ब्रह्मास्मि क्रिया योग में सफलता वैसे तो २ दिन में मिल जाती है ! पहले और दूसरे दिन 6-6 घंटे अभ्यास कराया जाता है ! इसके बाद इसका फॉलोअप दो घंटे हर हफ्ते करवाया जाता है ! करीब डेढ़ माह के अभ्यास में बच्चों की इंद्रियां संवेदनशील होने लगती हैं ! बच्चे को घर पर भी कुछ अभ्यास करना होता है ! लगभग 3 महीने अभ्यास करने से पूरा एक्टिवेशन हो जाता है ! इसके बाद 10-15 मिनिट रोज प्रयोग करते रहने से जिंदगी भर इसका लाभ लिया जा सकता है ! 5 से 15 साल तक के बच्चों का ब्रेन आसानी से सक्रिय हो सकता है !
ब्रह्मास्मि क्रिया योगध्यान और विज्ञान के संयोग से विकसित एक विशेष तकनीक है जिसके द्वारा सबसे पहले बच्चे के दिमाग को अल्फा तरंग की स्टेज में लाया जाता है ! इस स्थिति में ब्रेन चेतन एवं अवचेतन मन के बीच ब्रिज का काम करने लगता है ! फिर एक खास तरह की ब्रेन-वेब्स, विशिष्ट ध्वनि तरंगें सुनवाई जाती हैं, जिससे ब्रेन के न्यूरान सेल्स सक्रिय हो जाते हैं ! ब्रेन सक्रिय होने से यादाश्त, ध्यान, कल्पनाशक्ति, रचनात्मकता और जल्दी पढ़ने की कला जाग्रत हो जाती है ! सभी इंद्रियां एक साथ आब्जेक्ट को महसूस कर मस्तिष्क को सूचना देने लगती हैं !
एडल्ट मिड ब्रेन एक्टिवेशन’ नाम से एक तकनीक विकसित हो रही है जिसके द्वारा 15 से 50 साल तक के लोगों में भी इन्ट्यूशन पावर, सृजनशीलता, माइन्ड रीडिंग, टेलीपैथी, हीलिंग शक्ति आदि योग्यताएं विकसित की जा सकती हैं ! बच्चों को क्या फायदा होता है? ब्रह्मास्मि क्रिया योगकोर्स करने के बाद बच्चों में एकाग्रता की जबर्दस्त बढ़ोतरी होती है, यहां तक कि वे आंखों में पट्टी बांधकर किताबें पढ़ सकते हैं, एवं विभिन्न रंगों को आसानी से पहचान सकते हैं ! कोर्स करने के बाद छात्रों की जीवन शैली ही बदल जाती है !
यह कोर्स ध्यान तथा वैज्ञानिक तकनीक पर आधारित है, जिससे कोई साइड इफेक्ट नहीं होता ! इस कोर्स के कई लाभ हैं जैसे- • आई-क्यू काफी तेजी से बढ़ना ! • ग्रहण शक्ति में वृद्धि ! • आत्म-विश्वास बढ़ना ! • क्रिएटिविटी का विकास ! • गुस्से पर नियंत्रण ! • आंखें बंद रख कर किसी भी दृश्य, वस्तु या व्यक्ति को जानने की क्षमता ! • स्मरण-शक्ति कl विकास ! • विश्लेषण क्षमता तथा निर्णय लेने की शक्ति का विकास ! अन्य फायदे बच्चा आंखें बंद करके पढ़ सकता है ! आंखों पर पट्टी बांधकर किसी भी वस्तु या व्यक्ति को छू कर, सूंघ कर उसके बारे में सटीक बता देता है, मानो उसे खुली आंखों से देख रहा हो !
अगर आप समझ रहे हैं कि ये चमत्कारी ताकत जन्म से ही मिलती है, तो ऐसा नहीं है; यह वरदान योग और विज्ञान के मिले-जुले प्रयोग ‘ब्रह्मास्मि क्रिया योग’ के जरिये होता है ! कोई भी इसे आजमा सकता है ! भारतीय योग और जापानी तकनीक के अभ्यास से बच्चों की इंद्रियों को अति-संवेदनशील बना दिया जाता है ! यह तकनीक आज के बच्चों के लिए एक वरदान साबित हो रही है !