चमत्कारी बाबा का काला धन | Yogesh Mishra

मैने एक रात स्वप्न में देखा कि हमारे देश में एक चमत्कारी बाबा रहते हैं ! वह 200 साल तक जीवित रहने का दावा करते हैं और लोगों को शारीरिक व्यायाम करा कर कैंसर, डायबिटीज, हार्ट प्रॉब्लम, मेंटल प्रॉब्लम, डिप्रेशन, किडनी, लीवर आदि किसी भी तरह की कोई भी बीमारी हो ठीक कर देते हैं !

किंतु ताज्जुब की बात यह है कि पिछले 20 सालों से पूरा का पूरा देश उनके बताए अनुसार शारीरिक व्यायाम कर रहा है लेकिन देश का एक भी अस्पताल अभी तक मरीजों के अभाव में बंद नहीं हुआ !

एक दिन अचानक शारीरिक व्यायाम कराते-कराते उनको राष्ट्रप्रेम जागृत हो गया और वह गंभीर रूप से देश की चिंता करने लगे ! देश की चिंता करते-करते यह निष्कर्ष निकाला कि “भारत के अंदर जो राजनीतिक लोग हैं, वह भ्रष्टाचार का काला धन विदेशों में जमा करते हैं, यदि वह भारत में वापस आ जाए तो देश की सभी समस्याएं देखते ही देखते समाप्त हो जाएगी !” अतः उन्होंने काले धन के विरुद्ध एक राष्ट्रव्यापी अभियान चलाया और लोगों से अभियान में आर्थिक मदद के लिए सहयोग का आवाहन किया ! लोगों ने भी भावुकता में दिल खोलकर चमत्कारी बाबा को आर्थिक मदद की !

काला धन तो देश में आज तक वापस नहीं आया किन्तु चमत्कारी बाबा जन सहयोग से एक बहुत बड़े व्यवसाई जरूर बन गये ! पहले तो बाबा ने लोगों को स्वस्थ करने के लिए तरह-तरह की दवाइयां बनानी शुरू की ! फिर कुछ दिनों बाद उनको समझ में आया कि जब तक मिलावटी भोजन व्यक्ति खाता रहेगा ! तब तक उनके शारीरिक व्यायाम और दवाइयों से कोई लाभ नहीं होगा ! अतः देश के नागरिकों को मिलावट मुक्त भोजन उपलब्ध कराने के लिए उन्होंने हल्दी, धनिया, मिर्चा, तेल, आटा, दाल, चावल, आदि सब कुछ बेचना शुरू कर दिया ! फिर उन्हें यह महसूस हुआ कि इससे भी लोगों का स्वास्थ्य नहीं ठीक हो रहा है ! तो उन्होंने साबुन, तेल, शैंपू, चाकलेट, मैगी, एनर्जी ड्रिंक, जींस, चड्डी, बनियाईन आदि तरह-तरह के सामान बेचना शुरू किया ! उनके इस अथक प्रयास के बाद भी देश के लोगों के स्वास्थ्य नहीं सुधारा !

अब चमत्कारी बाबा ने यह निर्णय लिया कि जब तक विदेशी कंपनियां भारत के अंदर अपना माल बेचेगी, तब तक देश के नागरिकों का स्वास्थ्य ठीक नहीं हो सकता ! अतः देश के नागरिकों का स्वास्थ्य ठीक करने के लिये विदेशी कंपनियों को भगाना जरुरी है !

इसी श्रंखला में उन्होंने पूरे देश के हर गली, फुटपाथ, चौराहे पर अपनी दुकान खोल दी ! ऐसा लोगों ने बताया कि आज देश के अंदर 2 लाख से अधिक स्थानों पर चमत्कारी बाबा का निर्मित सामान बिक रहा है और चमत्कारी बाबा स्वयं बताते हैं कि हमारा टर्नओवर 10,000 करोड़ प्रतिवर्ष का है मतलब चमत्कारी बाबा के अनुसार प्रतिदिन औसत 33.33 करोड़ की सेल है !

चमत्कारी बाबा का धंधा व्यवसाय पूरी तेजी पर चल रहा था तभी देव संयोग से देश में एक घटना घटी ! 8 नवंबर 2016 को अचानक देश के प्रधानमंत्री ने यह घोषणा की “कि आज रात 12:00 बजे के बाद 1000 और 500 के नोट नहीं चलेंगे और यदि कोई व्यक्ति चाहे तो अपने व्यावासिक खाते में 1000 और 500 के पुराने नोट 31 दिसम्बर 2016 तक जमा कर सकता है बदले में उसे नये नोट मिल जायेंगे !”

अब चमत्कारी बाबा को तो मजा आ गया ! अगले दिन सुबह से ही चमत्कारी बाबा के 2 लाख आउटलेट ने 1000 और 500 के पुराने नोट लेने बंद कर दिए ! जिसे भी सामान, दवा आदि लेना होता था ! वह 100, 50 के ही नोट मैं भुगतान करता था !

चमत्कारी बाबा की गणित के अनुसार 10,000 करोड़ का प्रतिवर्ष टर्नओवर करने वाली संस्था जो प्रतिदिन औसत 33.33 करोड़ का माल बेचती है उसने 50 दिन में औसत 1,667 का करोड़ का माल बेच दिया ! पुराने नोटों का आउटलेट पर “नोट बन्दी” के कारण भुगतान नहीं लिया गया ! किंतु 2 लाख व्यवसायिक खातों में 50 दिन में औसत 1,667 करोड़ के पुराने नोटों को जमा कर दिये गये ! जबकि देश का आम नागरिक एक–एक नोट बदलने के लिये दिन-दिन भर लाईन में खड़ा होता था !

इसी बीच लाइट चली गई और पसीने से तरबतर जब मैं जागा तो सोचने लगा 33.33 करोड़ मल्टिप्लाई 50 दिन में 1,667 करोड़ों ! इस तरह चमत्कारी बाबा ने निश्चित तौर से 1,667 करोड़ का काला धन अपने व्यवसाय खातों में जमा करके सफेद कर लिया होगा ! काश ऐसा कुछ यथार्थ में हो पाता लेकिन देश की कानून व्यवस्था इतनी चुस्त-दुरुस्त है कि ऐसा किया जाना संभव नहीं है ! लेकिन अगर वास्तव में ऐसा हो गया हो तो इस प्रकरण की जांच कब और कैसे होगी ?

अपने बारे में कुण्डली परामर्श हेतु संपर्क करें !

योगेश कुमार मिश्र 

ज्योतिषरत्न,इतिहासकार,संवैधानिक शोधकर्ता

एंव अधिवक्ता ( हाईकोर्ट)

 -: सम्पर्क :-
-090 444 14408
-094 530 92553

Check Also

सुपरबग क*रोना से भी ज्यादा खतरनाक होगा : Yogesh Mishra

आधुनिक चिकित्सा जगत की सबसे महत्वपूर्ण और शोध परक पत्रिका “लांसेट” ने अपने शोध के …