Tag shaivism and vaishnavism conflict

शिक्षित रोजगार गारेंटी पर कोई भी सरकार गंभीर क्यों नहीं है ?

शिक्षित रोजगार गारेंटी पर सरकार की उदासीनता को देखते हुये कल राष्ट्रीय राष्ट्रवादी पार्टी के नेतृत्व में शिक्षित युवा रोजगार गारंटी के लिये दिल्ली सचिवालय गेट no 3 पर राष्ट्रीय राष्ट्रवादी पार्टी के पदाधिकारियों ने गिरफ्तारी दी ! जबकि 2014…

शिक्षित रोजगार गारेन्टी से युवाओं में बढ़ेगा आत्म सम्मान !

शिक्षा की देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका है ! शिक्षा का उपयोग मात्र व्यक्तिगत विकास ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण आत्म विश्वास भी है जिसे उपलब्ध करवाने में अभी तक सभी सरकारें असफल रही हैं ! क्यों कि शिक्षा से…

जानिए कैसे राजनीतिक पार्टियों के चुनाव चिन्ह लोकतंत्र के हत्यारे हैं !

राष्ट्रीय राष्ट्रवादी पार्टी के संस्थापक प्रताप चंद्रा कहते हैं कि चुनाव चिन्हों के बल पर चुनाव जीतने का जो अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक चलन रहा है, वह समाप्त हो जाएगा और वही प्रत्याशी जीतेगा जिसका चेहरा उसके क्षेत्र में जनप्रिय होगा…

गाय की उत्पत्ति गोपाष्ठामी पर विशेष लेख अवश्य पढ़ें !

ब्रह्म वैवर्त पुराण के अनुसार सतयुग में गाय की उत्पत्ति भगवान ब्रह्मा के मुख से हुई है ! गाय के गुणों से प्रभावित होकर भगवान ब्रह्मा ने इसे देवताओं को भेंट कर दिया ! किंतु उस काल में निरंतर देवासुर…

जानिए मन्त्र भाग्य को कैसे बदलता है !!

प्राचीन भारतीय तत्वज्ञ, मनीषी, ऋषि, मुनियों ने अपने गंभीर अन्वेषणों परीक्षणों—निरीक्षण एवं विश्लेषणों से प्रत्येक तत्व में निहित अनेकानेक चमत्कार पूर्ण, सत्य—तथ्य शक्तियों का परिज्ञान, उपलब्धि तथा उपयोग को हस्तगत किया था ! अति प्राचीन काल में दृढ़ संकल्प शक्ति,…

जानिए हम अपना भाग्य स्वयं कैसे नष्ट करते हैं?

हम आज भाग्य की विशिष्ट शक्ति के दुरूपयोग पर चिंतन करते हैं जिसके कारण लगभग सभी साधक और साधारण मनुष्य न केवल अपनी हानि करते हैं बल्कि अपना स्वयं का भाग्य भी नष्ट करते हैं ! विषय गंभीर है पर…

मंत्रों के उच्चारण में स्थूल ध्वनि तरंगों का महत्व !!

मंत्रों के उच्चारण में स्थूल ध्वनि तरंगों का महत्व मंत्र शब्दों का एक खास क्रम है जो उच्चारित होने पर एक खास किस्म का स्पंदन पैदा करते हैं, जो हमें हमारे द्वारा उन स्पंदनों को ग्रहण करने की विशिष्ट क्षमता…

जानिए मन्त्र शक्ति से भाग्य परिवर्तित कैसे करें !

भाग्य बदलना एक बहुत बड़ी बात है, जो सामान्य लोगों के लिए संभव नहीं ,यह स्थिति गंभीर साधना के बाद आती है अथवा किसी पारलौकिक शक्ति के हस्तक्षेप के बाद ही उत्पन्न होती है ,किन्तु भाग्य में परिवर्तन लाना इससे…

जानिए वैष्णव का क्रमिक विकास और पतन !

सतयुग काल में समस्त पृथ्वी पर शैव विचारधारा ही विकसित रूप में थी ! इसी का प्रभाव था कि महर्षि भृगु जैसे ऋषि भी भगवान विष्णु के सीने पर लात मारने का समर्थ रखते थे ! इसी समय अनेकों देव(…

वैष्णव की छल नीति को अपनाया है, ईसाई धर्मांतरणकारियों ने !!

ब्रह्म ज्ञान को पूरी तरह हड़प लेने के बाद वैष्णव ने इस ब्रह्म ज्ञान के सहारे समस्त पृथ्वी पर अपना प्रभाव जमाने की शुरुआत की ! उन्होंने इसके लिये तीन अलग-अलग चरणों में कार्य आरंभ किया ! पहले चरण लोगों…