Astrology

मांगलिक कुंडली से अक्सर लोग घबरा जाते है लेकिन कुंडली मे मंगल दोष हमेशा हानिकारक नहीं होता । Yogesh Mishra

कुंडली में कब मंगल दोष नहीं होता… यदि इन्हीं स्थानों पर 1-4-7-8-12 में एक की कुंडली में मंगल हो तथा दूसरे की कुंडली में शनि, राहु या स्वयं मंगल हो तो ‘मंगल दोष’ नहीं होता है। यदि मंगल नीच राशि, शत्रु राशि में हो या अस्त या वक्री हो तो …

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जानिए । किन गलतियों के कारण काम नहीं करते है ज्योतिषीय उपाय । Yogesh Mishra

क्यों नहीं काम करते है ज्योतिषीय उपाय अक्सर यह सुनने को मिलता है है की उपाय काम नहीं करते या बहुत से उपाय किये किन्तु कोई परिणाम या परिवर्तन नहीं हुआ और परेशानी यथावत है ,इस समस्या के वैज्ञानिक कारण है उपचार की मुख्य सात पद्धतिया है रत्न धारण करना …

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जानिए । कौन सा ग्रह क्या अशुभ फल देता है ? Yogesh Mishra

कौन सा ग्रह क्या अशुभ फल देता है सूर्य: सरकारी नौकरी या सरकारी कार्यों में परेशानी, सिर दर्द, नेत्र रोग, हृदय रोग, अस्थि रोग, चर्म रोग, पिता से अनबन आदि। चंद्र: मानसिक परेशानियां, अनिद्रा, दमा, कफ, सर्दी, जुकाम, मूत्र रोग, स्त्रियों को मासिक धर्म, निमोनिया। मंगल: अधिक क्रोध आना, दुर्घटना, …

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अब वैज्ञानिको ने भी माना लिया भारतीय ज्योतिष को । Yogesh Mishra

ज्योतिष नियम खरे उतरते वैज्ञानिक कसौटी पर ब्रह्मांड की अति सूक्षम हलचल का प्रभाव भी पृथ्वी पर पडता है,सूर्य और चन्द्र का प्रत्यक्ष प्रभाव हम आसानी से देख और समझ सकते है,सूर्य के प्रभाव से ऊर्जा और चन्द्रमा के प्रभाव से समुद में ज्वार-भाटा को भी समझ और देख सकते …

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ज्योतिष पर शोधकार्य के विडियो और उनके links। Yogesh Mishra

मित्रो राजीव भाई के साथी कार्यकर्ता भाई योगेश मिश्र जी ने 20 वर्ष वकालत के क्षेत्र मे जहां एक तरफ भारत की तथाकथित आजादी,झूठा सविधान, transfer of power agreement आदि पर शोधकार्य किया इसके साथ-साथ उन्होने लुप्त हो रही वैदिक ज्योतिष ,पर भी बहुत ही गहरा शोधकार्य किया है ताकि …

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आज ज्योतिष मे नय शोध की आवश्यकता क्यों ।Yogesh Mishra

ॠषि कार्य को आगे बढाने हेतु आवाह्न ज्योतिषीय परिवर्तन के क्रमबध्य अध्ययन की आवश्यकता हैसूर्य एक साल में 59 विकला आगे बढ़ता है। ध्यारन दीजिए कि अगले साल से मकर सक्रांति भी 14 के बजाय 15 जनवरी को होगी। सभी ग्रहों की सूर्य के चारों ओर की चाल के अतिरिक्ता …

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क्या कोई सिद्ध पुरुष सटीक भविष्यवाणी कर सकता है । Yogesh Mishra

क्या कोई सिद्ध पुरुष सटीक भविष्यवाणी कर सकता है – भविष्यि एकदम अनिश्चिथत नहीं है। हमारा ज्ञान अनिश्चिजत है। भविष्यष का हमें कुछ भी दिखाई नहीं पड़ता इसलिए हम कहते हैं कि भविष्यत निश्चिरत नहीं है लेकिन भविष्यष में दिखाई पड़ने लगे तब हम ऐसा नहीं कहेंगे और ज्योनतिष भविष्यच …

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जानिए ! विवाह के पूर्व कुंडली मिलान क्यों करना चाहिए । Yogesh Mishra

कुंडली मिलाप क्यों संभावित दूल्हा और दुल्हन के मध्य संवादिता सुनिश्चित करने के लिये उनकी कुडली का मिलान करना ही एक विकल्प है। विवाह के बाद युगल एक दूसरे को प्रभावित करते हैं। एक बार विवाह हो जाये उसके पश्चात उनकी कुडली जीवन भर के लिये उनके भविष्य और जीवनप्रणली …

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समझिये । भविष्य जानने के लिए कुंडली मे कारक ग्रहों की क्या भूमिका है । Yogesh Mishra

भविष्य कथन में कारक ग्रहों की भूमिका फलादेश करते समय कौन ग्रह कहाँ बैठा है इसकी मदद से भविष्यवाणियों तो की ही जाती है किन्तु सटीक भविष्य कथन करने के लिये भावों के कारक स्वामियों की स्थिती पर भी विचार आवश्यक है । कारक ग्रह विचार फलादेश की सबसे महत्‍वपूर्ण …

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वैदिक ‘पंचांग’ को विस्तार से समझें , क्यों केवल वैदिक ‘पंचांग’ ही सही है ? Yogesh Mishra

वैदिक ‘पंचांग’ ही सही है हिंदू पंचांग की उत्पत्ति वैदिक काल में ही हो चुकी थी। सूर्य को जगत की आत्मा मानकर उक्त काल में सूर्य व नक्षत्र सिद्धांत पर आधारित पंचांग होता था। वैदिक काल के पश्चात् आर्यभट, वराहमिहिर, भास्कर आदि जैसे खगोलशास्त्रियों ने पंचांग को विकसित कर उसमें …

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