व्यंग सत्य
सामाजिक संबंधों में दांत चियारने का बड़ा महत्व है ! आजकल प्रायः देखा जाता है कि लोग अपने काम के प्रति गंभीर नहीं होते या उन्हें अपना काम करना ही नहीं आता लेकिन अधिकारी के समक्ष, राजनेताओं के समक्ष या सामाजिक संबंधों में परिवार, नातेदार, रिश्तेदार के समक्ष अनावश्यक दांत चियार कर अपना सब काम बना लेते हैं ! और जो अधिकारी ज्यादा गंभीर नहीं होते हैं, उन्हें भी ऐसे ही दांत चियारने वाले व्यक्ति बहुत पसंद आते हैं !
इसलिए कलयुग में यदि राजा को खुश रखना है या अपने संबंधों को जीवित बनाये रखना है तो दांत चियारने की कला अति महत्वपूर्ण है ! इससे बैंक से लोन मिल जाता है ! तलाक देकर जाने वाली बीवी वापस आ जाती है ! घर से भागा हुआ नालायक लड़का घर वापस आ जाता है ! आपकी सारी अयोग्यता आपके दांत चियारने मात्र से अधिकारियों के सामने योग्यता में बदल जाती है !
बिजली और पानी का बिल आसानी से सुधर जाता है ! अनावश्यक गाड़ी का चालान होते होते बच जाता है ! नो पार्किंग से जो पुलिस वाले आपकी गाड़ी उठा ले गये हैं, वह गाड़ी ही वापस नहीं मिलती बल्कि साथ में एक कप चाय भी पीने को मिल जाती है ! धन की आवश्यकता पड़ने पर नातेदार, रिश्तेदार आपकी आर्थिक मदद करने लगते हैं अर्थात दूसरे शब्दों में कहा जाये तो मात्र दांत चियारने के बड़े ही सामाजिक सकारात्मक परिणाम देखने को मिलते हैं !
इसलिए आजकल इस विशेष कला के लिए विशेष कक्षाएं योग और अवसाद घटाने के नाम पर लगाई जा रही हैं ! क्योंकि जिन लोगों ने दांत चियारने के महत्व को समझ लिया है वह आपको दांत चियारने की कला सिखा कर धन कमाना जानते हैं ! यही लोग दांत चियार कर सांसद, विधायक, मंत्री, आयोग के अध्यक्ष, हाई कोर्ट जज आदि बन जाते हैं ! एक बार नौकरी पा जाने के बाद इसी दांत चियारने की कला के कारण व्यक्ति को धड़ाधड़ प्रमोशन मिलने लगता है और एक समय वह आता है कि जिस व्यक्ति ने उसको नियुक्त किया था, दांत चियारने वाला उसी का वरिष्ठ अधिकारी बनकर उसकी खोपड़ी पर सवार हो जाता है !
लेकिन दांत चियारना वह फिर भी नहीं भूलता है ! यही दांत चियारने का महत्त्व है ! इसलिए यदि आप आज तक दांत नहीं चियार रहे हैं और जिंदगी में धक्के खा रहे हैं तो आज से ही दांत चियारना शुरू कर दीजिये और जीवन में आपको भी सफलता मिलनी शुरू हो जाएगी !!