Year 2015

जानिए ! सृष्टि की उत्पत्ति का रचना क्रम ज्ञानवर्धक लेख ।Yogesh Mishra

आदि में जब एकमात्र परमात्मा ही थे, तब तो केवल प्रभाव ही प्रभाव था। उसके बाद परमात्मा ने अपने में से ही ‘आत्म’ शब्द को ज्योति रूपा शक्ति तथा उसको प्रभाव से युक्त करते हुये प्रकट करते हुए पृथक कर…

जानिए ! कलेंडर की गणना क्यों गलत है । Yogesh Mishra

कलेंडर की गणना गलत है 200 सालों तक तो इसी बात पर यूरोप में युद्ध चलता रहा कि नया वर्ष 25 दिसंबर को मानें या 1 जनवरी को, अर्थात काल के नियमों से ऊपर थी व्यक्तिगत प्रतिष्ठा| इस पद्धति में…

जानिए ! कर्ण पिशाचिनी तांत्रिक साधना की विधि । Yogesh Mishra

॥ कर्ण पिशाचिनी साधना ॥ यह अत्यंत उग्र साधना है और शीघ्र फलप्रद है,इस साधना से सिद्धि न मिले यह तो सम्भव ही नहीं है इसलिये यह साधना संपन्न करने योग्य है.यह साधना जिस व्यक्ति को सिद्ध है उसके पास…

जानिए ! सनातन जीवन पद्धति में भिक्षा का महत्व साधना। Yogesh Mishra

सनातन जीवन पद्धति में भिक्षा का महत्व भिक्षा सनातन शिक्षा पद्धति का आवश्यक अंग था क्योंकि भिक्षाटन से समाज का वास्तविक ज्ञान होता है, दुर्गुण दूर होकर अहंकार पूरी तरह नष्ट हो जाता है, मन शांति होता है और भविष्य…

बहुत महत्वपूर्ण जानकारी । ब्रह्मांड के सभी ग्रहों मे काल की गति एक समान नहीं है जरूर पढ़ें। Yogesh Mishra

समय की माप समान नहीं है ऐसा माना जाता है कि काल (समय) की गति सभी स्थनों पर समान है किन्तु हमारे शास्त्र बतलाते हैं कि काल की गति गुरुत्व और गति के सापेक्ष चलती है अर्थात एक साथ जन्मे…

मूर्तिपूजा कितनी सही कितनी गलत ? जानिए ! मूर्तिपूजा का इतिहास। Yogesh Mishra

मूर्तिपूजा का इतिहास मूर्तिपूजकों तथा मूर्तिभंजकों के संघर्षों से इतिहास भरा पड़ा है। प्रारंभ में मूर्तिपूजकों के धर्म ही थे। मूर्तिपूजकों के धर्म के अंतर्गत ही मूर्तिभंजकों की एक धारा भी प्राचीनकाल से चली आ रही थी। मूर्तियां तीन तरह…

जानिए ! कुंडली मे से किस प्रकार आपके धन की गति का पता चलता है । Yogesh Mishra

ज्‍योतिष से धन की गति को जानें आमतौर पर हम समझते हैं कि जिस व्‍यक्ति के पास अधिक पैसा होता है, वह अमीर होता है, लेकिन वास्‍तव में ऐसा नहीं है। जिस व्‍यक्ति के पास आज पैसा है कल नहीं…

जानिए । क्यों हिन्दुओ के लिए इस्लामी तंत्र बहुत अधिक घातक है । Yogesh Mishra

इस्लामी तंत्र घातक है तंत्र शब्द तन और त्र: से मिलकर बना है। तन का अर्थ है विस्तार और त्र से त्राण अर्थात रक्षा का बोध होता है। धर्म ग्रंथों में तंत्र के देवता भगवान शिव को माना गया है।…

जानिए ! कुंडली मे मारकेश कब और कैसे काम करता है ? Yogesh Mishra

किसी भी व्यक्ति की कुण्डली के बारह भावों में बारह राशियों सहित नौ ग्रह विद्यमान होते हैं। सात मुख्य ग्रहों के साथ ही दो छाया ग्रहों, राहु व केतु की व्यक्ति के जीवन में महती भूमिका होती है। अलग-अलग राशि…

जानिए ! क्यों हमे ? अपने इष्ट देव की पूजा की आवश्यकता है । Yogesh Mishra

इष्ट देव की पूजा की आवश्यकता क्यों ? व्यक्ति शारीरिक रूप से कितना भी सामर्थ्यवान हो यदि वह यात्रा पैदल करे तो यात्रा का समय अधिक लगेगा .. यही यात्रा यदि कार अथवा हवाई जहाज से की जाये तो यात्रा…