जानिये कौन है स्वामी रामभद्राचार्य ? गीताप्रेस की रामायण से क्यों है इन्हे आपत्ति । जरूर पढ़ें ।

जगद्गुरु रामभद्राचार्य कहते हैं कि वर्तमान में प्रकाशित तुलसीकृत रामचरितमानस अशुद्धियों का पुलिंदा है। यहां तक कि मंगलाचरण भी गलत लिखा गया है। जो रामचरितमानस अब तक पढ़ी जा रही थी, उसे तुलसीदास द्वारा लिखी गयी मूल रामचरितमानस नहीं माना…
