धर्म शास्त्रों का कोई औचित्य नहीं है, यदि वह शुद्ध नहीं हैं !

हमारा प्राचीनतम इतिहास राजा परीक्षित के राज्यारोहण तक का पुराणों और थोडा बहुत महाकाव्यों में पाया जाता है ! लेकिन पुराण जैसे कि आज पाये जाते हैं वैसा गुप्त-काल से पहले नहीं पाये जाते थे ! गुप्त-काल के बाद उनमें…