आज पूरी की पूरी दुनिया के डिस्टलाइजेशन का हवाला देकर हमें यह बताने का प्रयास किया जा रहा है कि यदि भारत डिस्टलाइजेशन हो जायेगा ! तो भारत के अंदर से भ्रष्टाचार, गरीबी, बेईमानी, चोरी, मुफतखोरी, हरामखोरी आदि सब कुछ समाप्त हो जायेगा और हर गरीब व्यक्ति को न्याय मिल सकेगा !
सत्ता और जनता के मध्य पारदर्शिता के संबंध होंगे ! जिससे जनता को इतनी सुविधायें मिलेंगी ! जिसकी जनता कल्पना भी नहीं कर सकती है !
लेकिन सत्यता इससे अलग है ! वास्तव में देखा गया है कि जिन-जिन क्षेत्रों में अभी तक डिस्टलाइजेशन हुआ है ! वहां पर किसी भी तरह का कोई परिवर्तन नहीं हुआ है ! शासन-प्रशासन, न्यायपालिका आदि में व्याप्त भ्रष्टाचार आज भी ठीक वैसा ही है जैसा डिस्टलाइजेशन के पहले था ! बल्कि धूंस की रकम डिस्टलाइजेशन के नाम पर और बढ़ी ही है !
अर्थात डिस्टलाइजेशन को लेकर जो ख्वाब दिखाये जा रहे हैं वैसा कुछ भी बदलने वाला नहीं है ! तो फिर डिस्टलाइजेशन पर इतना जोर क्यों ?
इसका सीधा-सीधा जवाब है पूरा विश्व जिस तरह 90 के दशक में ओपन एकनोमी की तरफ बढ़ा था ! ठीक उसी तरह इक्कीसवीं सदी में पूरा विश्व एकल “विश्व सत्ता” की ओर बढ़ रहा है !
अर्थात अब हर देश की सभी व्यक्तिगत और सार्वजनिक संपत्ति पर किसी भी व्यक्ति या देश का एकाधिकार नहीं होगा बल्कि विश्व की समस्त संपत्तियों पर एकमात्र विश्व सत्ता होगी ! उसके निर्देश पर ही विश्व की सभी संपत्ति का उपयोग किस तरह किया जाना है ! इसकी रणनीति विश्व सत्ता के नुमाइंदे ही बनायेंगे !
इसलिये यह परम आवश्यक हो गया है कि विश्व में किस देश में कितनी संपत्तियां हैं ! उसका डिस्टलाइजेशन करके डाटा इकट्ठा किया जाना आवश्यक है ! फिर चाहे वह आपका घर, मकान, खेत, खलियान, फैक्ट्री आदि ही क्यों न हो ! जिससे भविष्य में उसे पूंजीपतियों और साम्राज्यवादी शक्तियों के प्रयोग के लिये आवंटित किया जा सके !
विश्व सत्ता के उस सार्वजनिक आवंटन में यदि क्षेत्रीय लोग विश्व सत्ता की इच्छा के विरुद्ध कोई अवरोध पैदा करेंगे ! जैसे कि धरना, प्रदर्शन, आंदोलन, संघर्ष आदि ! तो विश्व सत्ता की सेना ऐसे व्यक्तियों के विरुद्ध ठीक उसी तरह कार्रवाई करेगी जैसे आज संपत्ति स्वामियों को नक्सलाइट बताकर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाती है और इस कार्यवाही का सारा खर्च भी नागरिक को विश्व सत्ता को देना होगा !
अर्थात डिस्टलाइजेशन की ओट में आपके देश की सभी सार्वजनिक और व्यक्तिगत संपत्ति से आपके सारे अधिकार समाप्त कर दिये जायेंगे और विश्व का कोई भी व्यक्ति इसका विरोध भी नहीं कर पायेगा ! और निकट भविष्य में आपकी संपत्ति का उपभोग आपके देखते देखते कोई और कर रहा होगा !
इस तरह डिस्टलाइजेशन नये गुलामी की तैयारी है !!