आप जानते हैं कि इंटरनेट पर हमें जो अश्लील फिल्में दिखाई जाती हैं ! इन फिल्मों को बनाने और प्रसारण करने का सारा खर्चा कंडोम, कृत्रिम लिंग, सेक्स डॉल, उत्तेजक औषध आदि बनाने वाली कंपनियां और पूरे विश्व में नशे का धंधा करने वाले बड़े-बड़े ड्रग माफिया उठाते हैं !
इन सब के पीछे पूंजीपतियों और साम्राज्यवादी शक्तियों का इन्हें संरक्षण प्राप्त होता है ! क्योंकि पूंजीपतियों और साम्राज्यवादी शक्तियों का यह मानना है कि पूरे विश्व में सेक्स का धंधा नशे से भी बड़ा है और जब विश्व का युवा अनियंत्रित सेक्स में उलझ जायेगा तो समाज में पूंजीपतियों और साम्राज्यवादी शक्तियों प्रतिस्पर्धी कम होंगे ! इसके लिये वह लोग अनियंत्रित सेक्स में युवा पीढ़ी को उलझाये रखने के लिये समय-समय पर अलग-अलग तरह के उत्तेजक कार्यक्रम प्रायोजित करते रहते हैं !
अब प्रश्न यह है कि अनियंत्रित सेक्स की जड़ पोर्न फिल्म देखना चाहिये या नहीं ! इस पर लोग कई तरह की बातें करते हैं ! नीम हकीमों की तरह कोई इसके फायदे गिनवाता है, तो कोई नुकसान ! पर लगता है वर्तमान में पोर्न का सबसे बड़ा दुशमन रूस बनता जा रहा है ! रूस ने अभी हाल में वहां की बेहद चर्चित पोर्न साइट ब्रेजर्स को बैन कर दिया है !
बैन का कारण बताया गया है कि चिकित्सक और वैज्ञानिकों की राय में पोर्न फिल्म मस्तिष्क के लियह खतरनाक है और यह मानुष्य में सोच समझने की क्षमता को नुक्सान पहुंचाता है ! ऐसा पहली बार नहीं है कि रूस में पोर्न साइट पर बैन लगा हो ! दुनिया की सबसे बड़ी पोर्न वेबसाइट्स पोर्नहब और यूपॉर्न को भी रूस पिछले साल सितंबर में बैन कर चुका है !
2014 में जर्मन शोधकर्ताओं ने पाया कि जो लोग बहुत ज्यादा पोर्न देखते हैं ! उनका दिमाग सिकुड़ कर छोटा हो जाता है ! बिल्कुल वैसे जैसे शराब की लत और डिप्रेशन के शिकार व्यक्तियों के दिमाग का हाल होता है !
बनावटी सेक्स सीन्स को देखने से आपके दाम्पत्य जीवन के असल के रिश्ते खराब हो जाते हैं ! यह बात 1980 में प्रोफेसर डग्लस केंड्रिक द्वारा रिसर्च में बतलायी गई थी ! जिसमें उनका यही कहना था कि लगातार पोर्न फिल्म देखने से अपने पार्टनर के प्रति प्रेम कम हो जाता है ! पोर्न देखने के आदती लोगों का दिमाग बिल्कुल ड्रग एडिक्ट लोगों के दिमाग की तरह काम करता है !
वही दूसरी ओर कंडोम, कृत्रिम लिंग, सेक्स डॉल, उत्तेजक औषधियाँ बनाने वाली कंपनियां भी पश्चिम ऑन्टैरियो यूनिवर्सिटी से इस विषय पर शोध करवा रही हैं ! उनके शोधकर्ता रोन्डा बलजारिनी के अनुसार पोर्न फिल्म देखने से तनाव कम होता है ! यह व्यक्ति के आक्रामक प्रवृत्तियों को भी नियंत्रित करता है !
इसी तरह जरनल ऑफ सेक्स रिसर्च में छपी एक स्टडी के अनुसार पोर्न आपको एक बेहतर इंसान बनाता है ! ज्यादा पोर्न देखने वाले पुरुषों और महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति ज्यादा जागरुक पाया गया है ! ऐसे पुरुषों का रवैया महिलाओं के प्रति कम नकारात्मक होता है ! साथ ही पोर्न देखने वाले पुरुषों में लैंगिक भेदभाव करने की प्रवृत्ति कम देखी गई है !
इस तरह एक तरफ फायदे हैं तो दूसरी तरफ नुकसान भी हैं ! अब यह आप पर निर्भर है कि आप इसके कौन से पक्ष में खड़े हैं !
किंतु मेरी राय है कि व्यक्ति की जीवनी ऊर्जा नाभि में होती है ! जिसका मस्तिष्क के पीनियल ग्लैंड के साथ संपर्क हो जाने पर व्यक्ति के अंदर अप्रत्याशित योग्यता दिखने लगती है ! जिसे निरंतर साधना और प्रयास से प्राप्त किया जा सकता है ! इसीलिये सनातन धर्म ग्रंथों में ब्रह्मचर्य को बहुत महत्व दिया गया है ! मेरी राय में क्योंकि यह मौथुनिक सृष्टि है ! अतः व्यक्ति को वंश प्रजनन के अतिरिक्त ब्रह्मचर्य का ही पालन करना चाहिये ! ऐसा मेरा मत है !!