आखिर विश्व सत्ता कैसे कार्य करती है : Yogesh Mishra

क्या आप जानते हैं कि विश्व सत्ता इस दुनिया को कैसे नियंत्रित करती है ! यदि नहीं तो ध्यान से पढ़िये !

हमारे इंटरनेट की दुनिया में 5 लेयर होती है ! पहली लेयर सर्फिंग लेयर कहलाती है ! जिसमें हम सभी लोग अपने डाटा को डालते हैं और सर्फिंग करते हैं ! यह वास्तविक इंटरनेट की दुनिया का मात्र 4% हिस्सा ही है !
इसके बाद इंटरनेट दूसरी लेयर पहली लेयर से अधिक सिक्योर होती है ! जिसमें सभी सरकारी रिकॉर्ड, बैंक के खाते, मिलेट्री के दस्तावेज, रेलवे, मंत्रालय आदि के दस्तावेज, सरकार की नीतियों के कागजात आदि होते हैं ! जो डिजिटल ताले के अंदर रखे जाते हैं ! जिन्हें वही व्यक्ति देख सकता है, जिसके पास इन डिजिटल तालों की चाबी अर्थात पासवर्ड होता है !

इसके बाद इंटरनेट की एक तीसरी दुनिया होती है जिसे डार्क नेट कहा जाता है ! जिससे विश्व के सभी बड़े बड़े माफिया अपना कार्य करते हैं ! जिसमें अन्तराष्ट्रीय हथियारों की तस्करी, ड्रग ड्रिलिंग, मानव अंगों की तस्करी, लुप्त प्राय जीव जंतुओं की तस्करी आदि आदि अति गोपनीय व्यापार व्यवसाय किया जाता है ! जिसके सर्च इंजन अलग होते हैं ! कार्यशैली और पासवर्ड अलग होते हैं ! जैसे अंगुली या आंख का स्केन आदि ! इसका प्रयोग मात्र इल्लुमिनाति के सदस्य संस्थायें करती हैं !

इसके बाद इंटरनेट की दुनिया में चौथी लेयर होती है ! जिसका प्रयोग इस विश्व को चलाने वाले करते हैं ! वह लोग ही निर्धारित करते हैं कि कब सोने की कीमत क्या होगी या डॉलर की कीमत क्या कर दी जाये ! कब कहां किस देश में जन आंदोलन खड़ा करना है या किस देश की अर्थव्यवस्था को ध्वस्त करना है ! किस देश में भुखमरी फैलानी है और किस देश का विकास करना है ! कब किस देश में कौन सा व्यक्ति प्रधानमंत्री बनेगा या कब किस शासक को सत्ता से उतार दिया जाये या फिर किस शासक की हत्या करवा देना उचित रहेगा !

इंटरनेट की इस लेयर पर मात्र इल्लुमिनाति के मुख्य सदस्य ही कार्य करते हैं ! जो इस पूरी की पूरी दुनिया को चला रहे होते हैं ! इसमें इल्लुमिनाति के साधारण सदस्य को प्रवेश करने की इजाजत नहीं होती है और न ही किसी भी देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री या रक्षा एजेंसियां ही इंटरनेट के लेयर पर आ सकती हैं ! इस स्तर पर किसी को भी आने की आज्ञा नहीं है ! यह अति गोपनीय और अति सुरक्षित लेयर है ! इसके भी सर्च इंजन, कार्यशैली और पासवर्ड अलग होते हैं !

अब बात करता हूं इंटरनेट के पांचवें लेयर की ! यह वैक्यूम लेयर है ! इंटरनेट का 30% से अधिक हिस्सा विश्व सत्ता के नियंताओं को इंटरनेट की दुनिया में उनके प्रयोग के लिये बिना किसी शर्त के दिया गया है ! इस हिस्से का इस्तेमाल उनकी इच्छा के बिना पृथ्वी का कोई भी निवासी नहीं कर सकता है ! इसका इस्तमाल मात्र ब्रह्मांड के दूसरे ग्रहों पर बैठे हुये नियंता और पृथ्वी पर उनके प्रतिनिधि ही कर सकते हैं ! जिनके लिये इंटरनेट की यह पांचवी लेयर सुरक्षित है !

जिसके माध्यम से वह विश्व सत्ता के विश्व नियन्ता लोग दुनिया के किसी भी किस्म का कोई भी डाटा ले सकते हैं ! उसका विश्लेषण कर सकते हैं ! उसके अनुरूप नीति बना सकते हैं और उस नीति के क्रियान्वयन के लिये पृथ्वी पर किसी भी व्यक्ति से भी संपर्क कर सकते हैं और उस व्यक्ति को कार्य के अनुरूप दिशा निर्देश दे सकते हैं और उसके खाते में धन राशि हस्तांतरित कर सकते हैं !

इस लेयर पर जो कार्य होता है ! वह पूरी तरह से हमारे सामान्य इंटरनेट तकनीक से कई गुना आगे की तकनीक के प्रयोग द्वारा होता है ! जिसे जान और समझ पाना हम सामान्य पृथ्वी निवासियों के बस की बात नहीं है ! वह लोग अपने सभी दिशा निर्देश अपनी-अपनी कोड भाषा में देते हैं ! जिसे उनके ही प्रोग्राम के द्वारा जिस देश के व्यक्ति से संपर्क करना होता है ! उस देश की भाषा में डी-कोड कर अनुवादित किया जा सकता है और उनके प्रतिनिधि इसी डी-कोडेड दिशा निर्देश के द्वारा कार्य को अंजाम देते हैं !

