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ज्योतिष और आयुर्वेद अलग-अलग नहीं हैं !! : Yogesh Mishra

हमारा शरीर पृथ्वी, जल, तेज, वायु और आकाश इन पांच महाभूतों से निर्मित है ! यत्पिंडे तत्ब्रह्मांडे अर्थात जो पिंड में है वही ब्रह्मांड में है ! जीवन का विज्ञान आयुर्वेद भी शरीर में पंचभूतों की उपस्थिति स्वीकार करता है…

जानिए कैसे बिकता है प्रतिबंधित कीटनाशक : Yogesh Mishra

आपसे बेहतर इस तथ्य को कौन समझ सकता है कि खेती के मामले में जहर पर हमारी निर्भरता कितनी बढ़ चुकि है ! फसल उगाने से पहले खेत में जहर डालना शुरू करते हैं तो भण्डारण तक डालते रहते हैं…

जानिए सब्जियों का जहरीला सच : Yogesh Mishra

लौकी, खीरा, कद्दू, तरबूज स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है यदि कडवी हो तो इसका सेवन जानलेवा साबित हो सकता है वनस्पति शास्त्र में यह कुकुरबिटेसी खानदान में आती है कुकुरबिटेसी खानदान के फल काम्प्लेक्स यौगिक बनाते है इस घटना से…

मौसम व कृषि ज्योतिष के जनक महर्षि पाराशर : Yogesh Mishra

दुनिया के अन्य महाद्वीपों के लोग जब वर्षा, बादलों की गड़गड़ाहट के होने पर भयभीत होकर गुफाओं में छुप जाते थे ! जब उन्हें एग्रीकल्चर का ककहरा भी मालूम नहीं था ! उससे भी हजारों वर्ष पूर्व महर्षि पाराशर मौसम…

कुंडली में असाध्य और जानलेवा रोगों को कैसे पहचानें !! : Yogesh Mishra

हमारे सौर मंडल के सभी ग्रह समस्त ब्रह्मांड को प्रभावित करते हैं ! प्रत्येक ग्रह की अपनी विशेषताएं हैं ! शनि को दुख और अभाव का कारक ग्रह माना जाता है ! किंतु जन्म के समय यदि वह बलवान हो…

आधुनिक जीवन के असाध्य और जानलेवा रोगों को कैसे नियंत्रित करें !! Yogesh Mishra

आजकल प्रमुख असाध्य और जानलेवा रोगों में जिनका नाम आता है वे हैं हृदय रोग, स्ट्रोक, केटारेक्ट, पार्किंसन्स रोग और कैंसर इत्यादि ! इन रोगों का सबसे प्रमुख कारण है शरीर में ज्यादा मात्र में फ्री रेडिकल्स का बनना !…

आयुर्वेद से स्थाई मानसिक स्वास्थ्य प्राप्त कीजिये ! : Yogesh Mishra

आयुर्वेद, अवसाद, चिंता और ओसीडी जैसे विकारों में उपचार के रूप में काफी महत्त्वपूर्ण नतीजे देता है ! इस तरह के अध्ययन हुए हैं जिनमें पता चला है कि आयुर्वेद की दवा की खुराक को बढ़ाने के साथ मरीज में…

तंत्र में गुरु द्वार शक्तिपात से लाभ : Yogesh Mishra

जीव का परम उद्देश्य है जीवत्व से मुक्त होकर शिवत्व में प्रवेश करना ! यह तभी संभव है जब जीव वस्तु स्थिति का ज्ञान का लेता है, वह अपनी आत्म स्थिति का अनुसंधान करते हुए उसमें अवस्थित हो जाता है…

कलयुग में तंत्र विद्या के विशेष लाभ : Yogesh Mishra

तंत्रशास्त्र के सिद्धांतानुसार कलियुग में वैदिक मंत्रों, जपों और यज्ञों आदि का फल नहीं होता इस युग में सब प्रकार के कार्यों की सिद्धि के लिए तंत्रशास्त्र में वर्णिक मंत्रों और उपायों आदि से ही सफलता मिलती है ! तंत्र…

जानिए तंत्र के विशिष्ट साहित्य और आचार्य कौन कौन है | Yogesh Mishra

तन्त्र साहित्य अत्यन्त विशाल है ! प्राचीन समय के दुर्वासा, अगस्त्य, विश्वामित्र, परशुराम, बृहस्पति, वशिष्ठ, नंदिकेश्वर, दत्तात्रेय आदि ऋषियों ने तन्त्र के अनेकों ग्रन्थों का प्रणयन किया, उनका विवरण देना यहाँ अनावश्यक है ! ऐतिहासिक युग में शंकराचार्य के परम…