
सनातन ज्योतिष में शुभ महूर्त कौन कौन से होते है : Yogesh Mishra
सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और दैनंदिन वार और नक्षत्रों के संयोग से…

सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और दैनंदिन वार और नक्षत्रों के संयोग से…

लग्नाधिपति और गुरु या शुक्र का केन्द्र में स्थापित होना जातक को दीर्घ जीवी और राजनीति…

मौत के आठ प्रकार माने गये है। केवल शरीर से प्राण निकलना ही मौत की श्रेणी…

भगवान बद्रीनाथ के बारे में तो आप जानते ही होंगे। नर और नारायण पर्वत के बीच…

जुड़वाँ भाई/बहन की जन्म कुंडली एक होने के बाद भी उनके “भाग्य और क्षमता” में भिन्नता…

तलाक के कारणों का आज हम ज्योतिषीय आधार पर विश्लेषण करने का प्रयास करते हैं |…

कुंडली के द्वितीय भाव मे नीच के सूर्य हो तो कुंडली मे चाहे जितने भी शुभ…

राजयोग का अर्थ होता है कुंडली में ग्रहों का इस प्रकार से मौजूद होना की सफलताएं,…

पिता का श्रापः इस श्राप को देखने के लिए कुंडली में सूर्य की स्थिति को देखा…