पूरी दुनिया को जेनेटिकली मॉडिफाइड बीज उपलब्ध कराकर विश्व के सभी प्राकृतिक मौलिक बीजों को दुनिया की निगाह से छिपाकर सुरक्षित रखना ! प्रकृति के मौलिक जीव-जंतु, पशु-पक्षी, वनस्पति आदि के मौलिक गुणों के स्थान पर वैकल्पिक गुणों की सामग्री उपलब्ध करा कर प्रकृति के मौलिक गुणों से संपन्न वस्तु, प्राणी और वनस्पति को दुनिया की निगाह से छिपाकर क्षद्म में रूप में संरक्षित करना आदि आदि इन्हीं की योजना का हिस्सा है !

पूरी दुनिया को ऊर्जा के दो स्रोतों पेट्रोलियम और विद्युत में समेट देना और इन दोनों ही स्रोतों पर विश्व सत्ता के नुमाइंदों द्वारा इलामुनिती के सदस्यों द्वारा नियंत्रण बनाये रखना !

सूचना और संवाद के सभी स्रोतों पर उच्च तकनीकी से नियंत्रण बनाए रखना ! जिससे कि व्यक्ति सत्य सनातन प्राचीन सूचना और संवाद के तकनीकी के विषय में चिंतन ही न कर पाये !

इसी तरह चिकित्सा के क्षेत्र में प्राकृतिक चिकित्सा, मर्म चिकित्सा, दैनिक चिकित्सा आयुर्वेदिक चिकित्सा, आदि आदि सर्व सुलभ चिकित्सा पद्धतियों के स्थान पर एलोपैथिक चिकित्सा को स्थापित करना और उसके द्वारा पूरी दुनिया को चिकित्सा के नाम पर गुमराह करना इन्हीं की विस्तृत योजना का हिस्सा है !

तकनीकी द्वारा मस्तिष्क को सदैव भ्रमित बनाये रखना, अप्रत्याशित तरीके से प्रायोजित बौद्धिक हमले और दूषित आहार-विहार विचार को आधुनिकता के आडंबर में लपेटकर समाज को उस ओर प्रेरित करने के लिए नए-नए तरह के संसाधन मानव समाज को आधुनिकता के नाम पर प्रस्तुत करना और इससे व्यवसाय के तौर पर एलुमनाई के एजेंटो द्वारा समाज में प्रचलित करवाना आदि आदि इन्हीं का कार्य है !

विश्व के सभी व्यापार धंधों को “मुद्रा” पर आश्रित कर देना तथा प्रत्यक्ष मुद्रा को तकनीकी के माध्यम से क्षद्म मुद्रा में परिवर्तित कर देना और समाज को मुद्रा विहीन बनाकर डिजिटल करेंसी के नाम पर लाचार और बेबस कर देना कर देना आदि भी इन्हीं की योजना का अंग है !

हर ग्रह पर एक धर्म, एक शासन, एक मुद्रा और एक ही तरह की विचारधारा हो ! जिससे ग्रहों की आंतरिक कलह पूरी तरह से समाप्त की जा सके ! विज्ञान की मदद से अविकसित मानव मस्तिष्क द्वारा प्रकृति का अनावश्यक दोहन भी न हो ! संसाधनों के अभाव में संघर्ष न हो ! इसके लिये जनसंख्या को नियंत्रित करने की विस्तृत कार्य योजना इन्हीं विश्व सत्ता के योजनाकारों की योजना का अंश है ! जिसे मात्र इलमुनिटी के सदस्य क्रियान्वित करते हैं !

इसके अलावा विश्व की शासन प्रणाली को सुनियोजित और विस्तारित करना ! उच्च तकनीकी के नाम पर दूसरे ग्रहों से संवाद संपर्क तथा दूसरे ग्रहों पर जाकर बसने के लिये विशेषज्ञों को तकनीकी सहायता देकर प्रेरित करना ! आदि आदि बहुत से ऐसे कार्य जिन्हें हम मानव मस्तिष्क की खोज कह सकते हैं ! पर यह सभी कुछ विश्व सत्ता के इशारे पर उनके नुमाइंदों द्वारा इलुमिनाटी के माध्यम से लागू किये जाते हैं ! और इन्हें हम समझ ही नहीं पाते हैं !

पहली बात इनकी कार्य प्रणाली में विश्व सत्ता द्वारा चयनित व्यक्ति गलत नहीं हो सकता है क्योंकि उसके विषय में वह बहुत सारी जानकारी लेने के बाद ही उसको विश्व सत्ता का नुमाइंदा घोषित करते हैं और यदि कोई व्यक्ति गलत हो ही जाये तो उसे बिना किसी विलंब के अज्ञात तरीके से समाप्त कर दिया जाता है या गायब कर दिया जाता है !

यही विश्व सत्ता की कार्य शैली है ! जिसके द्वारा वह लोग इस पृथ्वी के निवासियों को अपने तरीके से चलाना चाहते हैं और चला भी रहे हैं ! इस सब के पीछे उनका एक मात्र उददेश्य उच्चतम तकनीकि की मदद से ब्रह्मांड के सभी ग्रहों को एक महाशक्ति के आधीन संचालित करना है ! जिससे ब्रह्माण्ड को विज्ञान के सर्वनाश से बचाया जा सके !

आज पूरे विश्व में किसी भी एजेंसी के पास ऐसा सामर्थ नहीं है कि वह विश्व सत्ता के दिशानिर्देशों का उल्लंघन कर सके !!

अपने बारे में कुण्डली परामर्श हेतु संपर्क करें !

योगेश कुमार मिश्र 

ज्योतिषरत्न,इतिहासकार,संवैधानिक शोधकर्ता

एंव अधिवक्ता ( हाईकोर्ट)

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