निसंदेह पूरी दुनिया को पिछले 50 सालों से इंटरनेट के माध्यम से उनके मूल इतिहास से काटकर विश्व सत्ता के नुमाइंदों ने लोगों को बौद्धिक विकलांग बना दिया है ! आज की पीढ़ी के पास न तो सही ऐतिहासिक सूचना है और न ही उनके पास ऐसा कोई रिकॉर्ड है ! जिसको देखकर वह यह समझ सकें कि हमारे पूर्वजों ने कब-कब, किस-किस से, किस-किस तरह से धोखा खाया था !
क्योंकि इतिहास बार-बार अपने आप को दोहराता है ! इसलिये वर्तमान विश्व सत्ता के षड्यंत्रकारिर्यों ने अपने षड्यंत्र को छिपाने के लिये जो सबसे बड़ा कार्य किया है, वह यह है कि उन्होंने हमें हमारे मूल इतिहास से आधुनिकता और विज्ञान के नाम पर काट दिया है !
अब हमारे पास कंप्यूटर है, मोबाइल है, लैपटॉप है, एंड्रॉयड फोन है, टेब है लेकिन इतिहास के वह तथ्य नहीं हैं जो हमें वर्तमान विश्व सत्ता के षड्यंत्रकारिर्यों के षड्यंत्र को समझने में सहायक हो सकें ! यही विश्व सत्ता की सबसे बड़ी सफलता है !
उन्होंने हमें संयुक्त परिवार से अलग हटाकर छोटे-छोटे परिवारों में बांट दिया और हम नौकरी, व्यापार, व्यवसाय के नाम पर अपने बुजुर्गों से अलग हो गये ! जिनके पास इतिहास की जानकारी भी थी और अनुभव भी था ! आज वह बुजुर्ग परिवार होते हुये भी अनाथों की तरह वृद्धा आश्रम में पड़े हैं !
अब एक नये षड्यंत्र के तहत तो हमें अपने परिवार के सदस्यों, मित्रों, परिचितों और शुभचिंतकों से भी करोना के नाम पर अलग कर दिया गया है ! अब हम संयुक्त रूप से बैठकर किसी भी विषय पर चर्चा ही नहीं कर सकते हैं ! यह भी विश्व सत्ता के षड्यंत्र की योजना का ही एक अंश है !
अब हम विश्व सत्ता की भावी योजना के कारण भावनात्मक रूप से एक दूसरे से दूर होते चले जा रहे हैं ! परिवार के सदस्यों के मर जाने पर भी हम उनके अंत्येष्टि और तेरही भोज में शामिल नहीं हो रहे हैं ! संसार की सारी सुविधाएं ऑनलाइन फोन पर उपलब्ध हैं ! आप किसी भी ब्रांड का बड़े से बड़ा और छोटे से छोटा सामान ऑनलाइन मंगवा सकते हैं ! अब इसके लिये आपको समाज में कहीं निकलने की आवश्यकता नहीं है !
यही एकाकीपन हमारे संयुक्त आत्मविश्वास को कम कर रहा है ! जिससे हमारे अंदर संघर्ष करने की शक्ति समाप्त हो जाती है और हम असहाय लाचार होकर अपने विरोधी के सामने घुटने टेक देते हैं ! यही वह मानसिक युद्ध है ! जिसमें यदि हम हार गये तो भौतिक रूप से हमें हराना और गुलाम बनाना उनके लिये बहुत आसान हो जायेगा !
इसलिये अपने इष्ट मित्र, साथी, सहयोगी, रिश्तेदार और परिवार के सदस्यों के साथ अधिक से अधिक संवाद कीजिये और इस करोना काल के बाद अधिक से अधिक यात्राएं करके अपने सभी शुभचिंतकों से बार-बार मिलिये ! जिससे आपका बौद्धिक आत्मविश्वास कमजोर न पड़े !
अशुभ घटनाओं की चर्चा मत कीजिये, बल्कि भविष्य की शुभ योजनाओं के साथ लोगों से मिलिये ! सहयोग कीजिये और लोगों से सहयोग लीजिये ! क्योंकि हमारे समाज में आत्मविश्वास का आधार ही सहयोग लेना और देना दोनों होता है ! यही बौद्धिक आत्मविश्वास ही हमें विश्व सत्ता के अत्याचार से बचायेगा इसीलिए मिलिये जुलिये परामर्श लीजिये परामर्श दीजिये और विश्व सत्ता के षड्यंत्र को विफल कर दीजिये ! यही आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है !!