जानिये परकाया प्रवेश का रहस्य | Yogesh Mishra

आपने कई बार पढ़ा होगा कि कुछ योगी अपने पुराने वृद्ध शरीर को त्याग कर किसी नवीन युवा आयु के मरे हुये व्यक्ति के शरीर में प्रवेश कर जाते थे या किसी अन्य के मृत व्यक्ति के शरीर में जाकर…
आपने कई बार पढ़ा होगा कि कुछ योगी अपने पुराने वृद्ध शरीर को त्याग कर किसी नवीन युवा आयु के मरे हुये व्यक्ति के शरीर में प्रवेश कर जाते थे या किसी अन्य के मृत व्यक्ति के शरीर में जाकर…
प्रायः मुझसे पूंछा जाता है कि “ब्रह्मास्मि क्रिया योग” क्या है ! आज हम इसका विस्तार से वर्णन करते हैं ! सृष्टि में प्रकृति की व्यवस्था के तहत कुछ भी अलग-अलग नहीं है ! इस सृष्टि में सभी कुछ एक…
मनुष्य की शारीरिक संरचना शायद इस प्रकृति की सबसे जटिल संरचना है ! प्रकृति ने मनुष्य को इस तरह से निर्मित किया है कि वह अपने शरीर और जीवन की रक्षा के लिये उसे किसी भी वाह्य संसाधन की आवश्यकता…
विश्व की विभिन्न संस्कृति, सभ्यता और धर्म में मृतकों के शव के साथ साथ किये जाने वाले व्यवहार कई प्रकार के चलन में हैं ! जैसे शव को – 1.जलाना 2. दफनाना 3. ममी बनाकर रखना 4. उबालकर कंकाल बनाना…
आज हम चर्चा करेंगे एक अत्यंत ही महत्वपूर्ण गजकेसरी योग की ! जिसके कुंडली में होने पर व्यक्ति खुशी से ऐसे उछल पड़ते है जैसे कुबेर का खजाना मिल गया हो, वह योग है ‘गजकेसरी योग’ ! जिस प्रकार से…
इस तथ्य के अनेकानेक प्रमाण मिलते हैं कि प्राचीन काल में ज्योतिर्विज्ञान विज्ञान सम्मत था ! भारतीय संस्कृति का अध्ययन करने वाले विदेशी विद्वानों ने इस विद्या से प्रभावित होकर अन्य भाषाओं में अनुवाद कराया ! मुस्लिम ज्योतिषाचार्यों में इब्नबतूता…
ज्योतिष विज्ञान के क्षेत्र में आधुनिक विज्ञान का सहयोग प्राचीन काल से अद्यावधि मनुष्य का ज्ञान निरन्तर विकसित हुआ है ! वैज्ञानिक प्रयोगों के आधार पर उपलब्ध साधन सुविधाओं की बात छोड़ भी दें तो मनुष्य का ज्ञान ही अकेले…
सामान्य अवधारणा है कि गुरु का कर्तव्य शिष्य की शंकाओं का समाधान करना है !इसीलिए शिष्य की शंकाओं के समाधान हेतु तरह-तरह के उपनिषदों का निष्पादन हुआ ! किंतु यह विचारधारा मेरे दृष्टिकोण से शिष्य के विकास में सबसे बड़ी…
मंत्र चिकित्सा का आधार संकल्प और आवेश है ! जब तक प्रयोजक के मन में प्रबल तथा साधिकार इच्छा और उसका पुनः पुनः आवर्तन नहीं होगा तब तक वह मानसिक शक्ति के प्रयोग द्वारा दूसरे पर अपना प्रभाव नहीं डाल…
जिस तरह किसी व्यक्ति की भौतिक सम्पन्नता या विपन्नता का आंकलन उसकी भौतिक सम्पति और धन से किया जाता है, ठीक उसी तरह किसी व्यक्ति की आध्यात्मिक सम्पन्नता या विपन्नता का आंकलन उसकी आध्यात्मिक शक्ति (प्राण ऊर्जा) से किया जाता…