पंचम भाव में चंद्रमा का फल : Yogesh Mishra

पंचम भाव में चंद्रमा संतान सुख देता है ! आपके बच्चे आपको ख़ुशी प्रदान करेंगे इसमें कोई संदेह नहीं है ! आपको कन्या संतान का सुख अवश्य मिलेगा ! आप अपने बच्चो तथा पत्नी से अत्यधिक प्यार करेंगे ! आप…
पंचम भाव में चंद्रमा संतान सुख देता है ! आपके बच्चे आपको ख़ुशी प्रदान करेंगे इसमें कोई संदेह नहीं है ! आपको कन्या संतान का सुख अवश्य मिलेगा ! आप अपने बच्चो तथा पत्नी से अत्यधिक प्यार करेंगे ! आप…
देवभूमि में है देश का एकमात्र राहु मंदिर, राहु शांति के लिए देश-विदेश से पहुंचते हैं लोग पैठाणी के राहु मंदिर में देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु राहु ग्रह की शांति के लिए आते हैं ! इस मंदिर के दर्शन करने…
अनिश्चितता के कारक राहु की प्रवृत्ति को समझना मुश्किल ही नहीं करीब करीब नामुनकिन है ! इच्छाओं को अभियक्त करने वाले राहु चौंकाने वाले परिणाम देते देखे गए हैं ! अमूमन इन्हें एक पापी क्रूर छाया ग्रह की तरह देखा…
इस पूरी दुनिया में हम हर चीज को अपने कंट्रोल में रखना चाहते हैं ! सड़क पर हमें ट्रैफिक नहीं चाहिए, चेहरे पर पिम्पल नहीं चाहिए और कुछ लोग यह भी चाहते हैं कि हम जो भी कहें हमारा पार्टनर…
जन्मकुंडली में शरीर के सभी अंगों का विचार तथा उनमें होने वाले रोगों या विकारों का विचार भिन्न-भिन्न भावों से किया जाता है ! रोग तथा शरीर के अंगों के लिये लग्न कुण्डली में मस्तिष्क का विचार प्रथम स्थान से,…
किसी भी रोग के होने की संभावना को एक कुशल ज्योतिषी अपने पूर्वानुमान से बता सकता है लेकिन इसके लिए कुंडली में मौजूद बहुत सी बातों का मिलना जरुरी है ! पाठको को किसी एक बात को लेकर किसी भी…
जब किसी ग्रह विशेष की किरणें मानव देह पर उचित परिमाण में नहीं पड़ती तब इन किरणों के अभाव में मानव देह विभिन्न रोगों से ग्रस्त हो जाती है ! तब विशेषज्ञ सम्बंधित गृह का रत्न धारण कराकर उस रंग…
प्रश्न कुंडली से चोरी, गुम अथवा खोयी हुई वस्तु मिलेगी या नहीं ? प्राचीन काल से ही प्रश्न कुंडली के माध्यम से सभी समस्या का समाधान देने की परम्परा रही है! आज हम इस विषय पर चर्चा करने जा रहें…
ज्योतिषशास्त्र की दृष्टि से देखा जाए तो जीवन की हर छोटी बड़ी घटना ग्रहों से प्रभावित होती है ! स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानियों एवं रोग का कारण भी ग्रह हैं ! ज्योतिष की विधा प्रश्न कुण्डली रोग के विषय में क्या…
ज्योतिष के अनुसार प्रत्येक रोग की उत्पत्ति किसी न किसी ग्रह के कारण होती है ! किन्तु जब प्रारब्ध प्रवाल होता है ! तब डाक्टर भी रोग को नहीं पकड़ पता है ! इसका मुख्य कारण राहू, षष्ठेश या मारकेश…