रत्याशित समस्याओं के आ जाने के कारण अवसाद अर्थात डिप्रेशन में चला जाना एक दूसरा विषय है ! प्रायः लोग इन दोनों को एक साथ जोड़ कर देखते हैं और अवसाद अर्थात डिप्रेशन का इलाज ज्योतिषियों से करवाने में बहुत सा धन अनावश्यक व्यय कर देते हैं ! जब कि डिप्रेशन का इलाज ज्योतिष में है ही नहीं ! क्योंकि इस तरह की कोई भी चिकित्सा ज्योतिष के मूल सिद्धांतों के विपरीत है ! यह आयुर्वेद का विषय है ! जिसमें वनस्पतियों और भस्मों की मदद से चिकित्सा की जाती है !
अवसाद अर्थात डिप्रेशन की परेशानी व्यक्ति के व्यक्तिगत “स्वभाव और संस्कार” का विषय है ! यह रोग प्रायः “अहंकारी या भयभीत” व्यक्ति को ही होता है ! ग्रह दोष अप्रत्याशित समस्याओं के माध्यम से मात्र व्यक्ति के अंदर “नकारात्मक मानसिक तनाव” पैदा करते हैं ! जिसे कुछ लोग “ईश्वर के प्रति अटूट श्रद्धा और निष्ठा” रखकर बर्दाश्त कर लेते हैं ! कुछ लोग “आक्रोश की ऊर्जा” से इस नकारात्मक मानसिक तनाव पर अपनी प्रतिक्रिया देते हैं !
किंतु जहां तक प्रश्न “अवसाद और डिप्रेशन” का है ! “डिप्रेशन” व्यक्ति के मन की एक आंतरिक स्थिती होती है ! जो व्यक्ति सदैव अज्ञात कारणों से भयभीत, शंकालु, अहंकारी, झूठ बोलकर प्रभाव जमाने वाला या छिद्रान्वेषण स्वभाव का होता है ! वह ग्रह दोषों के कारण अप्रत्याशित समस्याओं के आने पर बहुत जल्द “डिप्रेशन” में आ जाता है ! इसके अतिरिक्त जो व्यक्ति कुछ देने की इच्छा नहीं रखता अर्थात “कंजूस” या सदैव हर व्यक्ति से कुछ न कुछ पाने की इच्छा रखता है अर्थात “लोभी” वह व्यक्ति भी बहुत जल्दी ही डिप्रेशन में आ जाता है !
इसलिए डिप्रेशन का इलाज करने के लिए किसी भी रत्न या रुद्राक्ष आदि की आवश्यकता नहीं है ! इसके लिए डिप्रेशन वाले व्यक्ति के साथ “संवेदना पूर्ण गहन संवाद” अर्थात सकारात्मक काउंसलिंग की आवश्यकता है और उस व्यक्ति को सदैव यह समझाने का प्रयास करना चाहिए कि “ग्रह दोष के कारण जो अप्रत्याशित नकारात्मक समस्याएं आपके सामने आ गयी हैं, वह क्षणिक और अस्थाई हैं !” इनसे ऐसी कोई बड़ी क्षति नहीं होने वाली है जैसा कि आप सोच रहे हैं ! आप किसी भी डिप्रेशन के व्यक्ति को जितनी अच्छी तरह कौंसलिंग करेंगे वह व्यक्ति उतनी जल्दी डिप्रेशन के बाहर आ जाएगा !
जो लोग अपने डिप्रेशन का इलाज किसी ज्योतिषी या तांत्रिक के पास ढूंढ रहे हैं ! वह बस ठगी का शिकार हो रहे हैं ! क्योंकि किसी भी ज्योतिषीय या तांत्रिक के पास ऐसा कोई सामर्थ नहीं है कि वह किसी भी व्यक्ति को बिना कौंसलिंग डिप्रेशन के बाहर निकाल सके ! अतः डिप्रेशन की समस्या से बचने के लिए किसी भी ज्योतिषी या तांत्रिक के बहकावे में आकर अनावश्यक रुप से धन व्यय करने की आवश्यकता नहीं है ! ऐसा मेरा मत है !