रूस ने अमेरिका और यूक्रेन दोनों पर आरोप लगा है कि के.जी.बी. के अनुसार पैथोजन्स बायोलॉजिकल लैब और कैमिकल लैब्स में यूक्रेन और अमेरिकी वैज्ञानिकों की निगरानी में घातक जैविक हथियारों पर रिसर्च का काम हो रहा है !
रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इगोर कोनाशेनकोव ने कहा था कि यूक्रेन अमेरिका के सहयोग से जैविक रिसर्च कर रहा है ! उनके रिसर्च का उद्देश्य खतरनाक रोग पैदा करने वाले रोगाणुओं को कृतिम रूप से विकसित करना है ! जिससे मानवता को खतरा हो सकता है !
और यह भी कहा है कि यूक्रेन अमेरिका इस घातक हथियार के योरोप और एशिया में प्रयोग करने के लिए गुप्त तंत्र की स्थापना भी कर रहे हैं ! हालांकि, यूक्रेन की तरह ही अमेरिका ने भी इस आरोप से साफ इनकार किया है कि वह यूक्रेन में किसी तरह के जैविक हथियार से संबंधित कोई भी प्रयोग कर रहे हैं जिसके लिये अमेरिका अपना पैसा तथा तकनीकि सहयोग कर रहा है !
रूसी आक्रमण से जैविक लैब्स के तबाह होने की आशंका है ! ऐसा हुआ तो पैथोजन्स जैसा घातक जीवाणु आबादी के बीच फैल सकते हैं ! लगातार बताया जा रहा है कि बायोलॉजिकल लैब्स और कैमिकल लैब्स को लेकर वहां पर काम चल रहा है ! खतरनाक पैथोजन्स भीषण त्रासदी का कारण बन सकते हैं ! यूक्रेन को खतरनाक पैथोजन्स नष्ट करने की सलाह कई बार रूस द्वारा दी गई थी किन्तु उसने अमेरिका के दबाव में नहीं माना ! यूक्रेन को डब्ल्यू.एच.ओ. की सलाह के बाद भी जब वह नहीं माना तो रूस को मजबूरी में हथियार उठाने पड़े !
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने सारे आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यूक्रेन में कोई रासायनिक हथियार या सामूहिक विनाश का कोई अन्य हथियार विकसित नहीं किया गया ! इसके साथ ही अमेरिका ने रूस को चेतावनी देते हुए यह कहा कि रूस ने यूक्रेन के खिलाफ जैविक हथियारों के निर्माण का उपयोग लगा कर अपने को “सबसे गंभीर प्रतिबंध” लगाने के लिये आमंत्रित किया है !
राष्ट्रपति वोलोदोमीर ज़ेलेंस्की की इस प्रतिक्रिया पर रूस द्वारा उनके देश पर जैविक हथियारों के विकास में अनुसंधान करने का आरोप लगाने के बाद आई है ! जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन एक जिम्मेदार देश है और मैं इसका राष्ट्रपति ! मैं दो बच्चों का पिता हूं और मेरे रहते हुए कोई रासायनिक या सामूहिक विनाश का कोई अन्य हथियार विकसित नहीं किया गया था !!
किन्तु रूस आज भी अपने निर्णय पर निश्चित है और यही है रूस के यूक्रेन पर हमले की सही वजह !!