डिजिटल इंडिया बनाने वाले पे.टी.एम. के शेयर डाउन हो गये हैं और दूसरी तरफ अडाणी समूह ने गूगल क्लाउड के साथ मल्टी ईयर की साझेदारी कर भारत में गूगल क्लाउड तकनीकी के सहयोग से डिजिटल इंडिया बनाने की मुहिम को रफ्तार देने के काम का ऐलान किया है !
अर्थात अडानी समूह और अमेरिका की कंपनी गूगल मिलकर अगले कुछ वर्षों में भारत के अर्थ तंत्र को अमेरिका की कंपनी के गूगल क्लाउट स्टोरेज में समेटने की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य करेंगे !
क्लाउट स्टोरेज तकनीक एक ऐसी विकसित तकनीकी है ! जिसमें कोई भी सूचना किसी भी हार्डवेयर के अंदर स्टोर नहीं की जाती है अर्थात कहने का तात्पर्य यह है कि भारत की पूरी की पूरी अर्थव्यवस्था अब अडानी समूह और अमेरिका की कंपनी गूगल की कृपा से एक अज्ञात वायु तत्वीय यंत्र में संग्रहित होगी !
इससे भारत की अर्थव्यवस्था कितनी गोपनीय और सुरक्षित रहेगी इसकी सुरक्षा के कई दावे अलग-अलग समय पर किये जाते रहे हैं !
किंतु किसी देश की सम्पूर्ण अर्थव्यवस्था की सूचना भौतिक रूप में कहीं पर भी न होना यह निश्चित रूप से संदेह पैदा करता है कि क्या भविष्य में हमारी निर्भरता कागजी लिखा पढ़ी और कंप्यूटर के सर्वर से अलग हटकर किसी अन्य के रहमों करम पर उसके भरोसे सुरक्षित रहेगी !
देश के मुखिया द्वारा तकनीक के आकर्षण के कारण लिया गया यह निर्णय क्या राष्ट्रहित में है या भारत किसी नये आर्थिक गुलामी का इतिहास लिख रहा है !
यह अमेरिका की कंपनी के गूगल क्लाउड आधारित आर्थिक तकनीकी का निर्णय भारत के हित में होगा या अहित में यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा !!