इंटरनेट को हिन्दी में अंतरजाल कहा जाता है ! जैसे तंत्र की दुनियां में इंद्रजाल होता है ! जिससे कोई नहीं बच पता है ! ठीक इसी तरह विश्व सत्ता ने तकनीकी का जो जाल बुना है उसे इंटरनेट कहते हैं ! इसकी मार से कोई नहीं बचेगा !
इसबात को सबसे पहले चीन ने समझा और अपने को इससे अलग कर लिया और मात्र 40 वर्षों में विश्व की महा शक्ति बन गया और हम इसमें उलझते जा रहे हैं !
आज हमारी सारी सूचना, सारी धन संपदा, व्यक्तिगत और सार्वजनिक संवाद, सभी कुछ इसी इंटरनेट पर उपलब्ध है ! जिसको दुनिया में कहीं से कोई भी जान, देख और समझ कर प्राप्त कर सकता है ! आये दिन हमारी सरकार भी नये-नये ऐसे कानून बना रही है कि जिससे हमारे विषय में इंटरनेट के माध्यम से सूचना लेना विश्व सत्ता के नुमाईन्दों के लिए और भी सरल और सुलभ हो सके ! जिससे विश्व सत्ता के योजनाकार हमारी स्थाई गुलामी के लिये यथाशीघ्र व्यवस्थित तरीके से षड्यंत्र रच सकें !
आज हम अपने मेहनत के पैसा बैंक से इंटरनेट के थ्रू ही निकाल सकते हैं ! खाने का गैस सिलेंडर इंटरनेट के थ्रू बुक करते हैं ! दैनिक उपयोग में प्रयोग की जाने वाली वस्तुएं इंटरनेट के माध्यम से ही प्राप्त करते हैं ! यहां तक कि कपड़े, शिक्षा, भोजन, व्यवसाय, चिकित्सा, मनोरंजन आदि सभी कुछ हमें इंटरनेट के माध्यम से ही प्राप्त कर रहे हैं !
अब कोई भी चीज व्यक्तिगत या गोपनीय नहीं रह गयी है ! हम कब क्या खाते हैं, क्या पहनते हैं, क्या सोचते हैं, क्या लिखते हैं और कैसे रहते हैं ! हमारे परिवार में कितने सदस्य हैं !
उनका आपस में व्यवहार कैसा है ! कौन-कौन व्यक्ति मेरा शुभचिंतक है और कौन-कौन हमें क्षति पहुंचाना चाहता है ! हमारे मित्र और शत्रु कौन हैं ! हमारे कितने मुकदमे चल रहे हैं ! उन मुकदमों की क्या स्थिति है ! उन मुकदमों में मैंने कौन से दस्तावेज लगाएं हैं और कौन से नहीं लगाएं हैं ! आज इस तरह की हजारों जानकारी इसी इंटरनेट पर मौजूद है !
हमें क्या रोग है ! हम कौन सी दवा ले रहे हैं ! उस दवा का क्या लाभ हो रहा है या वह दवा हमें किस तरह से नुकसान कर रही है ! वगैरा-वगैरा यह सभी कुछ आज इंटरनेट पर डाटा के रूप में उपलब्ध है ! जो सदैव विश्व सत्ता के नुमाइंदे के पास जाता रहता है ! जिसकी मदद से वह हमारे बर्बादी की योजना बनाते हैं !
यह स्थिति बहुत खतरनाक है ! अब राष्ट्र की सुरक्षा या व्यक्ति की सुरक्षा जैसी कोई भी बात छुपी हुई नहीं है ! हमारे सैन्य अड्डे, देश की आर्थिक स्थिति, प्रति व्यक्ति आय, उद्योग धंधों के विकास की दार, नागरिकों की शासन सत्ता के प्रति निष्ठा आदि सभी कुछ सूचनाएं आज इंटरनेट पर उपलब्ध हैं !
विश्व सत्ता के षड्यंत्रकारी इसी इंटरनेट के माध्यम से लोगों का ब्रेनवाश करते हैं क्योंकि सूचनाओं के आदान-प्रदान के माध्यम पर उनका कब्जा है ! वह गलत सूचना को सही सिद्ध करना जानते हैं ! जिसे आज वह इंटरनेट के माध्यम से कर सकते हैं या जिसे सही सूचना को गलत सिद्ध कर सकते हैं ! इसके लिए उनके पास सभी तरह के तकनीकि व स्थाई संसाधन हैं !
इस तरह यह इंटरनेट हमारा सहायक कम बल्कि मारक अधिक है ! इसलिए इंटरनेट के विकल्प पर यथाशीघ्र विचार किया जाना चाहिये ! यदि इसमें विलंब किया गया तो निश्चित रूप से विश्व सत्ता द्वारा फैलाया गया यह “अंतरजाल” एक दिन हमारे सर्वनाश का कारण बनेगा !!