2019 के बाद जिस तरह वैक्सीन का विरोध कुछ डॉक्टर और चिंतकों द्वारा किया गया ! उसको लेकर 7 फरवरी 2022 में अमेरिका की संसद के अंदर एक बिल लाया गया ! जिसमें उपलब्ध तथ्यों का गहराई से अध्ययन करने पर यह पता चला कि वैश्विक षड्यंत्रकारियों ने एक कार्य योजना बनाकर उसे मान्यता दे दी है !
जिसके तहत डब्ल्यू.एच.ओ. या यू.एन.ओ. के मानकों के विपरीत जाकर यदि कोई व्यक्ति कोई भी विचार समाज में रखेगा तो उससे मानवता के विरुद्ध आतंकवादी घोषित कर दिया जाएगा !
इसी नियम के तहत आप लोग देखते होंगे कि आये दिन आपकी पोस्ट फेसबुक से उड़ा दी जाती है या फिर यूट्यूब पर आप अपना कोई वीडियो अपलोड करते हैं तो उसे हटा दिया जाता है ! इसके लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के कंप्यूटर चौबीसों घंटे काम में लगे रहते हैं !
इसके लिए विश्व के 117 देश आपस में संधि करेंगे ! अतः इस तरह स्वतंत्र विचार रखने वाला व्यक्ति दुनिया के किसी भी कोने में भागकर अगर शरण लेता है, तो उसके पकड़े जाने पर उसे उसी देश को सौंप दिया जाएगा जहां पर उसने अपने स्वतंत्र विचार रखे थे !
और अंतर्राष्ट्रीय मानक के अनुसार उसे आजीवन कारावास का दंड दिया जाएगा ! इसमें भारत के संविधान के तहत अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मौलिक अधिकार भी उसे नहीं बचा पाएगा !
जैसे आज जल, जंगल, जमीन की रक्षा करने वालों को नेक्स्ट फ्लाइट घोषित कर दिया जाता है और उनके विरोध बड़ी कानूनी कार्रवाई की जाती है ! ठीक वैसी ही कार्यवाही अब स्वतंत्र विचार रखने वालों के विरुद्ध भी की जाएगी !
यह बात मैं मनोरंजन में नहीं बल्कि यथार्थ में कह रहा हूं और अधिक जानकारी के लिए आप लोग इसकी सत्यता को तलाश किजिए ! यदि आप चाहेंगे तो पूर्ण विस्तार के साथ इस विषय पर मैं अपना पूर्ण लेख प्रस्तुत करूंगा !!