कैशलैस इकोनामी क्या विश्व सत्ता का षडयंत्र है ! : Yogesh Mishra

यह एक कठोर सत्य है कि आज हर चीज की कीमत पैसे से लगाई जाती है अर्थात कहने का तात्पर्य यह है कि अगर आपके पास हाथ में कैश पैसा नहीं है तो आपके पास कितनी भी बड़ी संपत्ति पड़ी हो उसकी कोई कीमत नहीं है !

आपकी समाज में कितनी भी प्रतिष्ठा हो पर समाज में लेन देन तो पैसे से करना पड़ता है या किसी सेवा की कीमत दिये बिना आप उस सेवा को प्राप्त नहीं कर सकते हैं ! चाहे भले ही आपकी जान चली जाये अर्थात आपका धन ही आपके जीवन का आधार है और कुछ नहीं !

अब विचार कीजिये कि आपके पास बैंक में पैसा बहुत है लेकिन आपका एटीएम कार्ड काम नहीं कर रहा है ! तब आप एक अनजान शहर में अपना काम कैसे चलायेंगे ! अर्थात आप कुछ भी नहीं खरीद सकते हैं ! ठीक इसी तरह विश्व के सभी नागरिकों को नियंत्रित करने के लिये विश्व सत्ता कैशलेस अर्थव्यवस्था लागू करके विश्व के हर नागरिकों को सदैव सदैव के लिये अपना गुलाम बना लेना चाहती है !

दूसरे शब्दों में कहा जाये तो मनुष्य की आवश्यकता जिस पैसे से पूरी होती है ! उस आपके पैसे को विश्व सत्ता आपके नहीं अपने नियंत्रण में रखना चाहती है ! जिससे आप निश्चित रूप से जीवन भर के लिये विश्व सत्ता के स्थाई गुलाम हो सकें !

इस षडयंत्र के चार चरण हैं ! जिनमें से तीन चरण पर कार्य हो चुका है ! पहला चरण हर व्यक्ति की एक इंडिविजुअल आइडेंटिटी होनी चाहिये ! जो आपको आधार कार्ड द्वारा दे दी गई है ! दूसरा चरण उस इंडिविजुअल आईडेंटिटी को आपके सारे बैंक अकाउंट से जोड़ दिया जाना चाहिये ! जो लगभग जोड़ा जा चुका है और तीसरा आपके बैंकों से जो ट्रांजैक्शन हो वह द्वारा कंप्यूटर किये जाने चाहिये !

आप देख रहे हैं कि धीरे-धीरे सभी बैंक कैशलैस इकोनामी के नाम पर बैंकों से सीधा मुद्रा का लेन-देन बंद करने पर सबसे ज्यादा जोर दे रहे हैं और आपको प्रशिक्षित किया जा रहा है कि आप द्वारा कंप्यूटर ही अपना लेनदेन करें ! इसके लिये तरह-तरह के प्रलोभन और पुरस्कार भी बांटे जा रहे हैं !

तीन चरण पूरे हो जाने के बाद अब चौथा एक मात्र चरण बचेगा ! वह है कि पूरी दुनिया में एक ही छद्म मुद्रा चलेगी ! जिस छद्म मुद्रा से दुनिया के सभी देशों की मुद्रा अनुपातिक रूप में बदल दी जायेगी ! फिर आप दुनिया के सारे लेन देन उसी छद्म मुद्रा के माध्यम से कर सकेंगे !

वह मुद्रा यथार्थ में कहीं नहीं होगी अर्थात उसे आप हांथ से नहीं छू सकेंगे ! लेकिन आपके कंप्यूटर पर जरूर दिख रही होगी ! इस लेन देन के लिये भविष्य में आप डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड का भी प्रयोग नहीं करेंगे ! बल्कि आपके शरीर के अंदर लगी हुई चिप को स्पर्श कराने मात्र से पेमेंट आपके अकाउंट से कट जायेगा या स्पर्श कराने से ऑटोमेटिक आपके अकाउंट में पेमेंट आ जायेगा ! इसके भुगतान के क्रॉस वेरिफिकेशन के लिये आपके आंख के रेटिना, आप की हार्ट बीड या आपकी उंगलियों के निशान को प्रमाण के तौर पर विकल्प में रखा जा सकता है !

लेकिन यह सब कुछ बस सिर्फ आधुनिकता और सुविधा के नाम पर हमें गुलाम बनाने के लिये है ! इसको हम जितना जल्दी समझ लें, उतना अच्छा रहेगा अन्यथा मेहनत बहुत करेंगे ! बैंकों में पैसा भी बहुत होगा लेकिन प्रयोग करने की इजाजत के लिये आपको सदैव विश्व सत्ता के इशारे पर जीना होगा !

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योगेश कुमार मिश्र 

ज्योतिषरत्न,इतिहासकार,संवैधानिक शोधकर्ता

एंव अधिवक्ता ( हाईकोर्ट)

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