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जानिये वैष्णवों ने शैवों का कैसे किया धर्मांतरण | Yogesh Mishra

“नैमिषारण्य” हुआ करता था “वैष्णव” धर्मांतरण का केन्द्र कहते है नैमिषारण्य में भगवान विष्णु का चक्र गिरा था, तो पाताल तक चला गया और वही पानी निकलता रहता वहां पर ! इस गोलाकार कुऎं रूपी रचना के चारो तरफ़ भी…

“शैव संस्कृति” पर हमले के कारण कटा था ब्रह्मा जी का “सर” ! Yogesh Mishra

मत्स्य पुराण अनुसार ब्रह्मा के पांच सिर थे। कालांतर में उनका पांचवां सिर शिवजी ने काट दिया था जिसके चलते उनका नाम कापालिक पड़ा । इस विषय पर आज चर्चा करेगे ! उस काल में विश्व की सबसे विकसित संस्कृति…

सबके ईश्वर सबकी मदद एक जैसी ही करते हैं ! Yogesh Mishra

ईश्वर क्योंकि मानवीय समझ का विषय है, इसलिए जिस व्यक्ति की समझ जिस तरह से, इतनी विकसित होती है उसका ईश्वर उस तरह का होता है ! मतलब मेरे कहने का तात्पर्य है कि यदि कोई ईसाई व्यक्ति ईश्वर के…

यज्ञचक्र की पूर्णता से संपन्न कैसे हों !! बहुत ज्ञानवर्धक लेख | Yogesh Mishra

गीता में यज्ञ और यज्ञचक्र की भी बात आई है ! यों तो हिंदुओं की पोथियों में इस बात की चर्चा भरी पड़ी है ! उपनिषदों में भी यह बात कुछ निराले ढंग से ही आई है ! मगर गीता…

क्या सत्ता को ब्लैक मेल करने के लिये हुई थी, श्रीराम जन्म भूमि पर “धर्म संसद” | Yogesh Mishra

ज्योतिष पीठाधीश्वर स्वरूपानंद सरस्वती की अगुवाई में 3 दिन तक चली धर्म संसद में कहा गया था कि साधू संत प्रयागराज से सीधे अयोध्या जाएंगे और 21 फरवरी को अयोध्या में राम मंदिर के शिलान्यास का कार्यक्रम होगा ! कुम्भ…

क्या चीन भारतीयों के वैचारिक गुलाम बना रहा है ! Yogesh Mishra

आपको बता दें कि अगर आप यूसी न्यूज़ ऐप पर ‘भारत के कदम से बौखलाया चीन’ टाइप करते हैं तो तुरंत नीचे लिख कर आ जाता है कि ‘शीर्षक में संवेदनशील शब्द हैं कृपया इसे बदलें !’ इसका मतलब ये…

कैसे होता है अग्निपुराण पुराण में ‘मरण तंत्र’ का प्रयोग ! Yogesh Mishra

‘मरण तंत्र’ का प्रयोग राजनीती में होता ही रहता है ! सनातन साहित्य में अपनी व्यापक दृष्टि तथा विशाल ज्ञान भंडार के कारण पुराणों का अपना एक विशिष्ट स्थान रखता है ! इन पुराणों में ‘अग्निपुराण’ विशेष है ! इस…

भारत की प्राचीनतम भाषा देव भाषा संस्कृत नहीं बल्कि शैव भाषा तमिल है ! Yogesh Mishra

भगवान शिव के डमरू से संस्कृत नहीं तमिल भाषा निकली थी ! वैष्णव ग्रन्थ बतलाते हैं कि संस्कृत भाषा देव भाषा है ! इसीलये सभी वैष्णव धर्म ग्रन्थ वेद, उपनिषद, ब्राह्मण ग्रन्थ व कर्मकाण्डीय ग्रन्थ संस्कृत भाषा में उपलब्ध हैं…

देव और दानव कौन थे, आदि सभ्यता के विकास का संक्षिप्त इतिहास ! Yogesh Mishra

‘असुर’ शब्द का प्रयोग ऋग्वेद में लगभग 105 बार हुआ है ! उसमें 90 स्थानों पर इसका प्रयोग ‘शोभन’ अर्थ में किया गया है और केवल 15 स्थलों पर ही इन्हें ‘देवताओं का शत्रु’ बतलाया गया है ! अर्थात असुर…

हमें धर्म का अनुपालन क्यों करना चाहिये ? सुर और असुर का सत्य | Yogesh Mishra

जहां-जहां गणना किया जाना संभव है, वहां-वहां परिणामों में निश्चित रूप से परिवर्तन किया जा सकता है और जहां-जहां परिणामों में निश्चित रूप से परिवर्तन किया जा सकता है वहां-वहां निश्चित रूप से रसायन उपलब्ध है ! अर्थात दूसरे शब्दों…