आजकल सोनिया गांधी की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से वायरल हो रही है ! जिसमे ईसा मसीह की मूर्ति रखी हुई है और एक बाइबल की किताब तथा एक किताब और जिसमें भारत को क्रिश्चियनिटी में कैसे कन्वर्ट कर भारत को क्रिश्चियन राष्ट्र बनाया जाये शायद इसके फार्मूले दिये गये हैं ! अब यह वास्तविक फोटो है या फोटोशॉप से एडिट की गई है यह विषय तो विवाद का है ! पर मैं यहां दूसरी बात करता हूं !
एक ईसाई यीशु की मूर्ति और बाइबल जरुर रखा ही है, चाहे आपके यहां श्रीमद्भगवद्गीता या रामचरितमानस न मिले ! और रही बात भारत जैसे देश को क्रिश्चियन राष्ट्र बनाने की, तो यह कार्य आज भी बीजेपी की सत्ता में पूरे देश में बड़ी तेजी से धूमधाम के साथ चल रहा है और इस पर किसी भी किस्म की कोई भी कार्यवाही नहीं की जा रही है !
बल्कि उल्टा जिन संतों ने समाज में धर्मांतरण को रोक रखा था ! उनको विभिन्न फर्जी आपराधिक मामलों में जेलों में बंद कर दिया गया है ! जिससे विधर्मियों के धर्मांतरण का कार्य बिना किसी अवरोध के चल सके !
आज पूरे देश में धर्मांतरण के कार्य के लिये जगह-जगह रोज नई-नई चर्चों का निर्माण इसी बीजेपी की सत्ता में हो रहा है और पूरी दुनिया से धर्मांतरण कराने वाले भारत आकर चंगाई सभा में खुलेआम भारतीय समाज का ईसाई धर्म में धर्मांतरण करवा रहे हैं ! यह सब इसी पूर्ण बहुमत की बीजेपी सरकार की नाक के नीचे हो रहा है !
हिंदू राष्ट्र के लिए गली-गली में “धर्म रक्षा निधि” बटोरने वाले और हाफ पैंट पहनकर रोज सुबह शाखा लगाने वाले तथाकथित राष्ट्रवादी जो कि हिंदुओं के सहयोग से एक “स्वयंसेवक संघ” भी चलाते हैं ! वह सभी अब जनता की धर्म रक्षा निधि 90 साल खा लेने के बाद हिंदू जनमानस को यह समझाने का प्रयास कर रहे हैं कि हिंदुस्तान की संस्कृत में गैर हिंदुस्तानी संस्कृति का आदमी भी आता है ! इसलिए अब ईसाई और मुसलमानों को अपना भाई मानकर उन्हें स्वीकार करना होगा !
यह इस बात का स्पष्ट संदेश है कि आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने विधर्मियों के आगे घुटने टेक दिये हैं और इन्हीं के अनुषांगिक संगठन “विश्व हिंदू परिषद” के अंदर अब वह सामर्थ्य ही नहीं बचा कि वह हिंदू धर्मांतरण के विरुद्ध कोई जन आंदोलन खड़ा कर सकें ! जबकि केंद्र तथा कई राज्यों में इनकी अपनी तथाकथित हिंदूवादी पूर्ण बहुमत की सरकार सत्ता में है !
आज भारत में घोषित 3 तथा जबरदस्ती के 142 शंकराचार्य हैं ! जिनका कार्य पूरी दुनिया के 160 करोड़ हिंदुओं का मार्गदर्शन करना है ! लेकिन यह लोग बस सिर्फ आपसी मुकदमे बाजी और भगवान के नाम पर चांदी की खड़ाऊ रख कर चंदा वसूलने के अलावा और कोई कार्य नहीं कर रहे हैं !
भारत के अंदर पांच लाख से अधिक छोटे-बड़े मंदिर हैं ! जिनमें बीस लाख से अधिक साधु, संत, महात्मा, पुजारी, पंडा, सेवक आदि अपना जीवन यापन कर रहे हैं ! 2 करोड़ से अधिक दीक्षित नागा हैं ! जिन की स्थापना आदि गुरु शंकराचार्य द्वारा सत्य सनातन हिंदू धर्म की रक्षा के लिये ही मात्र की गई थी ! लेकिन यह लोग भी अपने निजी अहंकार और आपसी प्रतिस्पर्धा में उलझ कर मात्र धर्म के नाम पर कलह कर रहे हैं और या फिर गांजा पीकर गुमनामी में पड़े हुये हैं !
राम मंदिर निर्माण के नाम पर करोड़ों रुपये चंदा बटोरने वाले धर्मांतरण का बोर्ड देखते ही अपनी आंखें बंद कर लेते हैं और इनमें वह सामर्थ ही ही नहीं कि वह खुलेआम हो रहे धर्मांतरण के विरुद्ध कोई बड़ा जन आंदोलन खड़ा कर सकें !
कुल मिलाकर दूसरे शब्दों में यह कहा जा सकता है कि भारत का हिंदू और हिंदुओं के नाम पर ठेकेदारी करने वाले दोनों ही धर्म की रक्षा के लिये या तो धूर्तता कर रहे हैं और या फिर नपुंसकों की तरह जीवन यापन कर रहे हैं !
एक दूसरे देश से आया हुआ विदेशी सामान्य चंगाई सभा लगाने वाला कैसे शासन सत्ता की इच्छा के विरुद्ध खुलेआम इस पूरे देश में धर्मांतरण का जहर घोल रहा है और हम बस सिर्फ फेसबुक और व्हाट्सएप पर फोटो डालकर आत्म संतोष की प्राप्ति कर ले रहे हैं ! धिक्कार है तुम सभी को !
तुम से तो बेहतर श्रीमती सोनिया गांधी हैं ! जो स्पष्ट रूप से स्वीकार करती हैं कि हां मैं ईसाई हूं ! बाइबल पढ़ती हूं और जीसस क्राइस्ट की आराधना करती हूँ ! परदेस से भारत में आकर बस जाना और आजीवन अपने धर्म की रक्षा करते रहना ! अपने धर्माचार्यों के निर्देश पर अपने धर्म के विस्तार के लिए कार्य करते रहना, क्या यह उनके साहस और स्वाभिमान का परिचय नहीं है !
डूब मरो तुम लोग, जो इस तरह के वाहियात पोस्टर बनाकर भारत के हिंदुओं को विश्व की निगाह में नपुंसक घोषित कर रहे हो ! धिक्कार है तुमको कि तुम लोगों ने अपनी नपुंसकता का सोशल मीडिया पर बाजार लगा रखा है ! तुम्हारे इसी तरह के नपुंसकता पूर्ण विज्ञापनों के कारण आज पूरी दुनिया तुम्हारा धर्मांतरण कराने के लिए भारत की तरफ आ रही है ! कम से कम अगर अपने को बचाने का सामर्थ्य नहीं है तो दुनिया को तो यह मत बताओ कि हम दोगले नस्ल के नपुंसक हैं !
मेरी बात कड़वी जरूर पर विचार करना कि सोशल मीडिया पर इस पोस्टर में न जाने कितने हिंदुओं का मनोबल तोड़ दिया होगा और पूरे विश्व को यह संदेश दिया है कि नपुंसक हिंदू अपनी आत्मरक्षा नहीं सकता ! वह मूर्ख और कायर ही नहीं नपुंसक भी है !!