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क रोना की दूसरी लहर से उत्पन्न भीषण परिस्थितियों ने मोदी सरकार को बड़े संकट में डाल दिया है ! मोदी के राजनीतिक जीवन का यह सबसे बड़ा संकट है ! इस समय जनता में व्यापक असंतोष के बीच विपक्ष एक और बड़े आंदोलन व विरोध प्रदर्शनो का सूत्रपात कर सकता है ! पाँच राज्यों के चुनावों के परिणाम भी सकारात्मक नहीं रहे ! जो कि विपक्ष के मनोबल को बढ़ता है ! इस समय आंदोलन को समर्थन हो सकता है ! भाजपा के कार्यकर्ता खास कर युवा भड़के हुये हैं !
इसके साथ ही सीमा पार से चीन व पाकिस्तान फिर विवाद व आक्रामकता बढ़ा रहे हैं ताकि मोदी सरकार दबाव में आकार उनके पक्ष में झुक जाये ! मोदी को करोना को लेकर संघ परिवार का भी सामना करना होगा व पार्टी में भी उनके विरोध में गुटबाज़ी तेजी से बढ़ रही है क्योंकि वर्तमान में गुजरातीयों के अलावा सभी को प्रभावहीन कर दिया गया है !
कुल मिलाकर भारत में आंतरिक और बाहरी दोनों ही स्तर पर मोदी सरकार के लिए आने वाला समय बहुत ज़्यादा चुनोतीपूर्ण रहेंगा ! यह देखना दिलचस्प होगा कि वह इन झंझावतो का सामना किस प्रकार करते हैं और किस प्रकार अमेरिका उनका समर्थन कर पाता है ! क्योंकि विश्व सत्ता के आका भी आजकल इनसे खुश नहीं दिख रहे हैं !
स्पष्ट है कि मोदी का तनाव देश की जनता के लिये भी आने वाले समय में और कष्टप्रद होगा ! यह कड़वा सत्य भी है कि राजनीति और कूटनीति की बुनियाद ही क्रूरता और अपरिमित रक्त पर खड़ी होती है और समवेदना और मानवीयता के तत्व इसमें हाथी के दाँत जैसे मात्र दिखने के लिये होते हैं !
अनगिनत करोना संक्रमित मरीनो की बाढ़ ने देश स्वास्थ्य ढाँचा बिखेर कर रख दिया है और जनता त्राहिमाम कर रही है ! एक ही झटके में शासन, प्रशासन और सभी पक्ष के राजनेताओ का विद्रुप चेहरा जनता के सामने आ गया है ! हमारी राज्य सरकारें भी आम जनता की तरह करोना संक्रमित होकर मरणासन्न हो गयी हैं !
भाजपा की गलत नीतियों से केंद्र सरकार का प्रशासनिक ढांचा दिग्भ्रमित और अव्यवस्थित हो गया है ! चुनाव की अवांछित रैलियों से चारों ओर बीमारों और लाशों के ढेर लगते जा रहे हैं और केंद्र व राज्य सरकारें हर मोर्चे पर असफल सिद्ध होती जा रही हैं !
ऐसे में जबकि भारत में भाजपा की मोदी सरकार अमेरिकी पाले में है ! जो विश्व सत्ता के मिशन 2030 के लिये समर्पित भी है फिर भी दुनियां के आका खुश नहीं हैं दूसरी तरफ सेकूलर विपक्षी दल चीन जैसी शक्तियों से सहयोग ले रहा है ! यह सब संघर्ष के और गहराने का स्वाभाविक संकेत है !
जो देश में आन्दोलन आदि के द्वारा भाजपा के लिये एक बड़ा संकट खड़ा कर सकती है ! जिससे मोदी सरकार इस समय काफी तनाव में है ! ऐसा मैं मानता हूँ !!