.सत्यता : दयानंद सरस्वती ने “सत्यार्थ प्रकाश” में इस्लाम और ईसाईयत से ज्यादा विरोध हिंदुत्व का किया था ! सत्यार्थ प्रकाश में 14 में से 11 अध्याय हिंदुत्व के खिलाफ हैं ! दयानंद सरस्वती जब जीवित थे ! तब सत्यार्थ प्रकाश के प्रथम प्रकाशन में पूरा का पूरा ग्रंथ ही …
Read More »आर्य समाज का पाखण्ड -1 आर्य समाज ने समाज सुधार हेतु काफी काम किये हैं : Yogesh Mishra
आर्य समाज का पाखण्ड -1 आर्य समाज ने समाज सुधार हेतु काफी काम किये हैं ! . सत्यता : आर्य समाज ने सिर्फ वही कार्य किये हैं, जो अंग्रजों ने उन्हें सौंपे थे ! जब भारतीय समाज में कोई बुराई थी ही नहीं तो इन आर्य समाजियों ने कौन से …
Read More »लोकतंत्र में लाठीचार्ज का औचित्य : Yogesh Mishra
बताया जाता है कि भारत में आज तथाकथित लोकतंत्र है ! लोकतंत्र का तात्पर्य शासन तंत्र जो लोक इच्छा से चले ! इसीलिये हमारे यहां केंद्र में संसद है और राज्य में विधानसभाओं की स्थापना की गई है ! जिसके अंदर हम सांसद और विधायक के रूप में लोक समूहों …
Read More »छात्र नहीं शिक्षण संस्थान ही अयोग्य होते हैं !! Yogesh Mishra
भारत में बढ़ती बेरोजगारी पर चिन्तन कल सायंकाल में एक कार्यक्रम में गया था ! वहां पर युवाओं की योग्यता को लेकर चर्चा होने लगी ! चर्चा में शामिल अधिकांश लोगों का यह मत था कि आज के शिक्षित छात्र अयोग्य होते हैं, इसलिये वह बेरोजगारी है ! मैंने इस …
Read More »महात्मा गाँधी की सत्यार्थ प्रकाश के बारे में राय : Yogesh Mishra
राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी जी ने अपने अखब़ार ‘यंग इंडिया’ में 29 मई 1920 में लिखा है, “मेरे दिल में दयानंद सरस्वती के लिए भारी सम्मान है ! मुझे ऐसा लगता है कि उन्होंने हिन्दू समाज की बहुत भारी सेवा की है लेकिन उन्होंने धर्म को बेहद तंग बना दिया है …
Read More »सनातन इतिहास को विकृत करने का कार्य मैकडानल ने किया था : Yogesh Mishra
हमारे सनातन इतिहास का विकृतीकरण करने का कार्य मैकडानल ने विशेष रूप से किया ! उन्होंने अपनी पुस्तक ‘वैदिक रीडर’ में लिखा-”ऋग्वेद की ऋचाओं से प्राप्त ऐतिहासिक सामग्री से पता चलता है कि ‘इण्डो आर्यन’ लोग सिंधु पार करके भी आदिवासियों के साथ युद्घ में संलग्न रहे ! ऋग्वेद में …
Read More »क्या कंप्यूटर आदि कृतिम वस्तुओं को भी तंत्र से प्रभावित किया जा सकता है ! Yogesh Mishra
मेरे अपने निजी अनुभव में यह आया है कि कंप्यूटर आदि कृतिम वस्तुएं जो मनुष्य के लिये सहायक हैं या जहां कहीं भी ऊर्जा का प्रयोग किया जाता है ! वह सभी चीजे तंत्र से प्रभावित की जा सकती हैं ! क्योंकि उर्जा ही आखिरकार किसी मशीन के परिणाम को …
Read More »क्या कंप्यूटर द्वारा भी तंत्र, मंत्र, अनुष्ठान आदि किया जा सकता है ! Yogesh Mishra
आज कंप्यूटर का युग है ! कंप्यूटर के द्वारा कृतिम बौद्धिकता के सैकड़ों आयाम प्रस्तुत किये जा रहे हैं ! ऐसी स्थिति में कोई आश्चर्य नहीं कि आगामी युग में विश्व में ट्रेन और वाहनों का संचालन सफलतापूर्वक कंप्यूटर द्वारा किया जाना संभव हो सके ! साथ ही तैयारी तो …
Read More »क्या स्वामी दयानंद सरस्वती ईसाई एजेंट था ! Yogesh Mishra
स्वामी दयानंद न केवल ईसाई संस्था थियोसोफिकल सोसायटी के अहम सदस्य थे बल्कि थियोसोफिकल सोसायटी के संस्थापकों को पत्र लिखकर उसे भारत में लाने वाले भी दयानंद ही थे ! 1878 से लेकर अपनी मृत्यु 1883 तक स्वामी जी ने ईसाई मिशनरीओं के साथ मिलकर न केवल काम किया ! …
Read More »दयानन्द सरस्वती की जहर से नहीं हुई थी मौत : Yogesh Mishra
कहा जाता है कि वर्ष 1883 में वे जोधपुर नरेश महाराजा जसवन्त सिंह के निमन्त्रण पर जोधपुर आये हुये थे ! वहां पर उन्होंने नन्ही नामक वेश्या का अनावश्यक हस्तक्षेप और महाराजा जसवन्त सिंह पर उसका अत्यधिक प्रभाव देखा ! स्वामी दयानंद को यह बहुत बुरा लगा ! उन्होंने महाराजा …
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