Mantra

एक ही मंत्र काफी है : Yogesh Mishra

समाज में धर्म की दुकान चलाने वालों तथाकथित संतों ने यह भ्रांति फैला रखी है, कि जीवन में अलग-अलग उद्देश्यों की प्राप्ति के लिये अलग-अलग मंत्रों की साधना करनी चाहिये ! जबकि यह अवधारणा नितांत अव्यवहारिक, असिद्धांत और मंत्र विज्ञान के मूल भावना के विपरीत है ! अर्थात दूसरे शब्दों …

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मंत्र लोभी जपते हैं : Yogesh Mishra

मंत्र अनेक प्रकार के होते हैं ! वैदिक, तंत्रोक्त, पौराणिक, लौकिक, अलौकिक मंत्र आदि आदि ! इसी तरह देव, दानव, यक्ष, किन्नर, सुर, असुर, रक्ष, अरक्ष, भक्ष, दैत्य, दानव, पिशाच आदि हर जीवन शैली के भी मंत्र अलग-अलग होते हैं ! इन सभी पद्धति और संस्कृति में भी मनुष्य के …

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नवार्ण मंत्र की दिव्य शक्ति का रहस्य : Yogesh Mishra

गुप्त नौरात्रि पर विशेष लेख ऊं ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डाऐ विच्चे यह शाब्दिक नौ अक्षरा मंत्र है ! इसका अर्थ नवार्ण नव और अर्ण के युग्म से बना है, जिसका शाब्दिक अर्थ है नौ अक्षर से बना हुआ ! इसीलिये ऊं ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डाऐ विच्चे को नवार्ण मंत्र कहा …

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गायत्री संजीवनी महामंत्र का रहस्य : Yogesh Mishra

हिंदू धर्म में दो महा मन्त्रों का विशेष महत्व है ! एक महामृत्युन्जय और दूसरा गायत्री मंत्र ! दोनों की बड़ी भारी महिमा बतलाई गई है ! कहा जाता है कि इन दोनों मंत्रों में से किसी भी एक मंत्र का सवा लाख जाप करके जीवन की बड़ी से बड़ी …

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आधुनिक जीवन में मन्त्रों की उपयोगिता : Yogesh Mishra

मंत्र की उत्पत्ति विश्वास से और सतत मनन से हुई है ! आदि काल में मंत्र और धर्म में बड़ा संबंध था ! प्रार्थना को एक प्रकार का मंत्र माना जाता था ! मनुष्य का ऐसा विश्वास था कि प्रार्थना के उच्चारण से कार्यसिद्धि हो सकती है ! इसलिये बहुत …

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जानिए नवार्ण मंत्र की शक्ति और लाभ : Yogesh Mishra

मेरी एक शिष्य का आग्रह आया है कि मैं “नवार्ण मंत्र” की शक्ति और लाभ” के विषय में लेख प्रस्तुत करूँ ! अतः में निम्नलिखित लेख प्रस्तुत कर रहा हूं ! ऋग्वेद में आदिशक्ति का कथन है- ‘मैं ही निखिल ब्रह्माण्ड की ईश्वरी हूँ, उपासकगण को धन आदि इष्टफल देती …

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जानिए मंत्र दीक्षा के सनातन नियम : Yogesh Mishra

सभी सनातन धर्मी हिंदू चाहते हैं कि वह किसी योग्य गुरु से मंत्र दीक्षा लें ! जिससे उनका सांसारिक जीवन सफल हो सके तथा मृत्यु के उपरांत भी मोक्ष की प्राप्ति हो और वह संसार के व्यर्थ आवागमन से मुक्त हो जायें ! किंतु मंत्र दीक्षा कब, कहां, किससे, कैसे, …

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मंत्र से महत्वपूर्ण आपका विश्वास है ! : Yogesh Mishra

मंत्र कोई भी हो छोटा या बड़ा नहीं होता है ! कौन सा मंत्र किसके लिए अनुकूल है, यह निर्णय एक सक्षम गुरु ही कर सकता है और गुरु यह निर्णय शिष्य की आयु, ज्ञान, संस्कार, वर्ण आचरण आदि को ध्यान में रखकर लेता है ! मन की गति बहुत …

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जानिए मन्त्र भाग्य को कैसे बदलता है !!

प्राचीन भारतीय तत्वज्ञ, मनीषी, ऋषि, मुनियों ने अपने गंभीर अन्वेषणों परीक्षणों—निरीक्षण एवं विश्लेषणों से प्रत्येक तत्व में निहित अनेकानेक चमत्कार पूर्ण, सत्य—तथ्य शक्तियों का परिज्ञान, उपलब्धि तथा उपयोग को हस्तगत किया था ! अति प्राचीन काल में दृढ़ संकल्प शक्ति, कठोर संयम, परिशुद्ध आहार—विहार, आचार—विचार—उचार तथा अनुकूल द्रव्य—क्षेत्र—काल रूपी परिस्थितियों …

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मंत्रों के उच्चारण में स्थूल ध्वनि तरंगों का महत्व !!

मंत्रों के उच्चारण में स्थूल ध्वनि तरंगों का महत्व मंत्र शब्दों का एक खास क्रम है जो उच्चारित होने पर एक खास किस्म का स्पंदन पैदा करते हैं, जो हमें हमारे द्वारा उन स्पंदनों को ग्रहण करने की विशिष्ट क्षमता के अनुरूप ही प्रभावित करते हैं ! हमारे कान शब्दों …

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